Saturday, 18 January 2025

राहुल और केजरीवाल के एक-दूसरे पर हमले

दिल्ली के सीलमपुर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली रैली के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रणनीति को भाजपा जैसा बताया। क्षेत्रीय स्तर पर कांग्रेस नेता अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बोलते रहे हैं लेकिन ये पहला मौका था जब राहुल गांधी ने सीधे-सीधे केजरीवाल पर वार किया। पिछले कई दिनों से दोनों ही राजनीतिक दल एक-दूसरे पर भाजपा से मिले होने का आरोप लगा रहे हैं। इस पर अरविंद केजरीवाल ने भी पलटवार किया और कहा कि राहुल गांधी ने उन्हें गाली दी। केजरीवाल ने ये भी कहा है कि उन्होंने राहुल गांधी पर एक लाइन बोली लेकिन जवाब भाजपा वालों की ओर से आ रहा है। करीब सात महीने पहले ही दोनों पार्टियां लोकसभा चुनाव एक ही गठबंधन में रहकर लड़ी थीं। हालांकि उसके बाद हरियाणा विधानसभा चुनाव दोनों अलग-अलग लड़े, लेकिन शीर्ष नेतृत्व के स्तर पर ऐसे जुबानी हमले पहली बार सुनाई पड़े हैं। केजरीवाल ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर लिखा, क्या बात है... मैंने राहुल गांधी जी पर एक ही लाइन बोली और जवाब भाजपा से आ रहा है। भाजपा को देखिए कितनी तकलीफ हो रही है। सीलमपुर में अपनी पहली दिल्ली विधानसभा चुनावी सभा में राहुल गांधी ने कहा केजरीवाल जी आए और कहा कि दिल्ली साफ कर दूंगा, भ्रष्टाचार मिटा दूंगा, पेरिस बना दूंगा। अब हालात ऐसे हैं कि भयानक प्रदूषण है, लोग बीमार रहते हैं, बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। अब मैं जातिगत जनगणना की बात करता हूं तो नरेन्द्र मोदी जी और केजरीवाल जी के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता। ऐसा इसलिए है कि दोनों चाहते हैं देश में पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को भागीदारी न मिले। इस बयान के कुछ देर बाद ही अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर लिखा, आज राहुल गांधी जी दिल्ली आए। उन्होंने मुझे बहुत गालियां दीं। पर मैं उनके बयानों पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। उनकी लड़ाई कांग्रेस बचाने की है। मेरी लड़ाई देश बचाने की है। दोनों नेताओं के बीच एक वाद-प्रतिवाद में भाजपा भी प्रतिक्रिया देने से नहीं चूकी थी भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, देश की चिंता बाद में करना अभी नई दिल्ली की सीट बचा लो। राहुल गांधी दिल्ली में कांग्रेस की खोई हुई जमीन को फिर से समेटने की कोशिश कर रहे हैं। शीला जी के जाने के बाद से दिल्ली में कांग्रेस धरातल पर आ गई है। पिछले 10-11 सालों से कांग्रेस का दिल्ली से सफाया हो गया है। इसलिए हम राहुल गांधी की रणनीति को समझ सकते हैं। फिर हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि किस तरह केजरीवाल ने शीला दीक्षित पर निम्न स्तर के हमले किए थे और उन्हें बेइज्जत, जलील किया था। उनके पुत्र संदीप दीक्षित अब गिन-गिन कर बदला ले रहे हैं। यह भी किसी से छिपा नहीं है कि किस तरह आम आदमी पार्टी (आप) ने हरियाणा, गोवा, गुजरात इत्यादि राज्यों में अपने उम्मीदवार जबरदस्ती खड़े करके कांग्रेस को हरवा दिया था। अब लगता है कि कांग्रेस को न तो इंडिया गठबंधन की परवाह है और न ही इस बात की चिंता है कि अगर दिल्ली में कांग्रेस और आप के वोटों में विभाजन होता है तो इसका सीधा लाभ भाजपा को होगा। अब दिल्ली की चुनावी बिसात दिलचस्प होती जा रही है। -अनिल नरेन्द्र

