Tuesday, 11 March 2025

निशाने पर राम मंदिर

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से ताल्लुक रखने वाले बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के फरार आतंकी लजर मसीह को कौशांबी से गिरफ्तार किया गया है। यूपी विशेष कार्यबल (एसटीएफ) और पंजाब पुलिस ने संयुक्त अभियान में मसीह को दबोचा। आईएसआई व बीकेआई के इशारे पर मसीह ने प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान बड़ा हमला और देश को दहलने की साज़िश रची थी। हालांकि कड़े सुरक्षा इंतजाम के चलते वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हुआ। आतंकी के पास तीन हैंड ग्रेनेड, दो डेटोनेटर, ज़िलेटिन रॉड, एक रूसी पिस्टल, 13 कारतूस व सफेद विस्फोटक बरामद हुआ है। अमृतसर में रहने वाला लजर पाकिस्तान में बैठे आईएसआई के हैडलरों के सम्पर्क में था। लजर से एक फर्जी पते बी-55 रामप्रस्थ कालोनी से चंदन नगर पर बना आधार कार्ड भी बरामद हुआ है। दर्शाए गए पते पर तीन मज़िला बिल्डिंग में रह रहे लोगों के अनुसार वहां लजर मसीह नाम का कोई व्यक्ति नहीं रहता है। बीते दिनों अमेरिका में रह रहे खालिस्तानी आतंकवादी गुरुतवंत सिंह पन्नू ने महाकुंभ में आतंकी हमले की धमकी दी थी जिसके बाद से ही केंद्रीय एजेंसियों के साथ यूपी पुलिस चौकन्नी थी। डीजीपी प्रशांत कुमार के अनुसार लजर प्रयागराज भी गया था पर सघन चेकिंग से वह शहर में घुस नहीं सका। ताजा इनपुट के बाद उसे बुधवार रात करीब सवा तीन बजे कौशांबी से दबोच लिया गया। लजर बीकेआई के जर्मन माड्यूल के मुखिया स्वर्ण सिंह उर्फ जतिन फौजी का करीबी और असलह व ड्रग्स का बड़ा सप्लायर है। वह तस्करी के ही मामले में अमृतसर की जेल में बंद था। उसके पिता कुलविंदर ने मतांतरण कर ईसाई धर्म अपना लिया था। डीजीपी ने बताया पंजाब पुलिस ने सूचना दी थी कि मसीह को पाकिस्तान में बैठे उसके आका ड्रोन के जरिए गोला बारूद व असलहा मुहैया कराते थे। इनका इस्तेमाल मसीह और उसके साथी आतंकी हमलों में करते थे। पंजाब पुलिस ने उसकी तस्वीर के साथ सूचना दी थी कि पंजाब में पुलिस चौकियों पर हुए ग्रेनेड हमले की जिम्मेदारी बब्बर खालसा इंटरनेशनल के जर्मनी आधारित माड्यूल के सरगना जीवन फौजी उर्फ स्वर्ण सिंह ने ली थी। संदिग्ध आतंकी के पकड़े जाने के बाद राम मंदिर परिसर के चारों और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। मंदिर में लगी लोहे की बैरिकेडिंग पर रात भर गश्त के साथ ही रोशनी भी बढ़ा दी गई है। इसी के साथ परिसर से सटे भवन स्वामियों को किसी भी संदिग्ध के दिखने पर पुलिस को तत्काल सूचित करने को कहा गया है। वर्ष 2005 में रामजन्म भूमि पर फिदायिन हमला हुआ था। आतंकी पंचकोसी परिक्रमा मार्ग से होते परिसर के समीप पहुंच गए और ब्लास्ट कर परिसर में प्रवेश कर गए थे। हालांकि सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें मारकर उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया था। हमले से सबक लेकर एक बार फिर सुरक्षा बंदोबस्त फुलप्रूफ किए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक परिसर के चारो तरफ खासकर रात के समय चौकसी बढ़ा दी गई है। पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को रात भर गश्त करने की व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई अपनी पुरानी हरकतों से बाज आने वाली नहीं है। हमें कड़ी चौकसी रखनी होगी। फुल अलर्ट पर रहना होगा। -अनिल नरेन्द्र

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