Friday 10 March 2023

ईंरानी छात्राओं को जहर दिया जा रहा है?

एक हजार से ज्यादा ईंरानी छात्र पिछले तीन महीनों में बीमार हुए हैं। इन छात्रों में ज्यादातर स्वूली छात्राएं शामिल हैं। छात्रों के बीमार होने के पीछे संभवत: जहरीली गैस की खबरें आ रही हैं। क्या है जो इतनी बड़ी संख्या में छात्रों को बीमार कर रहा है। बुधवार को ईंरान में कम से कम 26 स्वूलों में दर्जनों लड़कियां कथित तौर पर बीमार पड़ गईं, जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। बीमार होने वालों में एक जैसे लक्षण दिखाईं दे रहे हैं। छात्राओं को सांस लेने में परेशानी, मचली, चक्कर आना और थकान का सामना करना पड़ रहा है। सवाल यह है कि इन मामलों के पीछे वजह क्या है? और यह मामला पूरे ईंरान में वैसे पैल गया? ईंरान में लड़कियों पर कौन कर रहा गैस से हमला? पहला मामला ईंरान के कोम शहर से आया, जहां एक स्वूल में 18 छात्राएं बीमार पड़ गईं। छात्राओं को 30 नवम्बर को अस्पताल ले जाया गया। तब से स्थानीय मीडिया के अनुसार आठ प्रांतों में कम से कम 58 स्वूलों में ऐसे मामले दर्ज किए गए हैं। प्राइमरी और उच्च स्वूलों में ज्यादातर मामलों में लड़कियां शामिल हैं। हालांकि लड़कों और शिक्षकों के भी बीमार होने की वुछ खबरें सामने आईं हैं। बीबीसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए दर्जनों वीडियो का विश्लेषण किया है और जिन स्वूलों में वीडियो बनाईं गईं है, उनका सत्यापन भी किया है। इन वीडियोज में कईं युवा लोगों को परेशानी का सामना करते हुए देखा जा सकता है, वहीं वुछ में छात्रों को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल ले जाया जा रहा है, तो वुछ बिस्तर पर लेटे हुए हैं। वुछ वीडियो में एंबुलेंस आते हुए और स्वूल के बाहर जमा भीड़ भी दिखाईं दे रही है। तेहरान के पास शहरयार के एक स्वूल की छात्रा ने कहा कि उसे और उसके दोस्तों को वुछ अजीब-सी गंध आ रही थी। उन्होंने बीबीसी फारसी को बताया, यह गंध बहुत बेकार थी, जैसे कोईं सड़ा हुआ फल होता है, लेकिन यह गंध बहुत तेज थी। छात्रा ने बताया कि अगले ही दिन कईं छात्र बीमार पड़ गए और स्वूल नहीं आए। हमारे इंग्लिश के टीचर भी बीमार पड़ गए थे। उन्होंने कहा—जब मैं घर गईं, मुझे चक्कर आ रहे थे और मैं खुद को बीमार महसूस कर रही थी, मेरी मां बहुत परेशान थी क्योंकि मैं बहुत पीली पड़ चुकी थी और मुश्किल से सांस ले रही थी। किस्मत से मैं जल्द ही ठीक हो गईं। हमारे स्वूल के ज्यादातर बच्चे 24 घंटे में ठीक हो गए। जब दूसरे स्वूलों से भी इस तरह की खबरें आईं तो हमारे स्वूल की प््िरांसिपल और सीनियर टीचर डर गए थे। उन्होंने हमें कहा कि जो वुछ हुआ है उसकी बाहर जाकर बात न करें। छात्रों के बीमार होने के पीछे सरकारी एजेंसियां अलग-अलग कारण बता रही है। वहीं ईंरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईंसी ने असल कारणों की जांच करने का आदेश दिए हैं। ईंरान में कईं लोगों का मानना है कि लड़कियों के स्वूलों को बंद करने की कोशिश के तहत छात्रों को जानबूझ कर जहर दिया जा रहा है। जो सितम्बर से सरकार विरोधी प्रादर्शनों के वेंद्रों में से एक रहा है। ईंरान में लड़कों के लिए अलग स्वूल हैं और लड़कियों के लिए अलग। वुछ छात्रों और अभिभावकों का मानना है कि हाल ही में सरकार विरोधी प्रादर्शनों में भाग लेने के कारण स्वूली छात्राओं को टारगेट किया जा रहा है।लेकिन बीमार होने के कारणों का अभी तक साफ पता नहीं लगा है।

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