भागवत के बयान पर राहुल का पलटवार

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की सच्ची आजादी वाले बयान पर भारी विवाद खड़ा हो गया है। पहले बताते हैं कि सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा क्या था? मोहन भागवत सोमवार को इंदौर में थे। वहां वो रामजन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव चपंत राय को राष्ट्रीय देवी अहिल्या पुरस्कार देने के लिए मौजूद थे। इस पुरस्कार समारोह में भागवत ने कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को प्रतिष्ठा द्वादशी के तौर पर मनाया जाना चाहिए। इसे ही भारत का सच्चा स्वतंत्रता दिवस मानना चाहिए। मोहन भागवत ने कहा था, प्रतिष्ठा द्वादशी, पौष शुक्ल द्वादशी का नया नामकरण हुआ। भारत स्वतंत्र हुआ 15 अगस्त 1947 को जिससे राजनीतिक स्वतंत्रता आपको मिल गई। उन्होंने आगे जो कहा उसका भाव यह था कि असल आजादी तो हमें प्रभु राम के मंदिर की प्रतिष्ठा के साथ मिली। मोहन भागवत के इस बयान पर कांग्रेस की कड़ी प्रतिक्रिया आई। राहुल गांधी ने नई दिल्ली में बुधवार को कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के मौके पर भागवत के इस बयान का जवाब दिया। राहुल गांधी ने कहा, हमें ये मुख्यालय एक खास समय में मिला है। मेरा मानना है कि इसका प्रतीकात्मक महत्व है क्योंकि कल आरएसएस प्रमुख ने कहा कि भारत 1947 में आजाद नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि भारत की सच्ची आजादी उस दिन मिली जब राम मंदिर बना। वो कहते हैं कि संविधान हमारी आजादी का प्रतीक नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि मोहन भागवत में ये दुस्साहस है कि हर दो तीन दिन में वो देश को ये बताते हैं कि आजादी के आंदोलन को लेकर वह क्या सोचते हैं। राहुल गांधी ने कहा, मोहन भागवत तो कह रहे थे कि संविधान बेमानी है, उनके बयान का मतलब ये है की ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़कर हासिल की गई हर जीत बेमानी है और उनके अंदर इतना दुस्साहस है कि वो सार्वजनिक तौर पर ये बात कर रहे है। मोहन भागवत ने अगर ये बयान किसी और देश में दिया होता तो उनके खिलाफ कार्रवाई होती। ये देशद्रोह करार दिया जाता और वो गिरफ्तार हो जाते। भागवत कह रहे हैं कि भारत को 1947 में आजादी नहीं मिली। ऐसा कहना हर भारतीय का अपमान है, स्वतंत्रता के लिए लड़े शहीदों का अपमान है। आगे राहुल गांधी ने कहा कि हमारी विचारधारा हजारों साल से आरएसएस की विचारधारा से लड़ती आ रही है पर आप समझते हैं कि हम सिर्फ भाजपा या आरएसएस जैसे राजनीतिक संगठनों से लड़ रहे हैं, तो आप ये समझ नहीं पा रहे हैं आखिर हो क्या रहा है। हम भाजपा और आरएसएस और अब खुद इंडियन स्टेट से लड़ रहे है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मोहन भागवत ने राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दिन को सच्ची आजादी का दिन बताकर अपनी गलती सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। भागवत ने कुछ समय पहले कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद कुछ लोगों को ऐसा लगने लगा है कि वे ऐसे मुद्दे उठाकर हिंदुओं के नेता बन सकते हैं। इसके बाद कहा था कि हमें हर मस्जिद के नीचे मंदिर खोजना बंद कर देना चाहिए। लेकिन अब भागवत मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दिन को सच्ची आजादी बताकर अपनी गलती सुधारने का प्रयास कर रहे हैं। इस बयान से भागवत ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं। एक तरफ भागवत ने भाजपा से संघ के कथित तनाव को कम करने की कोशिश की है तो दूसरी तरफ हिंदुत्व समर्थकों को ये बता दिया है कि राम मंदिर के बाद आई सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की लहर की वजह से ही भाजपा को चुनावी सफलता मिली है। इस देश में अपनी सरकार चाहिए तो इस लहर को धीमा न पड़ने दें।

