Thursday 11 August 2016

क्वेटा में वकीलों, पत्रकारों पर सबसे बड़ा आतंकी हमला

पाकिस्तान की अजीब--गरीब हालत है। जम्मू-कश्मीर में वह आतंकवादियों को भेजने का सिलसिला रोक नहीं रहा और आए दिन हमारे सुरक्षाबलों पर हमले हो रहे हैं। वहीं उसका अपना घर आतंकवाद से जल रहा है। दो दिन पहले पाकिस्तान में इस साल का सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ। पाकिस्तान के बलूचिस्तान पांत की राजधानी क्वेटा के एक अस्पताल में हुए आत्मघाती हमले में 75 लोगों की मौत हो गई। जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए। सोमवार को हुए इस हमले में मरने वाले अधिकतर वकील थे। विस्फोट के बाद गोलीबारी भी हुई। तहरीक--तालिबान पाकिस्तान के एक धड़े जमात उल अहारा के पवक्ता ने कहा कि उनका संगठन इस हमले की जिम्मेदारी लेता है। पुलिस के अनुसार पांत की राजधानी में बलूचिस्तान बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वकील बिलाल अनवर कासी की अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलीमार कर हत्या कर दी थी। रिपोर्ट में पुलिस और पत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया गया कि वकील और पत्रकार जैसे ही आपात विभाग के पास जमा हुए कि तभी धमाके की तेज आवाज सुनी गई। मरने वालों में अधिकतर वकील थे, इसके अलावा पुलिस अधिकारी और पत्रकारों की भी मौत हुई। पुलिस ने बताया कि विस्फोट के बाद अज्ञात लोगों ने गोलियां भी बरसाईं। पुलिस के अनुसार यह आत्मघाती हमला था जिसमें आठ किलोग्राम विस्फोटक का पयोग किया गया था। डॉन और आज टीवी के कैमरामैन की विस्फोट में मौत हो गई। 3 अगस्त को भी जहानजेद अल्बी नाम के वकील की गोलीमार कर हत्या कर दी गई। बलूचिस्तान में ऐसे हमले एक दशक से हो रहे हैं। पिछले 15 सालों में कम से कम 1400 ऐसे हमले हुए हैं। इनमें अल्पसंख्यक शियाओं और हजारा समूहों को टारगेट किया जाता रहा है। बलूचिस्तान पाकिस्तान के क्षेत्रफल के मामले में सबसे बड़ा पांत है। यहां पाक आर्मी का भारी विरोध है। इसकी सीमा ईरान और अफगानिस्तान से सटी है। पाकिस्तान के पधानमंत्री नवाज शरीफ और राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने विस्फोट की घटना की कड़ी निंदा की है। दोनों नेताओं ने हमले में बेकसूर लोगों के मारे जाने पर गहरा शोक और पीड़ा जाहिर की है। शरीफ ने अधिकारियों से निगरानी बरकरार रखने और क्वेटा में सुरक्षा मुस्तैद करने को कहा है। घटना के तुरंत बाद सूबे के मुख्यमंत्री सनाउल्ला जहेरी ने अपना शोक पकट करते हुए सुरक्षा के पबंधों की समीक्षा की। बलूचिस्तान के गृहमंत्री सरफराज बुगती ने कहा कि यह सुरक्षा चूक थी और मैं निजी तौर पर मामले की जांच कर रहा हूं। घटना के मद्देनजर सूबे की सरकार ने तीन दिन के शोक की घोषणा कर दी और इस दौरान सरकारी इमारतों पर पाकिस्तान का राष्ट्रीय झंडा आधा झुका होगा।

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