Saturday, 24 February 2024
अग्निवीरों को नियमित लाभ मिले
संसद की रक्षा मामलों से संबंधित स्थायी समिति ने सिफारिश की है कि सेवा के दौरान जान गंवाने वाले अग्निवीरों के पfिरवारों को नियमित सैन्य कर्मियों की तरह सभी लाभ मिलने चाहिए। समिति ने ऐसे परिवारों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि को प्रत्येक श्रेणी में 10 लाख रुपए तक बढ़ाने का सुझाव दिया है। मौजूदा प्रावधानों के तहत देश के लिए अपनी जान का बलिदान देने वाले अग्निवीरों के पfिरवार पेंशन जैसे नियमित लाभ के पात्र भी नहीं हैं। संसद की स्थायी समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि किसी अग्निवीर का देश के लिए बलिदान वैसा ही है, जैसा एक नियमित सैन्यकर्मी का है। इसलिए सेवा के दौरान अपनी जान गंवाने वाले अग्निवीरों के परिवारों को भी समान लाभ दिए जाने चाहिए। केन्द्र सरकार ने जून 2022 में तीनों सेनाओं में कर्मियों की अल्पकालिक भर्ती के लिए अग्निवीर यानी अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है। इसमें साढ़े 17 वर्ष से 22 वर्ष की आयु के युवाओं को चार साल के लिए भर्ती करने का प्रावधान है। इनमें से 25 फीसदी कर्मियों की सेवा आगे बढ़ाने का प्रावधान है। रक्षा मंत्रालय की ओर से संसदीय समिति को बताया गया कि सैनिकों की मृत्यु के मामलों की विभिन्न श्रेणियों के लिए अनुग्रह राशि अलग-अलग होती है। कर्तव्य पालन के दौरान दुर्घटनाओं, आतंकवादियों व असमाजिक तत्वों की हिंसा के कारण मृत्यु होने पर 25 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दे दी जाती है। सीमा पर होने वाली लड़ाइयों और उग्रवादियों, आतंकवादियों व समुद्री डाकुओं के खिलाफ कार्रवाई में होने वाली मौत के मामले में 35 लाख रुपए का मुआवजा राशि दी जाती है। इसके अलावा युद्ध में दुश्मन की कार्रवाई के दौरान मृत्यु होने पर मुआवजे के रूप में 45 लाख रुपए की राशि दी जाती है। समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सरकार को इस प्रत्येक श्रेणी में अनुग्रह राशि को 10 लाख रुपए तक बढ़ाने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। किसी भी श्रेणी के तहत न्यूनतम राशि 35 लाख रुपए और अधिकतम 55 लाख रुपए होनी चाहिए। ससंदीय समिति ने कहा, सेवा के दौरान जान गंवाने वाले अग्निवीर का बलिदान कम नहीं होता। सरकार को संसदीय समिति की सिफारिशों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। हाल ही में एक अग्निवीर की ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो गई। पर उसे किसी प्रकार का मुआवजा नहीं मिला। इससे अग्निवीरों में काफी रोष था। उम्मीद की जाती है कि अग्निवीर जो अपनी जान की बाजी देश के लिए लगा रहे हैं उन्हें उनका पूरा हक मिलना चाहिए।
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