Thursday, 16 January 2025

आस्था के महाकुंभ हर-हर गंगे


प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में आस्था का कुंभ मेला शुरू हो गया है। तंबुओं का एक पूरा शहर यहां रूप ले चुका है, जिसकी आबादी अगले कुछ दिनों में दुनिया के बड़े-बड़े देशों को पीछे छोड़ देगी। आस्था के इस संगम में डुबकी लगाने को लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। त्रिवेणी से नज़र उठाओ तो एक तरफ नौकाओं की लंबी कतारें, दूसरी तरफ तंबुओं का अनंत संसार दिखता है। और बीच-बीच में जहां नज़र ठहरे, वहां मुस्तैद खड़े पुलिस वाले दिखाई देते हैं। प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुआ कुंभ, सिर्फ आस्था का ही संगम नहीं है बल्कि उत्तर प्रदेश सरकार की प्रशासनिक क्षमता का भी इम्तिहान है। कुंभ का समापन महाशिवरात्रि के दिन, 26 फरवरी को होगा। उत्तर प्रदेश सरकार का दावा है कि इस बार कुंभ में 40 करोड़ लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस ने बैरिकेडिंग की हुई है। वज्रवाहन, ड्रोन, बम निरोधक दस्तों के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) तक को तैनात किया गया है। अलग-अलग अखाड़ों के साधु-संत राजसी शानो-शौकत के साथ कुंभ में प्रवेश कर रहे हैं। इस दौरान उनके साथ हाथी, घोड़े, ऊंट और नाच गाना करते सैकड़ों की संख्या में भक्त हैं। सैकड़ों की संख्या में अलग-अलग अखाड़ों ने अपने भव्य टेंट लगाए हैं। जहां रहकर वे पूजा पाठ कर रहे हैं। पंच दशनाम जूना अखाड़ा में नागा साधु शरीर पर भस्म और गले में रुद्राक्ष की मालाएं पहने बैठे हैं। बीबीसी से बातचीत में एक नागा साधु कहते हैं, जब साधना में आ जाते हैं तो ठंड की कोई बात ही नहीं रह जाती। भक्ति में बहुत शक्ति होती है, फिर ठंड नहीं लगती। वे कहते हैं, हम अघोरी बाबा हैं। हम कपड़ों की जगह शरीर पर भस्म लगाते हैं। इससे ठंड थोड़ी कम लगती है। भस्म ही हमारा अंग वस्त्र है। कई ऐसे बाबा भी कुंभ में आए हैं, जिनका दावा है कि उन्होंने कई सालों से अपना एक हाथ ऊपर उठा रखा है। वे खुद को उर्ध्वबाहु कहते हैं। ऐसे ही एक असम के कामाख्या पीठ से आए गंगापुरी महाराज हैं, जो 3 फीट 8 इंच कद के हैं। उनका कहना है कि वे 32 सालों से नहीं नहाए हैं। शहर के एडीजी भानु भास्कर के मुताबिक मेला क्षेत्र में प्रवेश के लिए अलग-अलग दिशाओं से आने वाले कुल सात मुख्य मार्ग तय किए गए हैं। इन रूटों पर वाहनों के लिए मेला क्षेत्र के करीब 100 से ज्यादा पार्किंग बनाई गई है। हजार विशेष ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं। कुंभ में ठहरने के लिए कई लाख लोगों के रुकने की व्यवस्था की गई है। इनमें फ्री रैन बसेरों से लेकर पांच सितारा लग्जरी कैंप तक मौजूद हैं, जिनका एक रात का किराया लाख रुपये से भी ज्यादा है। भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने अरैल क्षेत्र के अंदर सेक्टर 25 में महाकुंभ ग्राम नाम से एक टेंट सिटी बसाई गई है। यहां श्रद्धालुओं के लिए सुपर डीलक्स कमरे और विला बनाए गए हैं। इन कमरों का प्रतिदिन किराया 16 हजार से 20 हज़ार रुपये है। यहां नाश्ता, लंच और डिनर की सुविधा के साथ-साथ गर्म पानी की व्यवस्था है। इसके अलावा अरैल घाट के पास एक डोम सिटी बनाया गया है। यहां शीशे के गुंबदनुमा कमरे बनाए गए हैं, जो जमीन से करीब 18 फीट ऊपर हैं। एक पांच सितारा होटल में जो सुविधा होती हैं, वो सभी सुविधाएं इसमें मिलेंगी। देश-विदेश से श्रद्धालु प्रयागराज आते हैं। भीड़ की वजह से वो घाट तक नहीं आ पाते। इसलिए हमने इस प्रोजेक्ट को डिजाइन किया है। बीबीसी से बातचीत में प्रबंधक सिंह बताते हैं, हमारे यहां शाही स्नान के दिन एक कमरे का प्रतिदिन किराया 1 लाख 11 हजार, वहीं आम दिनों में 81 हजार रुपये है। इसमें महाराजा बेड के साथ-साथ टीवी और अलग से अटैच बाथरूम भी बनाया गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट में हमारे करीब 51 करोड़ रुपये लगे हैं। कुंभ में सात दिन शाही स्नान होंगे। उन दिनों में हमारे यहां एक डबल बेड वाले कमरे का किराया 20,000 और आम दिनों में 10,000 रुपए रखा है। वहीं दूसरी तरफ शहर में नगर निगम ने जगह-जगह पर अस्थाई रैन बसेरे बनाए हैं। यहां निःशुल्क रहने की व्यवस्था की गई है। कुंभ में लाखों लोग कल्पवास करते हैं, जिन्हें कल्पवासी कहते हैं। पिछले कई दिनों से भक्तों का प्रयागराज पहुंचने का सिलसिला जारी है। ये लोग माघ के पूरे महीने तंबू लगाकर पूजा पाठ करते हैं और अपने साथ जरूरत का सभी सामान घर से लेकर आते हैं। हम सांसारिक माया मोह और भौतिक चीजों से दूर रहें। बस भोजन और भजन करें, ठंडी और गर्मी का अहसास ना हो, यही कल्पवास है। प्रयागराज की रहने वाली श्यामलि तिवारी पिछले सात सालों से कल्पवास कर रही हैं। वे मां गंगा का नाम लेते हुए रोने लगती हैं। श्यामलि कहती हैं, यहां गंगा जी नहाने आए हैं, जो गलतियां हुई हैं, उन्हें गंगा मां माफ करेंगी। हम यहां एक महीने रहेंगे। शुद्ध भोजन करेंगे। लहसुन, प्याज और सरसों के तेल का इस्तेमाल तो दूर हम नमक भी सेंधा खाते हैं।

