Thursday, 7 March 2024

मिशन 400 पूरा करने में पहला कदम


बीजेपी की पहली लिस्ट में उन राज्यों से परहेज किया गया जहां गठबंधन है या होने की उम्मीद है। मसलन बिहार से एक भी उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया। वहां जेडीयू सहित दूसरे छोटे दलों के साथ सीटों के बंटवारे पर बातचीत का दौर जारी है। तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं हुई, जहां गठबंधन की बात चल रही है। पहली लिस्ट में साफ संकेत है कि मोदी जी इस बार कोई रिस्क नहीं उठाना चाहते। वह उन पुराने चेहरो को रिपीट कर रहे हैं जो उन्हें लगता है कि सीट निकाल सकते हैं, बेशक वह 70 साल से ज्यादा की उम्र के हों। टिकट में सीट जीतने की क्षमता को सबसे अधिक महत्व दिया गया है। मसलन केरल जहां भाजपा के लिए कठिन राह है वहां पार्टी ने पहली लिस्ट में राजीव चंद्रशेखर को उतारा है। इस सीट से कांग्रेस के शशि थरूर सांसद हैं। पार्टी ने संकेत दिया है कि आने वाली लिस्ट में और मजबूत नाम देखने को मिलेंगे। बीजेपी की पहली लिस्ट में कुछ ऐसे सांसदों के टिकट कटे हैं जिनके विवादित बयानों की वजह से विपक्ष ने बीजेपी पर जमकर हमला किया था। दिल्ली की दक्षिणी दिल्ली सीट से सांसद रमेश बिधूड़ी ने संसद में सांसद दानिश अली पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिस पर काफी बवाल हुआ था। उनका टिकट काटकर अब उस सीट पर रामवीर सिंह बिधूड़ी को टिकट दिया गया है। बीजेपी ही नहीं बल्कि आरएसएस भी पिछले काफी वक्त से मुस्लिम आउटरीच का काम कर रहा है। पीएम नरेन्द्र मोदी खुद पार्टी की कई बैठकों में कह चुके हैं कि हमें सबके पास पहुंचना है, बीजेपी पसमांदा मुस्लिमों को अपने साथ जोड़ने के लिए कई कार्यक्रम चला रही है। ऐसे में पार्टी के सांसद के मुस्लिम विरोधी बयान पार्टी को असहज स्थिति में डालते हैं। बीजेपी पहले पैंगबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में अपने दो प्रवक्ताओं को पार्टी से निष्कासित कर चुकी है। भोपाल से बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा का टिकट काट दिया है, उनके विवादित बयान आए दिन वायरल होते थे। एक विवादित बयान पर मोदी कुछ समय पहले कह चुके थे कि वे दिल से उन्हें माफ नहीं करेंगे। लिस्ट देखकर एक तरफ जहां यह लग रहा है कि विवादित बयान कुछ सांसदों पर भारी पड़े। वहीं कई नेता हैं जो विवादों में तो रहे लेकिन पार्टी ने उनका साथ दिया। उदाहरण के तौर पर झारखंड के गोण्डा से निशिकांत दुबे, किसान अवहेलना के दौरान विवादों में रहे अजय मिश्र टैनी। हैदराबाद सीट से बीजेपी ने माधवी लता को टिकट दिया है, इस सीट पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सांसद हैं। दूसरी पार्टी छोड़कर बीजेपी में आए नेताओं को भी टिकट दिया गया। बीएसपी छोड़कर आए रितेश पांडे को यूपी के अम्बेडकर नगर से उम्मीदवार बनाया गया है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी और कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा कुछ दिन पहले ही बीजेपी में शामिल हुईं थीं उन्हें भी चाईबासा से टिकट दिया गया है। बीआरएस से बीजेपी में आए बीबी पाटिल को भी तेलंगाना की जहीराबाद सीट से टिकट दिया गया है। बांसुरी स्वराज को इसलिए उतारा गया है क्योंकि वह बहुत मिलनसार हैं और पार्टी कार्यकर्ता उनमें उनकी दिवंगत मां सुषमा स्वराज की छवि देखते हैं। दिल्ली में कुल पांच सीटों पर अभी तक नाम घोषित किए गए हैं और उनमें केवल मनोज तिवारी अकेला ऐसा नाम है जो अपनी उम्मीदवारी बचा पाए हैं। यहां तक कि मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे डा. हर्षवर्धन जैसे ईमानदार व्यक्ति को भी दरकिनार कर दिया गया है। पहली लिस्ट का पब्लिक में रिस्पांस कुछ मिला-जुला सा है।

-अनिल नरेन्द्र


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