Tuesday, 28 February 2023
नया ट्रेंड : दो साल की सरकारें
इस सम्पादकीय और पूर्व के अन्य संपादकीय देखने के लिए अपने इंटरनेट/ब्राउजर की एड्रेस बार में टाइप करें पूूज्://हग्त्हाह्ंत्दु.ंत्दुेज्दू.म्दस् लोगों में अधिकारों को लेकर बढ़ती जागरुकता और जनमत के दबाव का नतीजा है कि दुनिया में लोकतांत्रिक सरकारें और उनके नेता अब तेजी से बदल रहे हैं। यूरोप के ज्यादातर देशों में हर दो साल में सरकार बदल रही है। इसका कारण है लोग दो साल से ज्यादा समय तक एक सरकार नहीं चाहते हैं। ब्रिटेन में 2022 में तीन प्राधानमंत्री बने। प्यू रिसर्च सेंटर की स्टडी में यह बात सामने आईं है। इसमें दूसरे विश्व युद्ध के बाद से 2022 तक ब्रिटेन के साथ ही यूरोपियन यूनियन के 22 देशों में सरकार के औसत कार्यंकाल का हिसाब लगाया गया। इसमें सामने आया कि ज्यादातर यूरोपीय देशों में दो साल में एक बार सरकार में बदलाव हो गया। बेल्जियम, फिनलैंड और इटली में सबसे कम कार्यंकाल वाली सरकारें रहीं।
इन देशों में सरकारें औसतन एक साल भी नहीं चलीं। संविधान में तय कार्यंकाल से बहुत कम समय तक सरकारें चल सकीं। वहीं लग्जमबर्ग में सरकार का औसत कार्यंकाल सबसे ज्यादा साढ़े चार साल का रहा। हालांकि यह भी पांच साल के कार्यंकाल से कम रहा है। प्यू रिसर्च सेंटर की स्टडी में बहुमत जुटाकर भी सरकार में बदलाव हुए हैं। इसमें ब्रिटेन का उदाहरण दिया गया जहां 2022 में बिना चुनाव दो नए प्राधानमंत्री बने। यूरोप के सभी देशों में भी यही हुआ।
——अनिल नरेन्द्र
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