Saturday 14 September 2024

दिल्ली में राष्ट्रपति शासन!


भाजपा क्या चोर दरवाजे से दिल्ली की चुनी हुई सकार को बर्खास्त कराना चाहती है। यह बात आप की वरिष्ठ नेता व दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी ने मंगलवार को दिल्ली में राष्ट्रपति शासन की खबरों पर साझा करते हुए कही। आतिशी ने कहा कि भाजपा का एक मात्र काम चुनी हुई विपक्षी सरकारों को गिराना है। उन्होंने कहा कि भाजपा दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायक नहीं खरीद सकी इसलिए अब दिल्ली की चुनी हुई दो तिहाई बहुमत पाने वाली सरकार को गिराने के लिए षड्यंत्र शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा कोई षड्यंत्र रचकर अरविंद केजरीवाल की सरकार गिराएगी तो आने वाले चुनावों में दिल्ली की जनता भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देगी। वहीं भाजपा ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से मुलाकात कर केजरीवाल सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। भाजपा का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल जाने से दिल्ली में संवैधानिक संकट पैदा हो गया है। 30 अगस्त को दिल्ली भाजपा के विधायक विजेन्द्र गुप्ता के नेतृत्व में राष्ट्रपति से मिले और उन्हें ज्ञापन दिया था। राष्ट्रपति सचिवालय ने भाजपा के ज्ञापन को गृह सचिव के पास भेज दिया है। सचिवालय का कहना है कि दिल्ली में चल रहे संवैधानिक संकट पर उचित ध्यान देने की जरूरत है। भाजपा विधायकों ने दिल्ली सरकार की अव्यवस्थाओं, वित्तीय अनियमितताओं और लोगों के हालात पर राष्ट्रपति से शिकायत की थी। उनकी शिकायत पर राष्ट्रपति ने संज्ञान लिया है। उन्होंने शिकायत गृह मंत्रालय के अधिकारियों को भेज दी और कहा कि इस पर विचार किया जाए। भाजपा के इस कदम के बाद दिल्ली के राजनीतिक क्षेत्रों में इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि क्या संवैधानिक संकट को लेकर केजरीवाल सरकार को बर्खास्त किया जा सकता है? आप सरकार की मंत्री आतिशी ने दावा किया कि अगर भाजपा षड्यंत्र रचकर अरविंद केजरीवाल की सरकार गिराएगी तो आने वाले चुनावों में दिल्ली की जनता भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देगी। आज दिल्ली विधानसभा में भाजपा के 8 विधायक हैं और यदि राष्ट्रपति शासन लगा तो अगली बार भाजपा का सूपड़ा साफ होगा और भाजपा की जीरो सीट आएंगी क्योंकि दिल्ली के लोग अरविंद केजरीवाल के कदमों से खुश हैं और वो केजरीवाल जी से प्यार करते हैं। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा है कि केजरीवाल सरकार को बर्खास्त करने की नौबत के पीछे आप सरकार का भ्रष्टाचार में पूरी तरह डूबना है। वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और आप के बीच दिल्ली की सत्ता के लिए घमासान मचा हुआ है। इस कारण भाजपा ने केजरीवाल सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। दोनों दलों के नेता जनता के प्रति किसी जिम्मेदारी का निर्वाह नहीं कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि 10 वर्षों के शासन में आम आदमी पार्टी के पास कोई ठोस उपलब्धि नहीं है। हमें लगता है कि भाजपा नेतृत्व दिल्ली विधानसभा में लगातार हार से बौखला गई है। पिछले 25 वर्षों से ज्यादा भाजपा दिल्ली विधानसभा नहीं जीत सकी हैं जबकि वह लगभग पूरे देश में राज कर रही है। ऐसा भी लगता है कि भाजपा नेतृत्व को सबसे ज्यादा खौफ आम आदमी पार्टी और केजरीवाल से है। देखा जाए तो आज भी दिल्ली में भाजपा की ही सरकार है। दिल्ली के असल मालिक तो उपराज्यपाल विनय सक्सेना हैं। फिर क्या मजबूरी है राष्ट्रपति शासन लगाने की?

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