Saturday 10 April 2021

मुख्तार का नया पता बैरक नम्बर 15, बांदा जेल

माफिया मुख्तार अंसारी का नया पता होगा.... बैरक नम्बर 15, बांदा जेल। 26 महीने की जद्दोजहद के बाद उसकी वापसी यूपी में हो गई। पंजाब के बिल्डर से 10 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने के आरोप में मामला दर्ज होने के बाद पंजाब पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर जनवरी 2019 को यूपी से ले गई थी और करीब 24 महीने से अंसारी न्यायिक हिरासत में रोपड़ जेल में था। पंजाब की रोपड़ जेल बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को खूब रास आई। वह यहां पर अपने आपको पूरी तरह सुरक्षित समझता था। यहां से यूपी नहीं जाना चाहता था। दो साल में आठ बार यूपी पुलिस उसे लेने रोपड़ भी पहुंची, लेकिन हर बार सेहत, सुरक्षा और कोरोना का कारण बताकर पंजाब पुलिस ने सौंपने से इंकार कर दिया। पंजाब पुलिस हर बार डॉक्टर की सलाह का हवाला देती रही कि अंसारी को डिप्रैशन, शुगर, रीढ़ से संबंधित बीमारियां हैं। ऐसे में उसे कहीं और शिफ्ट करना ठीक नहीं है। जब यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो पंजाब सरकार ने आरोपी को पंजाब की जेल में रखने के लिए कई तर्क रखे, लेकिन वह सब विफल रहे। 21 जनवरी 2019 को मोहाली पुलिस अंसारी को कारोबारी से रंगदारी मांगने के आरोप में यूपी से प्रोडक्शन वारंट पर लाई थी। 25 जनवरी 2019 से आरोपी रोपड़ जेल में बंद था। करीब 26 महीने से यूपी में चल रहे 54 केसों की सुनवाई हुई, वह एक बार भी अदालत में पेश नहीं हुआ। हालांकि इलाज के लिए बाहर आता रहता था। यह मामला यूपी और पंजाब सरकार के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का कारण भी बन गया था। अंतत सुप्रीम कोर्ट के दखल से उसकी घर वापसी हुई। उस पर राज्य और अन्य स्थानों पर 54 से अधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से अधिकांश मामलों में गवाहों के मुकर जाने या गवाही के लिए सामने न आने से यह मामला ढीले पड़ चुके थे। लेकिन 15 मामलों में सुनवाई अभी जारी है। यूपी पुलिस के अत्याधुनिक हथियारों से लैस करीब 60 जवान उसे लाने एक एम्बुलेंस, ब्रज वाहन सहित 11 वाहनों का काफिले लेकर पहुंचे थे। 900 किलोमीटर के इस सफर में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा का इंतजाम था। बांदा जेल की बैरक नम्बर 15 उसका नया ठिकाना होगा। जेल में सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए हैं। मुख्तार के परिवार वाले उसकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। दरअसल उन्हें यूपी की भाजपा सरकार के माफिया गैंगस्टर विरोधी रुख से खतरा महसूस हो रहा है। मुख्तार और उसके गुर्गों की कई अवैध सम्पत्तियों पर बुल्डोजर चल चुके हैं। उसकी पत्नी अफशां अंसारी और बड़े भाई गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी सुप्रीम कोर्ट से उसकी सुरक्षा बढ़ाने की गुहार कर चुके हैं। कोई कितना भी बड़ा सरगना या अपराधी क्यों न हो, न्याय करना कानून का काम है। मुख्तार अब यूपी की जेल में है। अब वक्त है कि बयानबाजी छोड़कर कानून को अपना काम करने दिया जाए।

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