Thursday, 14 September 2023

मोदी का दुनिया में कद बढ़ा है

जी-20-शिखर सम्मेलन में पहली बार बिना किसी विवाद के आम सहमति बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया के नेताओं को न केवल आश्चर्यंचकित कर दिया, बल्कि आयोजन के भव्य एवं सफल मेजबानी तथा विदेशी राष्ट्रीय अध्यक्षों से व्यक्तिगत मुलाकात के दौरान उनकी बांडिग से पूरी दुनिया पीएम मोदी की कायल हो गईं है। यह मोदी की अपनी साख एवं वूटनीति का ही परिणाम था कि इतने बड़े आयोजन में न तो अमेरिका नाराज हुआ, न यूरोप और न रूस। इतना ही नहीं, चीन जैसे प्रतिद्वंद्वी देश को ंभी साधने में भारत की वूटनीति में कामयाबी हासिल की। यह पहली बार है कि जब बिना एक भी आपत्ति के जी-20 का घोषणापत्र जारी हुआ। दुनिया के कईं देशों की मीडिया ने जी-20 बैठक में बनी आम सहमति को एक बड़ी कामयाबी बताया है। विदेशी अखबार इसे भारत के नेतृत्व में हुए सम्मेलन की एक बड़ी उपलब्धि बता रहे हैं। आर्थिक गलियारे की बात को भी प्रामुखता दी गईं है। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्व टाइम्स ने लिखा है कि नईं दिल्ली में जी-20 सम्मेलन के संयुत्त घोषणापत्र में यूव््रोन युद्ध को लेकर रूस का आव््रामक रुख और उसके व््राूर आचरण की निदा नहीं की गईं। जबकि बीते साल इंडोनेशिया के बाली शहर में जी-20 के संयुत्त घोषणापत्र में यूव््रोन पर रूस के आव््रामक रुख की निदा की गईं थी और रूस को अपनी सेना को यूव््रोन की धरती से वापस बुलाने मांग की गईं थी। वहीं, अल जजीरा ने लिखा है कि नईं दिल्ली संयुत्त घोषणापत्र पर आम सहमति तक पहुंचने में कामयाब रहा। भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने वूटनीतिक रूप से ग्लोबल साउथ की जरूरतों को पहचानने और पूरा करने के लिए इन्हें अनोखे रूप से पेश किया। चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग के बयान का जिव््रा करते हुए कहा कि विश्व की प्रामुख शक्तियों के बीच शिखर सम्मेलन आयोजित होने पर पीएम ली ने जी-20 की एकजुटता और सहयोग का आह्वान किया। जी- 20 के स्थायी सदस्य के रूप में अप्रीकी संघ का स्वागत योग्य समावेश पहला उत्साहजनक संकेत है। जो प्रमुख शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं के बीच आम सहमति को दर्शाता है। पाकिस्तान की प्रमुख समाचार वेबसाइट डॉन ने भी जी-20 सम्मेलन से जुड़ी खबर को प्रमुखता से प्रकाशित की। डॉन ने अमेरिका, भारत, सऊदी अरब और यूरोपीय संघ के बीच रेल और शिपिग कॉरिडोर की घोषणा की खबर को प्रामुखता से छापा है। यह समझौता ऐसे महत्वपूर्ण समय पर हुआ है, जब अमेरिका को एक वैकल्पिक भागीदार और निवेशक के रूप में पेश करके वैश्विक बुनियादी ढांचे पर चीन के बैल्ट-एंड-रोड का मुकाबला करना चाहते हैं। एक प्राभावी, एक परिवार, एक भविष्य की पीएम मोदी की अवधारणा को पूरी दुनिया ने सराहा है। निाित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सफल जी-20-सम्मेलन से व्यत्तिगत कद बढ़ा है और दुनिया के टॉप लीडरों में उनका नाम शुमार हो गया है।

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