Thursday 12 May 2022

हिमाचल में खालिस्तानी झंडा, राजनीति दिल्ली में

हिमाचल प्रदेश में विधानसभा के बाहर खालिस्तानी झंडे लगाए जाने के मामले में आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक-दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं। वार-पलटवार की जबरदस्त राजनीति चल रही है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से लेकर पार्टी प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज, सांसद संजय सिंह व आप नेता आतिशी ने भाजपा को घेरते हुए जोरदार कटाक्ष किया है। मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि बेहद कड़ी सुरक्षा वाले हिमाचल प्रदेश विधानसभा परिसर भवन पर खालिस्तानी झंडा लगना सुरक्षा की बहुत बड़ी नाकामी है। हिमाचल के मुख्यमंत्री को तुरन्त इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि पूरी भाजपा तेजिंदर सिंह बग्गा को बचाने में लगी है और उधर खालिस्तानी झंडे लगाकर चले गए। जो सरकार विधानसभा न बचा पाए वो जनता को कैसे बचाएगी? भाजपा सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है। आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हिमाचल विधानसभा परिसर के आसपास खालिस्तानी झंडे लगाना देश और हिमाचल प्रदेश के लिए शर्म की बात है। भाजपा और पुलिस अपराधियों को बचाने में लगी रहेगी तो आतंकवादी अपना झंडा लगाने से कैसे रुकेंगे? इस मुद्दे पर आप नेता आतिशी ने कहा कि अगर भाजपा सरकार एक विधानसभा को सुरक्षा नहीं दे सकती है तो सामान्य इंसान को सुरक्षा कैसे दे पाएगी। भाजपा सिर्प इसमें व्यस्त है कि दंगाइयों को कैसे बचाया जाए इसलिए विधानसभा पर जो सुरक्षा होनी चाहिए वो सुरक्षा नहीं है। पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि खालिस्तानी सबसे सुरक्षित जगह हिमाचल प्रदेश विधानसभा पर यह झंडा लगाकर चले गए, यह राज्य सरकार और भाजपा की असफलता है। बग्गा को बचाने में पूरी भाजपा और उनकी सरकारें व्यस्त हैं तो वह हिमाचल प्रदेश और देश की सुरक्षा कैसे करेंगी? संजय सिंह ने कहा कि विधानसभा सबसे सुरक्षित जगह होती है और खालिस्तानी झंडा लगाकर चले गए। यह घटना हिमाचल के लोगों का अपमान है। खालिस्तानी झंडा फहराने वाले के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सिर्प हिमाचल प्रदेश की बात नहीं है। पहले जब बिहार एक था तो पटना और रांची में विधानसभा थी। नागपुर और मुंबई में विधानसभाएं थीं। यह तो कई राज्यों में इस तरह से व्यवस्था है कि अलग-अलग जगहों पर विधानसभा के सत्र चलते हैं। जयराम रमेश ठाकुर का धर्मशाला में विधानसभा भवन न होने की बात कहना हास्यास्पद है। कैबिनेट के एक मंत्री के पास हिन्दुस्तानभर में जितने घर होते हैं, उनके सभी घरों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था होती है। अगर मंत्री के लिए सुरक्षा व्यवस्था होती है तो विधानसभा के लिए क्यों नहीं होता? पलटवार करते हुए दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी की पंजाब में सरकार बनने के बाद देश के अंदर खालिस्तानी गतिविधियां जिस तरह से बढ़ती जा रही हैं और उसका सीधा कनेक्शन पंजाब से निकल रहा है, हर देशवासी के लिए खतरनाक साबित होने वाला है। केजरीवाल की पार्टी एक खालिस्तानी समर्थक पार्टी बन चुकी है। उन्होंने कहा कि खालिस्तान के एजेंडे पर चलने वाली सरकार आज देश के कई राज्यों में खालिस्तानी गतिविधियों को अंजाम दे रही है। आदेश गुप्ता ने कहा कि इस बात को नकारा नहीं जा सकता है कि जब से आम आदमी पार्टी पंजाब में सक्रिय हुई है तब से ही खालिस्तानी मूवमेंट पंजाब व अन्य प्रदेशों में तेज होने लगा है। आतंकवादी पन्नू ने तो खुलेआम आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी को पंजाब चुनाव 2022 जीतने के लिए हमने विदेशी चंदा लिया है। खालिस्तानी शक्तियां अपना रंग भी दिखाने लगी हैं। पहले पटियाला में रंग दिखाया और आज धर्मशाला में विधानसभा की दीवार पर खालिस्तानी झंडा लगाना कोई संयोग नहीं बल्कि एक प्रयोग है। पंजाब सहित देश में हो रहीं खालिस्तानी गतिविधियों को रोकने की सख्त जरूरत है।

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