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Wednesday, 11 July 2012

टाइम मैग्जीन का मनमोहन सिंह को सर्टिफिकेट

ज्यादा दिन नहीं हुए जब पश्चिमी मीडिया खासकर अमेरिकी मीडिया हमारे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तारीफों में पुल बनाते थकते नहीं थे। आज वही मीडिया मनमोहन सिंह को अंडर अचीवर यानी असफल प्रधानमंत्री बता रहा है। अमेरिका की प्रतिष्ठित `टाइम' मैग्जीन ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को `अंडर अचीवर' यानी `कम सफल' करार दिया है। मैग्जीन ने अपने ताजा अंक में कहा है कि सिंह उन सुधारों पर सख्ती से आगे बढ़ने के इच्छुक नहीं लगते, जिनसे देश एक बार फिर उच्च आर्थिक वृद्धि के रास्ते पर लौट सकता है। मैग्जीन ने 79 वर्षीय मनमोहन सिंह की तस्वीर पर शीर्षक लिखा है उम्मीद से कम सफल भारत को चाहिए नई शुरुआत। मैग्जीन में `ए मैन इन शैडो' शीर्षक से प्रकाशित लेख में सवाल किया गया है कि क्या प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपने काम में खरे उतरे हैं? रिपोर्ट के अनुसार आर्थिक वृद्धि में सुस्ती, भारी वित्तीय घाटा और लगातार गिरते रुपए की चुनौती का सामना कर रहा कांग्रेस नीत गठबंधन खुद को भ्रष्टाचार और घोटालों से घिरा पा रहा है। बढ़ती महंगाई और एक के बाद एक सामने आ रहे घोटालों से वोटर का सरकार पर से विश्वास उठता जा रहा है। पीएम की ओर इशारा करते हुए मैग्जीन ने कहा कि तीन साल पहले जो विश्वास उनमें था आज वह नदारद है। मनमोहन का मंत्रियों पर कोई नियंत्रण नहीं रहा। टाइम मैग्जीन के विचारों से हालांकि कांग्रेसी सहमत शायद न हों पर फिर भी देश के ताजा राजनैतिक हालात पर यह सटीक टिप्पणी है। यह सारी बातें तो हम भी कह रहे हैं, पूरा देश कह रहा है, तमाम विपक्ष कह रहा है। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले इसी टाइम पत्रिका में एक और भारतीय को कवर पर छापा गया था। यह थे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी। नरेन्द्र मोदी के बारे में इसी पत्रिका ने लम्बे-चौड़े पुल बांधें थे। कहा गया था कि मोदी के नेतृत्व में चौतरफा विकास हुआ है, आर्थिक गति और खुशहाली आई है इत्यादि-इत्यादि। वही टाइम मैग्जीन मनमोहन सिंह को फेल बता रही है। टाइम मैग्जीन की इस कवर स्टोरी के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों में हलचल बढ़ी। प्रतिक्रिया राजनीतिक लाइन के मुताबिक ही थी। भाजपा के मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने दुनिया को देश के बारे में भ्रष्टाचार और नेतृत्वविहीन आर्थिकी का संदेश दिया है। उन्होंने बड़ी उपलब्धियां नहीं बल्कि भ्रष्टाचार और खराब शासन प्रणाली जैसी उपलब्धियां ही जुटाई हैं। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि डॉ. सिंह के नेतृत्व में संप्रग सरकार ने देश को स्थिरता, सद्भाव, मजबूत आंतरिक संबंध, आर्थिक वृद्धि और विश्व में अहम स्थान दिलाया है। यह नहीं कहा जा सका कि उन्होंने कुछ हासिल नहीं किया। अपने चिर-परिचित स्टाइल में लालू प्रसाद यादव ने टिप्पणी की ः अन्ना और उनकी टीम के सदस्य अरविन्द केजरीवाल जैसे लोगों ने ही अमेरिकी पत्रिका को यह लेख बोलकर लिखवाया है। अमेरिका की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। वह यह बात कैसे कह सकता है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जितना विदेश घूमे हैं मेरा नहीं ख्याल कि उनसे पहले कोई भारतीय प्रधानमंत्री इतना घूमा होगा। देश के अन्दर तो मनमोहन सिंह की छवि शून्य तो है ही अब विदेशों में भी शून्य हो गई है।