- अनिल नरेन्द्र

Saturday, 11 January 2025

ट्रंप का अखंड अमेरिका का सपना

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका को भौगोलिक रूप से महान बनाने की योजना बना रहे हैं। उनकी महत्वकांक्षाएं ग्रीनलैंड को खरीदने, पनामा नहर पर कंट्रोल वापस लेने, कनाडा को अमेरिका में शामिल करने और मैक्सिको की खाड़ी का नाम बदलने के लिए सेना उतारने तक पहुंच गई है। उनके मुताबिक अगर यह सब हो गया तो अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा देश बन जाएगा। पहले भी ट्रंप ऐसी मांगे उठाते रहे हैं, लेकिन अब अमेरिकी राष्ट्रपति पद संभालने जा रहे ट्रंप की ये बातें मजाक से कुछ ज्यादा समझी जा रही है। डोनाल्ड ट्रंप चुनाव जीतने के बाद कनाडा और ग्रीनलैंड को अमेरिकी राज्य बनाने की बात कह चुके है। उनके कनाडा, संबंधित बयान पर कनाडा के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बुधवार तड़के जस्टिस ट्रूडो ने एक्स पर पोस्ट लिखकर कहा कि ऐसा होना मुमकिन नहीं है कि कनाडा अमेरिका का हिस्सा बनेगा। उन्होंने आगे लिखा, हमारे दोनों देशों के श्रमिक और समुदाय हम दोनों के बीच सबसे बड़े व्यापारिक और सुरक्षा साझेदार होने से लाभांवित होते हैं। हालांकि इस पोस्ट के बहाने ट्रूडो के नेतृत्व वाली एनडीपी-लिबरल सरकार की भी निंदा की। पियरे ने एक्स पर लिखा, हम एक महान और स्वतंत्र मुल्क हैं। हम अमेरिका के सबसे अच्छे दोस्त हैं। हमने 9/11 हमले के बाद अल-कायदा के खिलाफ कार्रवाई में अमेरिकयों की मदद के लिए अरबों डॉलर और सैकड़ों जाने दी हैं। हम अमेरिका को बाजार मूल्य से कम कीमतों पर अरबों डॉलर की उच्च गुणवत्ता वाली और पूरी तरह से विश्वसनीय ऊर्जा की आपूर्ति करते हैं। हम अरबों डॉलर का अमेरिकी सामान खरीदते हैं। इसके बाद कनाडा के प्रमुख विपक्षी नेता पियरे ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके जस्टिस ट्रूडो की एनडीपी-लिबरल सरकार को कमजोर बताया। उन्होंने लिखा हमारी कमजोरी एनडीपी-लिबरल सरकार इन साफ बिंदुओं को बताने में विफल रही। मैं कनाडा के लिए लडूंगा। जब मैं प्रधानमंत्री बनूंगा तो हम अपनी सेना को दोबारा से खड़ा करेंगे और सीमा को वापस कब्जे में लेंगे, ताकि कनाडा अमेरिका सुरक्षित रहे। ट्रूडो की सरकार से समर्थन वापस लेने वाली एनडीपी के नेता जगमीत सिंह ने डोनाल्ड ट्रंप की निंदा की है। उन्होंने एक्स पर लिखा बस करो डोनाल्ड कोई कनाडावासी आपको ज्वाइन नहीं करना चाहता। हम प्राउड कनैडियन हैं। एक तरह से हम एक-दूसरे का ख्याल रखते हैं और अपने देश की हिफाजत करते हैं, हमें उस पर नाज है। दरअसल जस्टिन ट्रूडो को तभी सावधान हो जाना चाहिए था जब डोनाल्ड ट्रंप ने आमने-सामने की भेंट में ही कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने का प्रस्ताव दिया था। शायद तभी अगर ट्रूडो ने कड़ा व दो टूक जवाब दिया होता तो आज यह नौबत नहीं आती। अब बचाव या जवाब देने उतरी ट्रूडो की लिबरल पार्टी ने नया नक्शा जारी करके बताया है कि कौन-सा क्षेत्र अमेरिका में है और कौन अमेरिका का हिस्सा नहीं है, अब कनाडा को अपने बचाव के लिए अलग ही रणनीति के साथ कूटनीति के मैदान में उतरना होगा। अब यह बात स्पष्ट बता है कि डोनाल्ड ट्रंप ने एक वृहद अमेरिका का स्वप्न देख रखा है, ठीक वैसे ही चीन देखता आ रहा है। हालांकि अपने साम्राज्य के विस्तार में चीन फिलहाल कुछ आगे है। बहरहाल ट्रंप ने अगर अपने सपने पूरे करने के लिए तेजी से कदम बढ़ाए तो दुनिया में जगह-जगह उसका असर देखने के लिए तैयार रहना चाहिए। -अनिल नरेन्द्र

