Friday 9 April 2021

राफेल पर कांग्रेस-भाजपा फिर आमने-सामने

राफेल विमान सौदे को लेकर भाजपा और कांग्रेस में फिर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। ताजा विवाद फ्रांसीसी पोर्टल मीडियापार्ट की एक खबर को लेकर है, जिसमें राफेल सौदे में 11 लाख यूरो (मौजूदा मूल्य के हिसाब से लगभग 9.5 करोड़ रुपए) की दलाली का दावा किया गया है। कांग्रेस ने इस रिपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सफाई मांगी है, वहीं भाजपा ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। गौरतलब है कि मीडियापार्ट ने ही 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राफेल के साथ हुए ऑफशोर समझौते पर सवाल उठाते हुए रिपोर्ट छापी थी। मीडियापार्ट की खबर का हवाला देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांस की एंटी करप्शन एजेंसी ने जांच में पाया है कि दासौ ने डेफसिस सॉल्यूशंन को राफेल के 50 मॉडल बनाने के लिए 11 लाख यूरो का भुगतान किया था, लेकिन कंपनी इन मॉडल की आपूर्ति दिखाने में विफल रही। दो सरकारों के बीच हुए सौदे में दलाली की रकम दिया जाना गंभीर मामला है। पीएम मोदी को इसका जवाब देना चाहिए। सुरेजवाला ने कहा कि सौदे की शर्तों में साफ-साफ लिखा है कि इसमें किसी तरह के बिचौलिये की कोई भूमिका नहीं होगी। वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल सौदे में एक बिचौलिये को 11 लाख यूरो (करीब 9.5 करोड़ रुपए) का भुगतान किए जाने वाली इस खबर पर मंगलवार को सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि व्यक्ति जो कर्म करता है उसका फल सामने आ जाता है तथा इससे कोई बच नहीं सकता। उन्होंने ट्वीट किया कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। राहुल ने कहा कि जब कांग्रेस ने मामले की गहन जांच की मांग की थी तो भाजपा ने आरोपों को पूरी तरह निराधार करार देते हुए आरोप लगाया था कि मुख्य विपक्षी पार्टी सुरक्षा बलों को कमजोर करने का प्रयास कर रही है। फ्रांस के समाचार पोर्टल ने नए खुलासे से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के इस रुख को सही साबित किया है कि राफेल विमान सौदे में भ्रष्टाचार हुआ है। इस पर पलटवार करते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए मीडियापार्ट की रिपोर्ट पर ही सवाल उठाया। उन्होंने रिपोर्ट के पीछे कारपोरेट लड़ाई की ओर इशारा किया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट व सीएजी पहले ही सौदे को क्लीन चिट दे चुके हैं। रविशंकर प्रसाद ने बिचौलिये के रूप में डेफसिस सॉल्यूशंस और उसके मालिक सुशेन गुप्ता का नाम सामने आने को भी हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा कि सुशेन गुप्ता को अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले के आरोप में वर्ष 2019 में ईडी गिरफ्तार कर चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद स्वीकार कर चुके हैं कि वह सुशेन गुप्ता के पूरे परिवार से परिचित हैं। यही नहीं, अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के नाम भी सामने आ चुके हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहाöराफेल को लेकर कांग्रेस लंबे समय से विवाद खड़ा करने की कोशिश करती रही है, लेकिन उसे कोई सफलता नहीं मिली है। प्रसाद ने ध्यान दिलाया कि कांग्रेस ने इस मामले को पूर्व में भी उठाया है और सुप्रीम कोर्ट में भी उसकी हार हुई। यहां तक कि कैग जांच में भी कुछ गलत नहीं पाया गया। हमारा मानना है कि चूंकि सारा मामला फ्रांस से उठा है और वहां जांच जारी है। जांच में किस-किस का नाम आता है यह फ्रांस की जांच पर निर्भर है। रिश्वत दी गई तो कितनी, किसको दी गई, पता नहीं इसका खुलासा होता है या नहीं?

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