Tuesday 7 March 2023

भाजपा विधायक पुत्र से छह करोड़ बरामद

कर्नाटक के लोकायुक्त अधिकारियों ने भाजपा के विधायक मदाल विरुपक्षप्पा के बेटे प्राशांत वुमार के घर से छह करोड़ रुपए से अधिक की बेहिसाब नकदी बरामद की है। इससे पहले प्राशांत को 40 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। बेटे पर इस कार्रवाईं के बाद भाजपा विधायक ने कर्नाटक साबुन और डिटर्जेट लिमिटेड (केएसडीएल) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने दावा किया कि भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी की ओर से की गईं छापेमारी उनके और उनके परिवार के खिलाफ एक साजिश है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मईं ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने का वादा किया है। बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड के मुख्य लेखा अधिकारी प्राशांत को गुरुवार शाम केएसडीएल कार्यांलय में एक ठेकेदार से कथित तौर पर 40 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया था। जाल में पंसने के वुछ घंटों के भीतर लोकायुक्त अधिकारियों की एक टीम ने प्राशांत के घर पर भी छापेमारी की और बेहिसाब नकदी बरामद की। लोकायुक्त सूत्रों के अनुसार दावणगेरे जिले के चन्नागिरी से विधायक विरुपक्षप्पा केएसडीएल के अध्यक्ष हैं और प्राशांत कथित रूप से अपने पिता की ओर से रिश्वत की पहली किश्त ले रहे थे। आरोप है कि प्राशांत ने एक टेंडर के सिलसिले में 80 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी। सूत्रों ने कहा कि अब भाजपा विधायक से पूछताछ की तैयारी है। विरुपक्षप्पा ने शुव््रावार को इस पद से इस्तीफा देते हुए मुख्यमंत्री को भेजे अपने त्याग पत्र में कहा कि मेरे और पुत्र के घर लोकायुक्त अधिकारियों के छापे के बीच कोईं संबंध नहीं है। इसके बावजूद चूंकि मेरे खिलाफ आरोप लगाया गया है, तो मैं नैतिक जिम्मेदारी ले रहा हूं और केएसडीएल अध्यक्ष के पद से अपना इस्तीफा सौंप रहा हूं। कर्नाटक के लोकायुक्त जस्टिस (सेवानिवृत्त) वीएस पाटिल ने शुव््रावार को कहा कि केएसडीएल कार्यांलय से 2.02 करोड़ रुपए और प्राशांत के घर से 6.1 करोड़ रुपए बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा (प्राशांत सहित) पांच लोगों को पकड़ा गया है और उनको हिरासत में ले लिया गया है। वहीं गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मईं ने कहा कि लोकायुक्त पुलिस की ओर से जाल बिछाया जाना इस बात का सुबूत है कि पिछली कांग्रोस सरकार के उलट मौजूदा सरकार ने भ्रष्टाचार रोकने के लिए लोकायुक्त को पुनजावित किया है। बोम्मईं ने कहा कि पिछली कांग्रोस सरकार ने अपने गलत कार्यो की लीपापोती के लिए लोकायुक्त संस्थान के अलावा एक अलग भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) बनाया था। स्वतंत्र लोकायुक्त संस्था निष्पक्ष जांच करेगी। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव जल्द होने वाले हैं। चुनाव से ठीक पहले भाजपा विधायक व उनके पुत्र के भ्रष्टाचार में पूरी तरह लिप्त होने पर पाटा की छवि को कितना प्राभावित करेगा। यह किसी से छिपा नहीं कि कर्नाटक भाजपा के लिए कितना महत्वपूर्ण राज्य है। देखें, कितना डैमेज वंट्रोल कर पाते हैं। ——अनिल नरेन्द्र

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