Friday, 27 September 2024

तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ता मध्य पूर्व


ये यकीन करना मुश्किल है कि लेबनान में हिज्बुल्लाह के इस्तेमाल में आने वाले पेजरों और वॉकी-टॉकी में हुए धमाकों को सिर्फ एक हफ्ता ही बीता है। उसके बाद से अब तक हिज्बुल्लाह के लिए विनाशकारी बमबारी का एक सिलसिला ऐसा चला कि रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। संचार नेटवर्क में बाघा लड़ाकों पर हमले, उनके कमांडरों को चुन-चुन कर मारा जा रहा है, इस वजह से हिज्बुल्लाह इस समय अपने सबसे बुरे संकट का सामना कर रहा है। इजरायल ने हिज्बुल्लाह के गढ़ लेबनान में बड़े हमले किए हैं। इन हमलों में रिपोर्ट आने तक लगभग 564 मौतें हो चुकी हैं। लोग मलबे के नीचे दबे हैं और आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या और बहुत बढ़ेगी। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। कयास लगाई जा रही है कि इन हमलों के पीछे भी इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ है। मोसाद ने ही हाल में लेबनान में पेजर, वॉकी-टॉकी और सोलर प्लांट में धमाकों को अंजाम दिया था। इससे पूरे लेबनान में आतिशबाजी जैसे हालात पैदा हो गए थे। वहीं लेबनान में बड़े स्तर पर किए गए हमलों के बाद इजरायल ने देश में एक हफ्ते के लिए इमरजेंसी लगा दी है। असल में रविवार को हिज्बुल्लाह ने उत्तरी इजरायल में 100 से अधिक राकेट दागे थे। राकेट इजरायल के हाईफा शहर के पास गिरे थे। इस हमले में कई लोग घायल हो गए थे। वहीं राकेट हमले के बाद हिज्बुल्लाह के नेता नईम कासिम ने खुली लड़ाई का ऐलान किया था। जवाबी कार्रवाई में इजरायल ने दक्षिणी लेबनान में हिज्बुल्लाह के ठिकानों पर जबरदस्त हमला किया। इजरायल ने हमास के साथ गाजा में युद्ध के बाद उत्तरी सीमा में मोर्चा खोल दिया है। इन हमलों के कारण लेबनान के उत्तरी क्षेत्र से लोगों का पलायन शुरू हो गया है। इजरायल के रक्षा मंत्री चावे गैलेंट ने कहा कि उत्तरी सीमा के निवासियों को अपने घरों में सुरक्षित वापसी तक हिज्बुल्लाह के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। उधर इतने ताबड़तोड़ हमलों के बावजूद हिज्बुल्लाह का न तो मनोबल गिरा है और न ही उसकी सैन्य कार्रवाई में कोई कमी आई है। हिज्बुल्लाह ने मंगलवार की तबाही के बाद बुधवार तड़के इजरायल पर लगभग 300 से अधिक राकेट दागे। लेबनान के साथ लड़ाई में सीरिया भी शामिल हो गया है। जब से इजरायल-गाजा-लेबनान की लड़ाई शुरू हुई है तब से पहली बार इजरायल की राजधानी तेल अवीव भी निशाने पर आ गया है। हिज्बुल्लाह ने राजधानी तेल अवीव को पहली बार अपने निशाने पर लेते हुए इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के हेड क्वार्टर को निशाना बनाकर कादर-वन बैलिस्टिक मिसाइल दागी। लेबनान की तरफ से मिसाइल दागे जाने का पता लगते ही पूरे सेंट्रल इजरायल में हवाई हमले के सायरन बजने लगे। इतना साफ है कि अब यह युद्ध रूकने वाला नहीं है। अगर इजरायल ने लेबनान पर जमीनी हमला किया तो हिज्बुल्लाह भी तैयार है। उस सूरत में हमास, हिज्बुल्लाह, ईरान, सीरिया और यमन (हूती) यानि पांच तरफों से इजरायल घिर जाएगा। अमेरिका इजरायल के साथ मजबूती से खड़ा है। खबर है कि अमेरिका ने एक और एयरक्राफ्ट कैरियर और सैंकड़ों अतिरिक्त सैनिक इजरायल की मदद को भेजे हैं। अगर यह युद्ध बढ़ता है तो पूरा विश्व खतरे में आ जाएगा। कहीं तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत न हो जाए। उम्मीद है कि स्थिति इस नौबत तक नहीं पहुंचेगी।

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