Saturday, 18 January 2025

राहुल और केजरीवाल के एक-दूसरे पर हमले

दिल्ली के सीलमपुर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली रैली के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रणनीति को भाजपा जैसा बताया। क्षेत्रीय स्तर पर कांग्रेस नेता अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बोलते रहे हैं लेकिन ये पहला मौका था जब राहुल गांधी ने सीधे-सीधे केजरीवाल पर वार किया। पिछले कई दिनों से दोनों ही राजनीतिक दल एक-दूसरे पर भाजपा से मिले होने का आरोप लगा रहे हैं। इस पर अरविंद केजरीवाल ने भी पलटवार किया और कहा कि राहुल गांधी ने उन्हें गाली दी। केजरीवाल ने ये भी कहा है कि उन्होंने राहुल गांधी पर एक लाइन बोली लेकिन जवाब भाजपा वालों की ओर से आ रहा है। करीब सात महीने पहले ही दोनों पार्टियां लोकसभा चुनाव एक ही गठबंधन में रहकर लड़ी थीं। हालांकि उसके बाद हरियाणा विधानसभा चुनाव दोनों अलग-अलग लड़े, लेकिन शीर्ष नेतृत्व के स्तर पर ऐसे जुबानी हमले पहली बार सुनाई पड़े हैं। केजरीवाल ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर लिखा, क्या बात है... मैंने राहुल गांधी जी पर एक ही लाइन बोली और जवाब भाजपा से आ रहा है। भाजपा को देखिए कितनी तकलीफ हो रही है। सीलमपुर में अपनी पहली दिल्ली विधानसभा चुनावी सभा में राहुल गांधी ने कहा केजरीवाल जी आए और कहा कि दिल्ली साफ कर दूंगा, भ्रष्टाचार मिटा दूंगा, पेरिस बना दूंगा। अब हालात ऐसे हैं कि भयानक प्रदूषण है, लोग बीमार रहते हैं, बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। अब मैं जातिगत जनगणना की बात करता हूं तो नरेन्द्र मोदी जी और केजरीवाल जी के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता। ऐसा इसलिए है कि दोनों चाहते हैं देश में पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को भागीदारी न मिले। इस बयान के कुछ देर बाद ही अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर लिखा, आज राहुल गांधी जी दिल्ली आए। उन्होंने मुझे बहुत गालियां दीं। पर मैं उनके बयानों पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। उनकी लड़ाई कांग्रेस बचाने की है। मेरी लड़ाई देश बचाने की है। दोनों नेताओं के बीच एक वाद-प्रतिवाद में भाजपा भी प्रतिक्रिया देने से नहीं चूकी थी भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, देश की चिंता बाद में करना अभी नई दिल्ली की सीट बचा लो। राहुल गांधी दिल्ली में कांग्रेस की खोई हुई जमीन को फिर से समेटने की कोशिश कर रहे हैं। शीला जी के जाने के बाद से दिल्ली में कांग्रेस धरातल पर आ गई है। पिछले 10-11 सालों से कांग्रेस का दिल्ली से सफाया हो गया है। इसलिए हम राहुल गांधी की रणनीति को समझ सकते हैं। फिर हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि किस तरह केजरीवाल ने शीला दीक्षित पर निम्न स्तर के हमले किए थे और उन्हें बेइज्जत, जलील किया था। उनके पुत्र संदीप दीक्षित अब गिन-गिन कर बदला ले रहे हैं। यह भी किसी से छिपा नहीं है कि किस तरह आम आदमी पार्टी (आप) ने हरियाणा, गोवा, गुजरात इत्यादि राज्यों में अपने उम्मीदवार जबरदस्ती खड़े करके कांग्रेस को हरवा दिया था। अब लगता है कि कांग्रेस को न तो इंडिया गठबंधन की परवाह है और न ही इस बात की चिंता है कि अगर दिल्ली में कांग्रेस और आप के वोटों में विभाजन होता है तो इसका सीधा लाभ भाजपा को होगा। अब दिल्ली की चुनावी बिसात दिलचस्प होती जा रही है। -अनिल नरेन्द्र

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