अभिनेता सैफ अली खान पर जानलेवा हमले ने सभी को सकते में डाल दिया है। घर में घुसकर वह भी जो अति सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है कोई सामान्य घटना नहीं मानी जा सकती। मुंबई में अगर इस स्तर की बड़ी हस्तियां भी सुरक्षित नहीं हैं तो फिर आम शहरी किस तरह खुद को सुरक्षित माने। सैफ अली खान बांद्रा के पॉश इलाके में रहते हैं। इसी बांद्रा में शाहरुख खान भी रहते हैं और सलमान खान भी रहते हैं। इसी इलाके में हाल ही में बाबा सिद्दीकी की हत्या हुई। सैफ पर हमले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। उदाहरण के तौर पर हमलावर सैफ के घर सतगुरु शरण बिल्डिंग में घुसने में कैसे कामयाब रहा, जहां सैफ और उनका परिवार रहता है। एक हाई प्रोफाइल आवासीय इमारत में सुरक्षा संबंधी खामियों का समाधान क्यों नहीं किया गया? क्या सुरक्षाकर्मी लापरवाह थे या उन्हें ठीक से प्रशिक्षित नहीं किया गया था? क्या सुरक्षा प्रणाली जैसे कि सीसीटीवी कैमरे या इंटरकाम खराब थी या फिर उनकी निगरानी ठीक से नहीं की जा रही थी? हमलावर के चले जाने के बाद भी सीसीटीवी फुटेज का नहीं होना गंभीर सवाल खड़े करता है। हमलावर किस समय सैफ के घर घुसा यह अब तक साफ नहीं हो सका। कहा जा रहा है कि वह दो घंटे पहले से ही सैफ के घर में घुस चुका था। इस इलाके में आमतौर पर पुलिस सख्त निगरानी करने के दावे करती है। गश्त करती है। जब हमलावर बिल्डिंग में घुसने की कोशिश कर रहा था तब मुंबई पुलिस की रात्रि कालीन गश्ती टीमें क्या कर रही थी? यह सवाल गंभीर है। यह तथ्य कि हमलावर बिना किसी रोक-टोक के इमारत में घुस गया, सुरक्षा और निगरानी में चूक का संकेत देता है। सैफ अली खान के घर के सदस्यों, जिनमें नौकर और घरेलू सहायिकाएं भी शामिल हैं। वो हमलावर पर काबू पाने में इतना समय क्यों लगा? यह इमारत के भीतरी सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है। पुलिस बार-बार अपना बयान बदल रही है। जिस शख्स को केवल शारीरिक समानता के आधार पर हिरासत में लिया गया था उसे बाद में छोड़ दिया गया। अब किसी बांग्लादेशी को हिरासत में लेने की बात कही जा रही है। मुंबई पुलिस या तो असलियत को छिपाने की कोशिश कर रही है या तथ्यों को दबाने के लिए गलत नेरेटिव बना रही है। अगर हमलावर चोरी करने के मकसद से आया था तो उसने कमरे में सामने पड़ी करीना की डायमंड ज्वैलरी क्यों नहीं उठाई। यह बयान खुद करीना ने दिया है। क्या यह महज इत्तिफाक है कि कुछ दिने पहले ही बैंड स्टैंड इलाके में शाहरुख खान के बंगले मन्नत के अंदर देखने की कोशिश कर रहा था एक शख्स। इस व्यक्ति का कद काठी के मामले में सैफ पर हमला करने वाले अपराधी जैसा ही लग रहा है। पहले सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग, फिर उनके करीबी बाबा सिद्दीकी की हत्या, फिर शाहरुख खान के घर के बाहर रैकी और अब सैफ अली खान पर कातिलाना हमला? क्या कोई चुन-चुन कर खानों पर हमला कर रहा है, ताकि बॉलीवुड में एक बार फिर दहशत का युग लौटे? क्या मुंबई फिर अंडरवर्ल्ड के कब्जे में आ रहा है? महाराष्ट्र की डबल इंजन की सरकार क्यों मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रही है?
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