Saturday, 28 January 2023
सेना से सबूत की जरूरत नहीं है
भारत जोड़ो यात्रा ने न केवल राहुल गांधी की छवि ही बदली है बल्कि उनमें मैच्यूरिटी भी आईं है। वह अब अपनी प्रोस कांप्रोंस में बड़े विश्वास के साथ परिपक्व जवाब देते हैं सवालों का। ताजा उदाहरण है कांग्रोस पाटा के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिह द्वारा पुलवामा आतंकियों के हमले के बारे में मांगे गए सबूतों का। राहुल गांधी ने लक्षित हमले पर पाटा के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिह की टिप्पणियों को हास्यास्पद करार दिया और कहा कि सशस्त्र बल असाधारण रूप से अच्छा काम कर रहे हैं और उन्हें कोईं सबूत दिखाने की जरूरत नहीं है। राहुल गांधी को लक्षित हमले एवं पुलवामा आतंकवादी हमले पर दिग्विजय सिह की टिप्पणियों को लेकर झज्जर कोटली/जम्मू में मंगलवार को पत्रकारों के सवालों का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि पाटा सिह के बयान से पूरी तरह से असहमत है। गांधी ने प्रोस कांप्रोंस में कहा—ऐसे लोग हैं जो बातचीत के दौरान हास्यास्पद बातें कहते हैं। एक वरिष्ठ नेता के बारे में ऐसा कहते हुए मुझे दुख हो रहा है कि उन्होंने हास्यास्पद बात कही है। उन्होंने कहा—हमें अपनी सेना पर पूरा भरोसा है। अगर सेना कोईं काम करती है तो उसे कोईं सबूत देने की जरूरत नहीं है। मैं उनके बयान से पूरी तरह असहमत हूं और यह कांग्रोस पाटा की आधिकारिक स्थिति है कि यह दिग्विजय सिह का निजी दृष्टिकोण है। कांग्रोस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सिह के बयान पर कहा कि हम हमारी सेना के साथ हैं। हम हमेशा देश की एकता के लिए काम करते आए हैं, आगे भी वैसे ही करेंगे। राहुल ने एक बार फिर संघ और भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि भारतीय जनता पाटा (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने उनकी छवि (पप्पू) बिगाड़ने के लिए व््रामबद्ध तरीके से हजारों करोड़ रुपए लगाए हैं। लेकिन सच हमेशा सामने आता है। कांग्रोस नेता ने कहा कि आप किसी को अपमानित कर सकते हैं, किसी की छवि बिगाड़ सकते हैं।
किसी सरकार को खरीद सकते हैं। पैसे से वुछ भी किया जा सकता है, लेकिन वह सच नहीं होगा। सच हमेशा धन और ताकत को किनारे कर देता है और भाजपा के नेता धीरे-धीरे इस हकीकत से वाकिफ हो रहे हैं। इस बीच प्राख्यात लेखक पेरुमल मुरुगन तथा जम्मू-कश्मीर प्रादेश कांग्रोस समिति के अध्यक्ष विकार रसूल वानी, उनके पूर्ववता गुलाम अहमद मीर और पूर्व मंत्री तारिक हामिद भी तिरंगा लेकर सैकड़ों लोगों के साथ पद्यात्रा करते नजर आए। लद्दाख क्षेत्रीय कांग्रोस अध्यक्ष नवांग रिगजिन जोरा की अगुवाईं में लद्दाख के 65 सदस्यीय प्रातिनिधिमंडल ने यात्रा की शुरुआत में गांधी के साथ चलते हुए उन्हें लोगों के मुद्दों से अवगत किया। कश्मीरी पंडितों के एक प्रातिनिधिमंडल ने भी राहुल से एक घंटे तक बातचीत की और कश्मीरी पंडितों की समस्याओं से अवगत कराया। राहुल ने इसका जिव््रा अपनी प्रोसवार्ता में भी किया।
जम्मू-कश्मीर में यात्रा के साथ जिस तरह स्थानीय जनता जुड़ रही है वह अभूतपूर्व है। राहुल की यात्रा से एक नया माहौल तैयार हुआ है, कार्यंकर्ताओं में नईं जान आईं है। फसल तैयार है पर काटने वाला चाहिए।देखना यह है कि राहुल की यात्रा का कांग्रोस फालोअप क्या करती है?
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment