Tuesday, 21 January 2025

इजरायल-गाजा जंग खत्म होगी



इजरायल और हमास के बीच गाजा में युद्ध विराम अगर वाकई में ही हो गया है तो यह पूरी दुनिया के लिए राहत देने वाली खबर है। बताया जा रहा है कि इजरायली कैबिनेट ने अंतिम मंजूरी दे दी है और अब 470 दिनों बाद क्षेत्र में शांति होगी। दोनों पक्षों के बीच सीजफायर की घोषणा के बाद इजरायल और फिलस्तीन के डेढ़ करोड़ लोगों के चहरों पर खुशियां लौटने लगी हैं। हालांकि अभी भी दोनों तरफ से मान-मनोव्वल की जरूरत चल पड़े तो समझौते पर अमल शुरू हो जाएगा। इस सहमति के बीच अमेरिका की भूमिका तो है ही, नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का इसमें निजी दिलचस्पी लेना भी खासा महत्वपूर्ण साबित हुआ है। उन्होंने पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी कि उनके पद ग्रहण करने से पहले बंधक छोड़ दिए जाने चाहिए। सहमति बनने की घोषणा भी सबसे पहले ट्रंप ने ही की है। इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम पर सहमति की घोषणा निश्चित रूप से एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन तब तक यह वास्तव में जमीन पर नहीं उतरेगी, तब तक फिर से जंग की आशंका बनी रहेगी। पिछले वर्ष मई के बाद कई बार तात्कालिक या अस्थायी युद्ध विराम को लेकर पहलकदमी हुई, लेकिन फिर कुछ दिनों बाद हमलों में लोगों के मारे जाने की खबरें आती रहीं। जाहिर है कि यह कुछ दिनों के लिए भी युद्ध विराम देने को लेकर प्रतिबद्धता में कमी और शांति के प्रति अपेक्षा का भाव ही रहा कि अब तब इजरायली हमलों से फिलस्तीनी लोगों के मारे जाने की खबरें आ रही है। फिलहाल समझौते का जो स्वरूप सामने आया है उसके मुताबिक हमास की ओर से चरणबद्ध तरीके से इजरायली बंधकों और इजरायल में सैंकड़ों फिलस्तीनी कैदियों की रिहाई सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही गाजा में विस्थापित लोगों को वापस लौटने की भी अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा युद्ध से प्रभावित इलाकों में मानवीय सहायता पहुंचाने की व्यवस्था होगी। यह शांति अच्छी वासी कीमत देने के बाद हासिल हो रही है। 7 अक्टूबर 2023 को हमास की ओर से इजरायल में किए गए जिस आतंकी हमले से यह जंग शुरू हुई उसमें 1200 लोग (इजरायली) मारे गए थे और 250 इजरायलियों को बंधक बना लिया गया था। उसके बाद गाजा पर की गई इजरायली कार्रवाई में 46000 लोग मारे जा चुके हैं। गाजा की 90 फीसदी आबादी विस्थापित हो चुकी है। लेबनान, सीरिया, यमन और इराक तक इस संघर्ष की चपेट में आ चुके हैं। इस बात का डर लगता है कहीं इजरायल और ईरान में सीधा युद्ध न शुरू हो जाए। सीजफायर 92 दिन तक चलेगा। लेकिन इस डील में इस बात का भी जिक्र नहीं है कि इसके बाद क्या होगा? क्या युद्ध हमेशा के लिए थम जाएगा? यह भी साफ नहीं है कि इजरायली सेना कब तक बंधक जोन में रहेगी? वहीं, कौन-कौन से बंधक जीवित हैं और कौन से मृत इसको लेकर भी सूचना नहीं है। पर जो कुछ भी है अगर युद्ध रूकता है चाहे कुछ समय के लिए ही सही पर गाजा के लोगों के लिए बड़ी राहत है। उन्हें अपना जीवन पुन जीने का समय मिलेगा और बर्बादी के समय से राहत मिलेगी। हम इस युद्ध विराम का स्वागत करते हैं।

-अनिल नरेन्द्र

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