शीशमहल बनाम राजमहल

दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गरमा गया है। भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) में चल रही जुबानी जंग में दिल्ली का चुनाव शीशमहल बनाम राजमहल बन गया है। बुधवार को दिनभर भाजपा और आप नेताओं के बीच जुबानी जंग का दौरा जारी रहा। इस दौरान जो सबसे ज्यादा गौर करने वाली बात सामने आई वो ये कि दिल्ली में शीशमहल बनाम राजमहल पर सियासत गरमा गई है। एक ओर आम आदमी पार्टी भाजपा पर दिल्ली की सीएम आतिशी को मुख्यमंत्री के लिए अलाट बंगले से निकालने का आरोप लगा रही है वहीं दूसरी ओर भाजपा ने दिल्ली के सीएम के लिए अलॉट बंगले को मरम्मत में कथित भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाते हुए उसे शीशमहल करार दे रही है। शीशमहल का मामला क्या है? दरअसल दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने सीएम रहते हुए अपने लिए सरकारी आवास की मरम्मत कराई। भाजपा का आरोप है कि सीएम रहते हुए अरविंद केजरीवाल ने अपने तैयार किए गए सरकारी आवास का पूरा नक्शा बदल दिया। इसमें करीब 80 से 90 करोड़ रुपए खर्च कर इसे 7 स्टार रिसॉर्ट में बदल दिया। हालांकि चुनाव से पहले सामने आई सीएजी की रिपोर्ट में बताया गया कि इस बंगले की मरम्मत पर दिल्ली सरकार ने करीब 45 करोड़ रुपए खर्च दिखाया है। भाजपा ने केजरीवाल के लिए तैयार किए गए इसी बंगले को शीशमहल नाम दिया है। भाजपा आम आदमी पार्टी पर शीशमहल को लेकर हमलावर हुई तो आप ने प्रधानमंत्री आवास का मुद्दा उठा दिया। आप सांसद संजय सिंह ने पीएम आवास को 2700 करोड़ रुपए का राजमहल बताया है। बुधवार को दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर संजय सिंह ने कहा, दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास को लेकर नरेन्द्र मोदी से लेकर भाजपा के बड़े नेता एक ही प्रचार कर रहे हैं कि उसमें मिनी बार बना हुआ है। उसमें सोने का टॉयलेट बना हुआ है, स्विमिंग पूल बना हुआ है, जबकि नई दिल्ली में प्रधानमंत्री का राजमहल है जो 2700 करोड़ में बना है। आप सांसद संजय सिंह ने आगे कहा, पीएम ने फैशन डिजाइनर्स को फेल कर दिया है। दिन में तीन-तीन बार कपड़े बदलते हैं। 10-10 लाख का पैन रखते हैं। 6700 जूते की जोड़ियां, 5000 सूट हैं। उनके घर में 300 करोड़ रुपए के कालीन बिछे हैं। उसमें सोने के तार लगे हुए हैं। 200 करोड़ रुपए का झूमर लगा हुआ है। राजमहल में कहां-कहां हीरे लगे हुए हैं, ये पूरे देश को दिखाना चाहिए। पीएम मोदी इस देश की जनता को, मीडिया को अपना राजमहल दिखाएं। मैं भाजपा को चुनौती देता हूं कि तुम्हारा झूठ कल उजागर होता। बुधवार को संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। यहां उन्होंने मीडिया के साथ अंदर जाने की कोशिश की पर पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। आप सरकार के आरोपों का भाजपा ने पलटवार किया। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, क्या दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री चुनाव आचार संहिता का इंतजार कर रहे थे? कल तब सब कुछ पीडब्ल्यूडी मंत्री के हाथ में था तब आपने सब क्यों नहीं देखा। ये लाचारी है या बाजीगीरी है। दूसरी ओर भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा सीएम आतिशी के आवास पर पहुंचे। सचदेवा ने कहा, आज जब आचार संहिता लग रही तब आप ड्रामा कर रहे हैं। आतिशी के पास दो बंगले हैं, उन्हें शीशमहल भी चाहिए। भाजपा नेता अनिल विज ने कहा में गरीब आम आदमी पार्टी का बंगला शीश महल है। ये आम आदमी पार्टी को ले डूबेगा। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने आम आदमी पार्टी से सवाल पूछा आज खुद को आम आदमी कहते है। आपने जिस तरीके का मकान बनाया है क्या वह आम आदमी का मकान जैसा है? देखना यह है कि किस पार्टी का मुद्दा ज्यादा चलता है या फिर आई-गई बात हो जाएगी और नए-नए मुद्दे सामने आ जाएंगे।

