Saturday, 24 February 2024
एलेक्सी नवेलनी की जेल में मौत
बीते एक दशक से रूस के सबसे महत्वपूर्ण विपक्षी नेता रहे एलेक्सी नवेलनी की जेल में मौत हो गई है। जेल विभाग के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। एलेक्सी नवेलनी को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मुखर विरोधियों में शुमार किया जाता था। वे 19 साल की जेल में सजा काट रहे थे। जिस मुकदमे में उन्हें ये सजा दी गई थी, उसे राजनीति से प्रेरित बताया जाता था। पिछले साल एलेक्सी नवेलनी को आर्कटिक सर्किल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था। इसे रूस की सबसे सख्त जेलों में गिना जाता है। यामालो नेनेट्स जिले की प्रिजन सर्विस (जेल विभाग) के अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को टहलने के बाद एलेक्सी नवेलनी अस्वस्थ महसूस कर रहे थे। जेल विभाग ने एक बयान जारी कर कहा कि एलेक्सी नवेलनी ने तुरंत ही अपनी चेतना लगभग खो दी। आपातकालीन मेडिकल टीम को फौरन बुलाया गया। मेडिकल टीम ने उनकी स्थिति में सुधार लाने की पूरी कोशिश की लेकिन इसमें कामयाब नहीं हो पाए। रूसी समाचार एजेंसी तास की रिपोर्ट के अनुसार एलेक्सी नवेलनी की मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है। एलेक्सी नवेलनी के वकील लियोनिड सोलोव्योव ने रूसी मीडिया से कहा है कि वे फिलहाल इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। उनके यूट्यूब चैनल पर जारी एक वीडियो को सौ करोड़ से अधिक बार देखा गया था। वो रूस की सबसे बड़े राजनीतिक दल पुतिन की पार्टी यूनाइडेट रशिया को ठगों और चोरों की पार्टी बताते थे और उन्होंने बीते सालें में कई फिल्में जारी कर उच्च स्तर पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए थे। कई सालों से एलेक्सी नवेलनी रूस की राजनीति में अधिक पारदर्शिता की मांग और विपक्षी उम्मीदवारों को चुनाव में मदद करते रहे। वो साल 2013 में मास्को के मेयर पद के लिए खड़े हुए थे और दूसरे नम्बर पर आए थे। उसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने की कोशिश की लेकिन आपराधिक मुकदमों की वजह से उन पर रोक लगा दी गई। वो इन मुकदमों को राजनीति से प्रेरित बताते थे। अगस्त 2020 में एलेक्सी नवेलनी साइबेरिया का दौरा कर रहे थे और खोजी रिपोर्ट तैयार कर रहे थे। वो यहां स्थानीय चुनावों में विपक्षी उम्मीदवारों का प्रचार भी कर रहे थे। इस दौरान ही उन्हें जहर दिया गया। वो बाल-बाल बच गए। बाद में उन्हें इलाज के लिए जर्मनी ले जाया गया जहां पता चला कि उन पर रूस में बने नर्व एजेंट नोविचोक से हमला किया गया था। एलेक्सी नवेलनी ने रूस की खुफिया एजेंसियों पर जहर देने के आरोप लगाए थे। रिपोर्टों के मुताबिक उन्होंने रूस की खुफिया एजेंसी एफएसबी के एक एजेंट को झांसे में लेकर हमले के बारे में जानकारी भी जुटा ली थी। एक फोन कॉल में जिसे एलेक्सी नवेलनी ने रिकार्ड किया था और बाद में यूट्यूब पर पोस्ट भी किया था, एजेंट को कोंस्टेंटिन कुदर्यावासेव ने उन्हें बताया था कि उनके अंडरपैंट में नोविचोक एजेंट रखा गया था। उन्हें चेताया गया था कि रूस लौटना उनके लिए सुरक्षित नहीं होगा। लेकिन एलेक्सी नवेलनी ने किसी की नहीं सुनी और कहा कि वो राजनीतिक प्रवासी बनना पसंद नहीं करेंगे। वो बर्लिन से मास्को लौट आए। उन्हें एयरपोर्ट पर ही हिरासत में ले लिया गया। हिरासत में एलेक्सी नवेलनी की मौत अब बहुत बड़ा मुद्दा हो गया है। मरने से पहले उन्होंने लोगों से सड़कों पर निकलकर प्रदर्शन कर उनकी रिहाई के लिए दबाव बनाने को भी कहा था।
-अनिल नरेन्द्र
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