Tuesday 25 July 2023

देश के लिए लड़ा पर पत्नी को न बचा सका

महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने की वीडियो सामने आने के बाद देश स्तब्ध है। पिछले लगभग ढाईं महीने से हिसा से कराहते हुए मणिपुर में सबसे ज्यादा दंश महिलाओं को झेलना पड़ रहा है। राज्य में रोज लगभग एक सौ से ऊपर एफआईंआर दर्ज की जा रही हैं। तीन मईं से 28 जून तक के आंकड़ों के अनुसार मणिपुर में 5960 एफआईंआर दर्ज हुईं। इनमें से 1771 मामले जीरो एफआईंआर के रूप में दर्ज हुए। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार मणिपुर में 2019 में 2830, 2020 में 2349 और 2021 में 2004 एफआईंआर ही दर्ज हुईं थी। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मणिपुर की क्या हालत है। एक अन्य पदस्थ सूत्र के अनुसार एफआईंआर में से अधिकांश महिला उत्पीड़न के मामले हैं। राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन ने खुद माना है कि ऐसे मामले तो आए दिन हो रहे हैं। आंखों में गुस्सा और बेबसी। कारगिल के मोच्रे पर दुश्मन से लोहा लेने वाले जाबांज थाउबल की घटना के ढाईं महीने बाद भी दर्द में है। चूराचांदपुर के राहत शिविर में असम राइफल्स के रिटायर्ड सूबेदार का कहना है कि मैंने कारगिल में देश को दुश्मन के नापाक इरादों से बचाया लेकिन दंगाइयों से अपनी पत्नी को नहीं बचा पाया। दो महिलाओं को निवस्त्र कर घुमाने के मामले में एक महिला इस सूबेदार की पत्नी है। उन्होंने बताया कि एक हजार की भीड़ से मैं घर, पत्नी और गांव वालों को नहीं बचा पाया। पुलिस वालों ने भी हमें सुरक्षा नहीं दी। तीन घंटे तक भीड़ दरिदगी करती रही। सवाल यह है कि आखिर मणिपुर की स्थिति काबू में क्यों नहीं आ रही? मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिह नाकारा सिद्ध हो चुके हैं। उन्हें हटाया क्यों नहीं जा रहा? वह सभी पक्षों का विश्वास खो चुके हैं। अगर भाजपा मैतेईं समुदाय के वोटों की चिंता कर रही है तो क्यों नहीं उसी समुदाय से किसी काबिल व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना देती? बीरेन सिह के रहते हिसा थमने वाली नहीं। सारी लड़ाईं की जड़ हाईं कोर्ट का पैसला है। सुप्रीम कोर्ट उस विवादास्पद पैसले को निरस्त क्यों नहीं करती? अगर उस पैसले को निरस्त कर दे तो फर्व पड़ सकता है। मणिपुर की हिसा से देश की सारी दुनिया में थू-थू हो रही है। ब्रिटेन की संसद में भी यह मामला उठ गया है। ब्रिटेन में धार्मिक आजादी से जुड़े मामलों की स्पेशल राजदूत और सांसद फिचोना ब्रूस ने बृहस्पतिवार को बीबीसी पर मणिपुर हिसा की ठीक से रिपोर्टिग न करने का आरोप लगाया। ब्रूस ने ब्रिटेन के निचले सदन में कहा—मणिपुर में मईं से कईं सौ चर्च जलाए गए हैं, 100 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। 50 हजार से ज्यादा लोगों को विस्थापित होना पड़ा। न सिर्प चर्च, बल्कि उनसे जुड़े स्वूलों को भी निशाना बनाया जा रहा है। इससे साफ होता है कि यह सब योजना के तहत किया जा रहा है और धर्म इन हमलों में बड़ा पैक्टर है। मणिपुर के लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं। वेंद्र सरकार और भाजपा को तुरन्त एक्शन में आना चाहिए और मणिपुर को शांत कराना चाहिए।

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