Tuesday 30 April 2024

कन्नौज में अखिलेश ने कबूल करी चुनौती

आखिर कन्नौज से अखिलेश यादव खुद ही मैदान में उतर आए हैं। पहले वे यहां से अपने भतीजे और लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप यादव को चुनाव लड़ना चाहते थे। मगर भाजपा ने जब तंज कसा कि अखिलेश यादव हार के डर से भाग रहे हैं तो उन्होंने चुनौती स्वीकार कर ली। चुनाव में यादव परिवार के अब कुल पांच उम्मीदवार हैं। बदायूं से आदित्य यादव, मैनपुरी से डिंपल यादव, फिरोजाबाद से अक्षय यादव, आजमगढ़ से धर्मेन्द्र यादव और खुद अखिलेश यादव कन्नौज से। कन्नौज अखिलेश के लिए नई सीट नहीं है। वे 2000 में हुए उपचुनाव में पहली बार यहां से जीते थे। फिर 2004 और 2009 में भी जीते। लेकिन 2012 में मुख्यमंत्री बने तो इस्तीफा देना पड़ा। उपचुनाव में भी जीते। ल]िकन 2012 में मुख्यमंत्री बने तो इस्तीफा देना पड़ा। उपचुनाव में उनकी पत्नी डिंपल यादव निर्विरोध जीत गईं। फिर 2014 में भी यहां से डिंपल ही जीतीं। उन्होंने भाजपा के सुब्रत पाठक को हराया। लेकिन 2019 में सुब्रत ने लगभग 13000 मतों से डिंपल को हराकर अपनी हार का बदला चुका लिया। जाहिर है कि 2024 लोकसभा चुनाव में मुकाबला अखिलेश और सुब्रत के बीच होगा। सुब्रत को अखिलेश 2009 में हरा चुके हैं। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव गुरुवार को कन्नौज संसदीय सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद जोश में दिखे। उन्होंने कहा कि समाजवादी चुनावी मैच में पहली ही गेंद पर छक्का मार भाजपा की नकारात्मक राजनीति खत्म करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिए बिना अखिलेश ने कहा कि वो मन की बात नहीं मनमर्जी करते हैं। सीमा पर घुसपैठ करने के साथ चीन बढ़ता चला आ रहा है। यह बस हिन्दुस्तान-पाकिस्तान की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी रूका विकास शुरू कराएंगे। अब भाजपा और उनके प्रत्याशी की भाषा बदली है जो प्रदेश में सपा के पक्ष में रुझान का संकेत है। देर से खुद के नाम की घोषणा पर बोले कि कहावत है कि हथौड़ा तब मारो जब लोहा गरम हो, वहीं किया है। अखिलेश ने कहा कि कन्नौज की पहचान खुशबू, मोहब्बत व प्रेsम से है, जिसे वे बहाएंगे। लोगों के सम्मान, इतिहास, कारोबार आदि को आगे ले जाएंगे। यहां का विकास भाजपा ने रोका क्योंकि दो काम समाजवादियों के थे। भाजपा ने अपमानित किया है। लोहिया व बाबा साहब के सिद्धांतों को मानने वाले इसका बदला लेंगे। कन्नौज को समाजवादियों का गढ़ और अपना घर बताते हुए सपा सरकार व सांसद रहने के समय के विकास कार्य भी गिनाए। अखिलेश यादव ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा शुरू किए गए सौर ऊर्जा प्लांट को बंद कराने का आरोप भाजपा पर मड़ने के साथ कहा कि कन्नौज सदर में स्टेडियम अब तक नहीं बना और कहा कि उन्होंने मेडिकल, पैरा मेडिकल व नर्सिंग कालेज बनाया। कैंसर से लेकर हर मर्ज के उपचार की व्यवस्था की पर वर्तमान सरकार रखरखाव के बजाए नाम बदलने में व्यस्त है।

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