Wednesday 6 July 2016

मंत्री हो तो सुषमा जैसा हो

हमें इस बात पर खुशी है कि हमारे विदेश मंत्रालय का एक ऐसा चेहरा है जो संवेदनशील है और समाज के ऐसे वर्ग का ज्यादा ख्याल रखता है जिसके बारे में आमतौर पर माना जाता है कि इनकी कोई परवाह नहीं करता। हमारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कई बार ऐसे उदाहरण पेश किए हैं जिससे साफ पता लगता है कि उन्हें भारतीयों की चिन्ता रहती है। ताजा उदाहरण भारत से अगवा बच्चे सोनू को बांग्लादेश से वापस लाने का है। सोनू को छह वर्ष की आयु में दिल्ली से अगवा किया गया था। पाकिस्तान से गीता को लाने के बाद यह दूसरा मामला है जब सफलतापूर्वक एक भारतीय को स्वदेश लाया गया। सोनू को गत गुरुवार को ढाका से दोपहर दिल्ली लाया गया तो उसके परिवार के साथ सुषमा स्वराज भी इंतजार कर रही थीं। लेकिन ढाका के एक अनाथालय में रह रहे सोनू को लाने का काम इतना आसान भी नहीं था। इस पूरे काम को अंजाम देने के लिए विदेश मंत्रालय की एक टीम काम कर रही थी। इन अधिकारियों की कोशिश की वजह से ही सोनू की पहचान होने के बाद सिर्प 30 दिन के भीतर उसके माता-पिता के साथ डीएनए टेस्ट कर उसके भारत आने का रास्ता साफ किया गया। सनद रहे कि गीता के मामले में उसे भारत लाकर डीएनए टेस्ट किया गया था। हालांकि अभी तक गीता के परिवार का पता नहीं चल पाया है। सोनू आर्थिक तौर पर बेहद पिछड़े परिवार का है। जबकि गीता के बारे में भी ऐसा ही कुछ अनुमान है। मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक विदेश में फंसे किसी भी भारतीय को स्वदेश लाना आसान काम नहीं होता। वहां के विदेश मंत्रालय के साथ सम्पर्प साधने से लेकर स्थानीय पुलिस व जांच एजेंसियों के साथ तालमेल बिठाना और स्थानीय कानून के मुताबिक रास्ता निकालना सबसे कठिन काम होता है। अफगानिस्तान में तालिबान के चंगुल में फंसे फादर प्रेम एलेक्सिस को रिहा करवाना और उन्हें सुरक्षित स्वदेश लाने में कूटनीति के सारे दावपेंच आजमाने पड़े थे। युद्धग्रस्त यमन से भारतीय नर्सों को सुरक्षित निकालने में कई देशों के साथ मिलकर रणनीति बनानी पड़ी। कोई आश्चर्य नहीं पिछले दिनों विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जब अपने मंत्रालय के दो वर्षों के कामकाज का ब्यौरा दे रही थीं तो विदेश मंत्रालय द्वारा विदेश में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाना उनकी वरीयता में बहुत ऊपर था। बांग्लादेश स्थित भारतीय उच्चायोग ने सोनू का पता लगाने से लेकर उसके डीएनए टेस्ट कराने तक का काम सिर्प एक महीने में कर दिखाया। सुषमा जी आप पर हमें गर्व है और आपका मंत्रालय मोदी सरकार का चमकता सितारा है।

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