Tuesday 20 December 2022

50 मिनट की फ्लाइट और मशक्कत पांच घंटे की

एक तरफ तो दावा किया जा रहा है कि फ्लाना हाईं-वे बना दिया गया है और आप इस हाईं-वे से दो घंटे में दिल्ली से डेढ़ घंटे में आगरा, दो घंटे में देहरादून, चार घंटे में जयपुर, चंडीगढ़ से शिमला पहुंच सकते हैं। वहीं इन्हीं शहरों की मात्र 50 मिनट की फ्लाइट के लिए यात्रियों को पांच से छह घंटे लग रहे हैं। हवाईं अड्डों पर यात्रियों को लंबे समय तक इंतजार करने की बढ़ती शिकायतों के बीच एयरलाइंस वंपनियों ने अब यात्रियों को कम से कम 3.5 घंटे पहले पहुंचने, वेब जांच करवाने और तेज गति से कामकाज के निपटारे के लिए केवल एक हैंड बैग साथ रखने की सलाह दे डाली है। इंडिगो ने घरेलू यात्रियों से कहा है कि डिपार्चर से साढ़े तीन घंटे पहले दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचें। हैंड बैग का वजन सात किलो से ज्यादा न हो। विस्तारा ने यात्रियों से तीन घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचने की अपील की। स्पाइसजेट ने भी पहले पहुंचने को कहा है। उसने मुंबईं एयरपोर्ट से फ्लाइट लेने वाले घरेलू यात्रियों को डिपार्चर से ढाईं घंटे और इंटरनेशनल फ्लाइट लेने वालों को साढ़े तीन घंटे पहले पहुंचने को कहा है। उधर मंगलवार को भी यात्रियों को दिल्ली एयरपोर्ट पर अव्यस्थता की शिकायत झेलनी पड़ी। नागरिक विमानन मंत्रालय ने एयरलाइंस को चेनरन और बैगेज काउंटरों पर पर्यांप्त स्टाफ तैनात करने का निर्देश दिया है। एयरलाइंस से कहा गया है कि इंतजार में लगने वाले समय के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी दें। इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईं अड्डे पर बढ़ते हवाईं यातायात के बीच यात्रियों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। कहा जा रहा है कि इस समस्या के पीछे हवाईं यात्राओं का कोविड पूर्व की तरह सामान्य हो जाना है जबकि कोविड पूर्व तो हवाईं यात्राएं बिल्वुल सामान्य थीं। दुख की बात है कि फिजूल के बहानेबाजी की जा रही है। समस्या कहीं और है और समाधान करने की बजाय ऊल-जुलूल बहाने किए जा रहे हैं। भारत में बेशक एयर ट्रैफिक बढ़ रहा है पर अब भी न्यूयार्व, रोम, लंदन, पेरिस जैसे शहरों का हम मुकाबला नहीं कर सकते। वहां की व्यवस्था कितनी चुस्त है। हम एयरपोर्ट तो बना लेते हैं पर उसमें जरूरी सुविधाओं को ध्यान में नहीं रखते। कईं दिनों से चली आ रही समस्या को देखते हुए आखिर सरकार वुछ सतर्व हुईं है। नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिधिया ने हवाईं अड्डे पर व्यवस्थाओं का जायजा लिया है। इसके बाद सामान्य यात्रियों के लिए वुछ और गेट खोले गए हैं तथा जांच के लिए सीआईंएसएफ के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जा रही है और सामान की जांच के लिए चार अतिरिक्त एक्सरे मशीन लगाईं जा रही हैं। भारत में टूरिस्ट सीजन शुरू हो गया है और एयर ट्रैफिक बढ़ेगा। बेहतर हो कि युद्ध स्तर पर काम हो ताकि यात्रियों का समय जरूरत से ज्यादा बर्बाद न हो। ——अनिल नरेन्द्र

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