एनसीआर में खुलकर सांस लेने के दिन अंतत आ गए हैं। एयर क्वॉलिटी बताने वाला इंडेक्स शनिवार को दिल्ली में 85 रहा। यह 1 जनवरी से 15 मार्च के बीच पिछले तीन वर्षों में सबसे साफ दिन रहा। प्रदूषण के लिहाज से देखें तो इस सीजन में पहली बार दिल्ली और आसपास के शहरों में इसका स्तर संतोषजनक पर पहुंचा है। एक्यूआई जब 50 से 101 के बीच रहे तो उसे संतोषजनक माना जाता है। प्रदूषण में कमी के बाद शनिवार को ग्रैप-1 की बंदिशें तुरन्त प्रभाव से वापस ले ली गई हैं। इस तरह अब यह पूरा इलाका ग्रैप-फ्री हो गया है। साथ ही यह साल का पहला मौका है जब सूचकांक 100 से नीचे आया है। बीते दो वर्षों की तुलना में इस बार संतोषजनक स्तर के दिन का इंतजार कम करना पड़ा। इससे पहले 29 अक्टूबर 2024 को एक्यूआई 79 रहा था। तेज हवाओं और बूंदाबांदी के कारण भी प्रदूषण के स्तर पर कमी आई है। दिल्ली के अलीपुर में शनिवार को एक्यूआई महज 50 रहा। अगर एक्यूआई 1 से 50 के बीच हो तो हवा साफ मानी जाती है। मौसम विभाग का अनुमान है कि रविवार को भी हवा संतोषजनक रहेगी। सोमवार और मंगलवार के प्रदूषण में थोड़ा इजाफा होगा। उधर दिल्ली सरकार ने राजधानी में वायू प्रदूषण को नियंत्रित करने और पर्यावरण सुधार के लिए एक व्यापक अभियान की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अभियान की घोषणा करते हुए कहा कि राजधानी की वायु गुणवत्ता में और सुधार लाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। दरअसल दिल्ली को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए विभिन्न विभागों को त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। रेखा गुप्ता ने बताया कि इस योजना के तहत दिल्ली की पूरी रिंग रोड को साफ करने वाली मशीनों का नियमित उपयोग किया जाएगा और सड़क किनारे धूल को नियंत्रित करने के लिए पानी के फव्वारे लगाए जाएंगे। इसके अलावा निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण प्रकोष्ठ को सख्ती से लागू किया जाएगा। साथ ही पीयूसी जांच की सघनता बढ़ाई जाएगी। हम मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और दिल्ली सरकार को बधाई देते हैं कि उन्होंने पदभार संभालते ही इस ज्वलंत मुद्दों पर ध्यान दिया। पिछले दस सालों से इस समस्या का कोई संतोषजनक परिणाम नहीं निकल सका। दिल्ली की भाजपा सरकार ने पदभार संभालते ही इस ज्वलंत समस्या पर ध्यान दिया और सही दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
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