Tuesday, 25 March 2025

मणिपुर का मुश्किल दौर जल्द खत्म होगा

माननीय सुप्रीम कोर्ट का देश आभारी है कि आखिर किसी ने तो जलते मणिपुर की हालत पर मरहम लगाने का प्रयास किया। मणिपुर पिछले दो सालों से जल रहा है और देश के नेतृत्व ने इतनी जरूरत नहीं समझी कि वह इस अशांत क्षेत्र में शांति स्थापित करें। अब सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बीआर गवई के नेतृत्व में छह जजों की टीम खुद मणिपुर गई और वहां की fिस्थति का जायजा लिया। टीम ने मणिपुर में हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस एमएम सुंदरेश और जस्टिस केवी विश्वनाथन ने जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर के चूड़चंदपुर जिले का दौरा किया और आतंरिक रूप से विस्थापित लोगों से भी मुलाकात की। टीम ने जिले के मिनी सचिवालय से एक कानूनी शिविर, एक चिकित्सा शिविर और एक कानूनी सहायता fिक्लिनिक का वर्चुअल उद्घाटन भी किया। टीम ने सद्भवना मंडप राहत केंद्र का दौरा भी किया और वहां मौजूद विस्थापित लोगों से बातचीत की और उनका दुख-दर्द समझने की कोशिश भी की। इसके अलावा मणिपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डी कृष्णकुमार और जस्टिस गोलमेई गैफुलशिलू भी मौजूद थे। मई 2023 से मैतई और कुकी समुदाय के बीच जातीय हिंसा में अब तक 250 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। जज जस्टिस बीआर गवई ने उम्मीद जताई है कि जातीय संघर्ष से त्रस्त मणिपुर में मौजूदा मुश्किल दौर कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका की सहायता से जल्द खत्म हो जाएगा। सारा देश चाहता है कि मणिपुर में जो आग वर्षों से लगी हुई है वह समाप्त हो। उम्मीद की जाती है कि सुप्रीम कोर्ट के जजों की इस टीम के दौरे के बाद मणिपुर में शांति हो पाएगी। -अनिल नरेन्द्र

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