Thursday, 9 January 2025

शपथ से पहले ट्रंप मुश्किल में फंस सकते हैं


शपथ ग्रहण से पहले अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। हश मनी मामले में 10 जनवरी को उनके खिलाफ सजा सुनाई जाएगी। मामले में ट्रंप को अदालत में सुनवाई के लिए उपस्थित होना होगा। हालांकि जज ने जेल न जाने के संकेत दिए हैं। अदालत का यह आदेश राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने से दो सप्ताह से भी कम समय पहले आया है। ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। इससे पहले उन्होंने पोर्न स्टार को पैसे देने के आरोपों को खारिज किया था और इसे राजनीतिक साजिश बताया था। उधर न्यूयार्क के जज जुआन मर्चेन ने संकेत दिया कि वह ट्रंप को जेल की सजा या जुर्माना नहीं देंगे बल्कि उन्हें सशर्त रिहाई देंगे। जज ने अपने आदेश में लिखा कि नवनिवार्चित राष्ट्रपति सुनवाई के लिए व्यक्तिगत रूप से या वर्चुअल रूप से उपस्थित हो सकते हैं। बता दें कि यह अमेरिका के इतिहास में एक अभूतपूर्व घटनाक्रम है। उनसे पहले किसी भी पूर्व या वर्तमान राष्ट्रपति पर किसी अपराध का आरोप नहीं लगा। डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। रिपब्लिकन पार्टी ने सीनेट में नियंत्रण वापस हासिल कर लिया है, जहां उनके पास 52 सीटें हैं, जबकि डेमोक्रेट्स के पास 47 सीटें हैं। आरोप है कि पोर्न स्टार स्ट्रॉर्मी डेनियल्स के साथ डोनाल्ड ट्रंप ने 2006 में यौन संबंध बनाए थे। यह मामला 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में भी खूब चर्चा में आया था। स्ट्रॉर्मी इस वाकये को सार्वजनिक करने की धमकी दे रही थीं जिसके बाद ट्रंप ने उन्हें गुपचुप तरीके से मुंह बंद करने के लिए पैसे दिए थे। ट्रंप को स्ट्रॉर्मी को 1 लाख 30 हजार डालर के भुगतान को छिपाने के लिए व्यवसायिक रिकार्ड में हेराफेरी करने के आरोप में दोषी ठहराया गया है। ट्रंप के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने एक बयान में कहा कि इस मामले में कोई सजा नहीं सुनाई जानी चाहिए। संविधान की मांग है कि इस मामले को तुरंत खारिज कर दिया जाना चाहिए था। इससे पहले ट्रंप ने अपने मामले को खारिज करवाने के लिए तर्क दिया था कि वे राष्ट्रपति चुनाव में जीते हैं। वहीं, जस्टिस जुआन मर्चेन ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत के कारण मामले को खारिज करने के ट्रंप के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया और सजा के लिए तारीख की घोषणा कर दी। मर्चेन ने लिखा कि जूरी के फैसले को दरकिनार करने से कानून का खासा कमजोर हो जाएगा। डोनाल्ड ट्रंप को अब तक तीन और मामले में चार्ज किया गया है। एक केस वगीकृत दस्तावेजों से संबंधित है, वहीं दो मामले वर्ष 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में अपनी हार को पलटने के उनके कथित कोशिशों से संबंधित है।

