Thursday, 3 August 2023

जख्म अब भी गहरे हैं

विपक्ष के भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (इंडिया) के 21 संसद सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को मणिपुर में जारी जातीय हिंसा को राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दा करार दिया और कहा कि प्रधानमंत्री की चुप्पी इस मुद्दे पर उनकी उदासीनता को दर्शाती है। सांसदों ने कहा है कि पीिड़तों के जख्म अब भी गहरे हैं। उनके जीवन में सुधार लाने के लिए साथ मिलकर काम करना होगा। विपक्षी दलों के गठबंधन के 21 सांसद शनिवार को दो दिन के दौरे पर मणिपुर पहुंचे थे। इन सांसदों ने दो समूहों में पीिड़तों से मुलाकात की। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी समेत ने वेंद्र और राज्य सरकार पर सवाल उठाए, वहीं भाजपा के नेताओं ने विपक्ष के मणिपुर दौरे को सियासी पर्यंटन बताते हुए पलटवार किया। कांग्रेस नेता गौरव गोगोईं ने कहा कि विपक्षी सांसदों के लिए शनिवार का दिन मुश्किल भरा रहा। उन्होंने मणिपुर के लोगों की दुख और तकलीफों को सुना। उन्होंने बताया कि विपक्ष के सांसदों ने चार राहत वैंपों का दौरा किया। इनमें से दो चुराचांदपुरा में, एक इंफाल और एक मोइरांग में है। ये आसान नहीं था। कईं बार महिलाएं हमें अपनी बाते बताते हुए रो पड़ीं। हर कोईं शांति चाहता है। सब चाहते हैं कि उनका जीवन एक बार फिर पटरी पर आ जाए। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने एक राहत शिविर का दौरा करने के बाद पत्रकारों से कहा, वे (अपराधी) सीबीआईं से जांच की बात कर रहे हैं.., मैं पूछना चाहता हूं कि क्या वे (केन्द्र सरकार) अब तक सो रही थी। लोगों के दर्द को समझना चाहते हैं, उन्होंने कहा हम आकर देख रहे हैं कि आज भी लोग भूले नहीं कि उनके साथ क्या हुआ, जो दहशत उन्होंने अनुभव की है वह जख्म आज भी भरे नहीं हैं। बहुत वुछ हमको साथ मिलकर करना पड़ेगा ताकि उनके जीवन में हम सुधार ला सवें। लोग वैंप में हैं इससे साफ-साफ जाहिर है कि उनका विश्वास सरकार पर नहीं है कि वो अपने घर वापस जा पाएं। टीएमसी सांसद सुष्मिता देव ने कहा कि हम दोनों समुदायों के लोगों से बात कर रहे हैं। मैं दूसरी बार यहां आईं हूं, लोग पीिड़त हैं। देखिए कितने बच्चे हैं आज यहां पर। केन्द्र सरकार पर सवाल उठाते हुए दुख यही है कि भारत सरकार को डेलीगेशन भेजना चाहिए था। उन्होंने मना कर दिया, इसलिए इंडिया अलायंस की जितनी पार्टियां हैं उनके सांसद आए हुए हैं। राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने कहा कि विपक्ष के नेता हालात में सुधार के इरादे से आए हैं। हम सबको यही बात कह रहे हैं कि सब ठीक हो जाएगा, हिंदुस्तान या इंडिया इसका विशाल हृदय है, सरकारे आती-जाती हैं। मनोज झा के मुताबिक उन्होंने लोगों को दिलासा दिया, आप ये मत सोचो की यहां की सरकार वुछ नहीं कर रही है। यूनियन गवर्नमेंट वुछ नहीं कर रही है। हम सब साइक्लॉजिकल हीलिंग चाहते हैं। आज हमारी छोटी-सी कोशिश उसी दिशा में पहला कदम है। हम कितने कामयाब होंगे, मैं नहीं जानता।

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