Tuesday 18 July 2023

क्या सीमा हैदर आईंएसआईं एजेंट है?

इन दिनों पाकिस्तान से आईं सीमा हैदर काफी चर्चा में है। वह अवैध तरीके से सिध से अपने चार बच्चों के साथ दुबईं से नेपाल होकर नोएडा पहुंच गईं। यहां पर सीमा हिन्दू धर्म को अपनाकर सचिन से शादी करने का दावा कर रही है। सवाल यह है कि यह सीमा हैदर कौन है, क्यों इस तरह से अवैध तरीके से भारत पहुंची? पाकिस्तानी सीमा हैदर का चार बच्चों के साथ प्रोमी सचिन के पास यूं ग्रोटर नोएडा आना संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है। बरेलवी उलेमा मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने शुव््रावार को कहा कि यह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईंएसआईं का षड्यंत्र का हिस्सा हो सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए वेंद्र सरकार सीमा पर सख्त निगरानी कराए। उन्हें पाकिस्तान वापस भेज दिया जाना चाहिए। दरगाह आला हजरत से जुड़े ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने पूरे प्राकरण को पाकिस्तान के नापाक मंसूबे से जोड़ा है। उन्होंने बताया कि पड़ोसी देश हमारे विरुद्ध विभिन्न तरीके से षड्यंत्र रचता आया है। हमारी सीमाओं पर घुसपैठ कराईं जाती है। नए प्राकार के षड्यंत्र की आशंका जताईं जा रही है। उनका नेपाल पहुंचकर मंदिर में शादी करना, इसके बाद सहजता से ग्रोटर नोएडा तक पहुंचना सामान्य नहीं है। एक घरेलू महिला अपने चार बच्चों के साथ इतने सहज तौर पर ऐसा बड़ा कदम नहीं उठा सकती। यह सुनियोजित प्रातीत हो रहा है। सीमा के तलाक के संदर्भ में उन्होंने कहा कि वह इस्लाम छोड़कर मतांतरण कर चुकी है। ऐसे में तलाक की जरूरत नहीं है। चारों बच्चे हैदर से पैदा हुए हैं इसलिए शरीयत के अनुसार उन्हीं के माने जाएंगे। इसके अलावा तीन तलाक पीिड़तों की आवाज उठाने वाली मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी ने भी सीमा हैदर पर सवाल उठाए। पाकिस्तान आतंकवाद का पोषित करने वाला देश है, इसलिए उसके किसी नागरिक पर तुरन्त भरोसा करना उचित नहीं है। रघुपुरा में रह रही पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर लगातार दूसरे दिन भी किसी से नहीं मिली। उत्तर प्रादेश के अलावा दूसरे प्रांत के लोग भी उससे मिलने के लिए आते रहे। पूरे दिन मीडिया कर्मियों का भी तांता लगा रहा। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जानकारी होने पर सीमा से मिलने आए एक व्यक्ति ने बताया कि वह सीमा व सचिन को उपहार देने के लिए उनसे मिलने के लिए आए थे, लेकिन सीमा और सचिन नहीं मिल सके। वह दोबारा मिलने आएंगे। सीमा क्या आईंएसआईं द्वारा भारत में जासूसी करने के लिए भेजी गईं है? ——अनिल नरेन्द्र

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