-अनिल नरेन्द्र

रमेश बिधूड़ी के बिगड़े बोल



बीते एक साल से चर्चाओं में रहने वाले भाजपा नेता और पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी एक बार फिर चर्चाओं में हैं। चाहे संसद में एक मुस्लिम सांसद पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना हो या 2024 लोकसभा में टिकट कटना हो या फिर दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनावों में विधायकी का टिकट दिया जाना हो, वो चर्चाओं में बने रहते हैं। अब रमेश बिधूड़ी कांग्रेस नेता व सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी पर विवादित टिप्पणी को लेकर चर्चा में हैं। उनके बयान की कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने निंदा की है। कांग्रेस ने जहां भाजपा से माफी की मांग की हैं वहीं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि महिला मुख्यमंत्री के अपमान का बदला दिल्ली की सभी महिलाएं लेंगी। साल 2014 और 2019 में दक्षिणी दिल्ली से सांसद रहे रमेश बिधूड़ी को भाजपा ने कालकाजी सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। इसी सीट से दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी विधायक हैं और वो फिर से इस सीट पर चुनाव लड़ रही हैं। वहीं कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी की पूर्व नेता अल्का लांबा को इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। रमेश बिधूड़ी का हाल का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक जनसभा को संबोधित करते हुए वह कहते हैं कि मैं बेहतरीन सड़क बनाने का वादा करता हूं। उन्होंने संबोधन में कथित तौर पर बिहार की सड़कों और हेमा मालिनी को लेकर दिए गए बयान का भी जिक्र किया और इसी बयान में बिधूड़ी ने बेहतरीन सड़क बनाने का वादा किया और इस बीच प्रियंका गांधी के बारे में विवादास्पद बात कही। इन्होंने हेमा मालिनी के बिहार में लालू के बयान का जिक्र किया और प्रियंका गांधी के बारे में जो अत्यंत अश्लील बात कही मैं उसे दोहराना नहीं चाहता। इस टिप्पणी को लेकर कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बिधूड़ी के भाषण का यह वीडियो साझा करते हुए लिखा... ऊपर से नीचे तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्कार आपको भाजपा के इन ओछे नेताओं में दिख जाएंगे। सुप्रिया श्रीनेत्र ने इस बयान को बेहद शर्मनाक बताया। इस महिला विरोधी भाषा और सोच का जनक भाजपा का नेतृत्व है। आतिशी पर बयान के लिए आम आदमी पार्टी ने एक्स पर लिखाö भाजपा ने फिर अपना महिला विरोधी चेहरा दिखाया। भाजपा के गालीबाज नेता रमेश बिध़ूड़ी ने महिला मुख्यमंत्री आतिशी जी के खिलाफ भद्दी और गंदी भाषा का इस्तेमाल किया। भाजपा नेताओं ने बेशर्मी की सारी हदें पार कर दी। एक महिला मुख्यमंत्री का अपमान दिल्ली की जनता सहन नहीं करेगी। हालांकि रमेश बिधूड़ी ने जब हाईकमान का दबाव बना तो उन्होंने रविवार को दोनों महिलाओं के खिलाफ टिप्पणी करने पर माफी मांग ली। बिधूड़ी ने एक्स पर लिखाöमेरा मकसद किसी को अपमानित करने का नहीं था। किसी संदर्भ में मेरे द्वारा दिए गए बयान पर कुछ लोग गलत धारणा से राजनीतिक लाभ के लिए सोशल मीडिया पर बयान दे रहे हैं। मेरा आशय किसी को अपमानित करने का नहीं था। परंतु फिर भी अगर किसी भी व्यक्ति को दुख हुआ है तो मैं खेद प्रकट करता हूं। सवाल यह है कि तीर तो कमान से निकल चुका है, मुहं से शब्द तो निकल चुके हैं। अब माफी मांगने का क्या फायदा? जो नुकसान होना था हो गया है। रमेश बिधूड़ी का बयान दिल्ली विधानसभा चुनाव पर क्या असर डालेगा यह सवाल भी देखने वाला होगा। अफवाह तो यह भी है कि शायद भाजपा कालकाजी से अपना उम्मीदवार ही बदल दे। देखें, आने वाले दो-चार दिनों में बिधूड़ी जी का क्या हश्र होता है।