Saturday, 2 March 2024

पाकिस्तान की पहली महिला मुख्यमंत्री


इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की ओर से विरोध और बॉयकाट के बीच नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज को पंजाब सूबे की मुख्यमंत्री के रूप में चुन लिया गया है। मरियम नवाज साल 2011 से लगातार राजनीति में सक्रिय हैं। लेकिन 8 फरवरी को हुए चुनाव में वह पहली बार पाकिस्तानी संसद नेशनल असेंबली की सदस्य बनी हैं। मरियम नवाज पाकिस्तान में मुख्यमंत्री पद तक पहुंचने वाली पहली महिला बन गई हैं। मरियम नवाज को पाकिस्तान की सबसे अहम लेकिन विवादित महिला राजनेता के रूप में देखा जाता है। उनकी पार्टी में लोग उनकी हिम्मत और शानदार शख्सियत के मुरीद हैं। लेकिन इमरान खान के समर्थकों के बीच उनके भ्रष्ट परिवारवादी राजनीति के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। वे लाहौर में पली-बढ़ी हैं और उनकी शादी सेना के अधिकारी रहे चुके एक शख्स से हुई, जो 90 के दशक में उनके पिता के प्रधानमंत्री रहते हुए उनके (नवाज शरीफ के) एडीसी थे। शरीफ परिवार पारंपरिक रूप से रुढ़िवादी स्वभाव का है। मरियम के पिता नवाज शरीफ का पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल परवेज मुशर्रफ ने अक्टूबर 1999 में जब तख्तापलट करके उन्हें कैद में डाला, तब तक वे लो प्रोफाइल रहकर अपने दो बच्चों की परवरिश कर रही थीं। बाकी मर्द भी नजरबंद थे। उन हालातों में मरियम अपनी मां के साथ पहली बार सार्वजनिक तौर पर सामने आईं। लोगों के सामने आकर उन्होंने जनरल मुशर्रफ को खुली चुनौती दी और अपने पिता का समर्थन किया। कुछ महीने बाद सऊदी अरब के किंग की मदद से मरियम और उनकी मां ने जनरल मुशर्रफ से एक डील की। इस डील के तहत नवाज शरीफ जेल से रिहा हुए और दिसम्बर 2000 से सपरिवार सऊदी अरब निर्वासित हो गए। साल 2007 में नवाज शरीफ पाकिस्तान लौटे। पाकिस्तान की राजनीति में मरियम नवाज की शुरुआत 2011 में हुई जहां उन्होंने अपने चाचा शहबाज शरीफ के लिए समर्थन जुटाने के लिए महिला शिक्षण संस्थानों का दौरा किया। शाहबाज तब पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री थे। पीएमएल-एन की 50 वर्षीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष मरियम ने पूर्व पीएम इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थक सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल के निवार्चित प्रतिनिधियों के बहिर्गमन के बीच मुख्यमंत्री पद का चुनाव जीता। मरियम ने कहा कि वह अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ बदले की भावना से काम नहीं करेंगी। 50 वर्षीय मरियम ने कहा कि मुझे खुशी है कि आज मैं उस कुर्सी पर बैठी हूं जिस पर कभी मेरे पिता बैठ चुके हैं। उम्मीद है कि भविष्य में भी महिलाओं के नेतृत्व की परम्परा जारी रहेगी। नवाज शरीफ की राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाली मरियम ने कहा कि मेरे पिता ने मुझे सिखाया कि कार्यालय कैसे चलाना है। उन्होंने कहा कि आज सूबे की हर औरत एक महिला मुख्यमंत्री को देखकर गर्व महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने जेल में कैद होने जैसा कठिन समय देखा है, लेकिन उन्हें मजबूत बनाने के लिए वह अपने विरोधियों की आभारी हूं। मरियम नवाज एक अच्छी वक्ता हैं, वे भीड़ को भी अपनी ओर खीचंती हैं। उनके कई समर्थक मरियम नवाज की तुलना पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो से भी करते हैं। लड़काना की एक सभा में मरियम ने कहा था कि कई मायनों में उनका संघर्ष मोहतरमा बेनजीर भुट्टो जैसा ही है। कई मायनों में मुझे लगता है कि बेनजीर के साथ मेरी राजनीतिक समानता भी है।

-अनिल नरेन्द्र

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