बिहार में पाला बदलने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को मुजफ्फरपुर के वर्तमान सांसद अजय निषाद ने भाजपा से इस्तीफा दे कांग्रेस का पंजा थाम लिया। हालांकि राज्य ने अपनी 40 संसदीय सीटें के नाम घोषित कर दिए हैं। इसमें अजय निषाद का नाम नहीं है। इसी से नाराज होकर उन्होंने इस्तीफा दिया है। इंडिया गठबंधन ने अपनी सभी सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित नहीं किए हैं। लेकिन यह लगभग तय है कि बिहार की सभी 40 सीटों पर लड़ाई सीधी होगी। बिहार में सात चरणों में मतदान होना तय हुआ है। पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होगा। चार अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जमुई से बिहार में प्रचार का शंखनाद किया। पहले चरण में चार सीटों औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई में चुनाव है। इसमें औरंगाबाद से सुशील कुमार सिंह और नवादा से विवेक ठाकुर, गया से हम के जीतन मांझी और जमुई से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के उम्मीदवार अरुण भारती चुनावी रण में हैं। वहीं इन चारों सीटों पर क्रम से अजय कुशवाहा, श्रवण कुमार, सर्वजीत कुमार और अर्चना रविदास राजद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव प्रचार में डटे हैं। इस तरह भाजपा के दस और जद (एकी) से 24 पर मुकाबला राजद से होगा जिन दस सीटों पर भाजपा-राजद की टक्कर होगी वे है... नवादा और औरंगाबाद, बक्सर, पाटलिपुत्र, पूर्वी चंपारण, सारण, उजियारपुर, दरभंगा, मधुबनी और अररिया हैं। वहीं जद (एकी) से राजद से इन सीटों पर मुकाबला होगा ये सीटें हैं जहानाबाद, मुंगेर, बांका, वाल्मीकि नगर, शिवहर, सीतामढ़ी, सीवान, गोपालगंज, झंझारपुर, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया। पूर्णिया अदला-बदली कांग्रेस से होने की भी आशंका जताई जा रही है। कांग्रेस को नौ सीटें बंटवारे में मिली हैं। इनमें पांच मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, पटना साfिहब, सासाराम और महाराजगंज में मुख्य मुकाबला भाजपा से होना तय है। भागलपुर, किशनगंज और कटिहार पर जद (एकी) से कांग्रेस की चुनावी रण में टक्कर है। वहीं समस्तीपुर में लोजपा (राम) से कांग्रेस चुनावी रण में टक्कर है। भागलपुर सीट पर विधायक अजित शर्मा, कटिहार से कद्दावर तारिक अनवर और किशनगंज से वर्तमान सांसद डॉ. जावेद के नामों की सूची मंगलवार को जारी कर दी गई। दिलचस्प लड़ाई माले से है। राजद को तीन दल से चुनावी लोहा लेना है। आरा से भाजपा, नालंदा से जद (एकी) और काराकाट में रालोसपा से चुनौती है। भाकपा को बेगुसराय मिली है। यहां भाजपा से इसका मुकाबला होगा तो खगड़िया में लोजपा (राम) से टक्कर होगी। फिलहाल बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर 39 पर राजग का कब्जा है। यानि भाजपा 17, जद (एकी) 16 और पांच लोजपा (राम) ने 2019 के लोकसभा चुनाव में जीती थी। एक सीट किशनगंज की कांग्रेस के पास है। यूं तो कांग्रेस गठबंधन के तहत भागलपुर सीट पर पहली दफा चुनाव लड़ रही है। 2024 के लोकसभा में बिहार की 40 सीटों का महत्व बहुत बढ़ गया है। सभी पार्टियों के लिए बिहार एक जबरदस्त चुनौती बना हुआ है। देखें, ऊंट किस करवट बैठता है?
-अनिल नरेन्द्र
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