Thursday 23 March 2023
एक बार फिर आमने-सामने
हैं। मैं उनकी धारणा का सम्मान करता हूं उनके मन में सम्मान है। उन्होंने यह भी लेना है, इसको लेकर सरकार की ओर से जज के रूप में अपने 23 वर्षो में मुझे किसी किस तरह से पैसला लेना है। चुनाव प्रामाण है कि न्यायपालिका पर कोईं दबाव अध्यक्षता कर रहे किसी सहकमा से बात मामले में क्या चल रहा है। वुछ रेखाएं खींचते हैं। यह हमारी ट्रेनिंग का हिस्सा है।
करोड़ मामले लंबित होने की चुनौतियों के सच है कि मामलों की एक बड़ी संख्या है, अदालतों में आना लोगों के विश्वास को दिखाता ोलिग के मुद्दे पर जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा प्राभावित नहीं होना ज्यादा अहम है। मैं लगता है कि हमारे लिए यह अहम है कि से प्राभावित न हों। मुझे लगता है कि तकनीक नहीं है, यह इस समय का हिस्सा अदालत में कहे जाने वाले हर शब्द का यह हम पर भी भारी बोझ डालता है।
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