Thursday 22 February 2024

चुनावी धांधली पर पाकिस्तान में बवाल

पाकिस्तान में आठ फरवरी को आम चुनाव हुआ था। इतने दिन बीतने के बाद अभी तक कोई सरकार नहीं बन पाई है। जाहिर है कि किसी भी सियासी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला इसलिए गठबंधन सरकार बनाने के प्रयास जारी हैं। आम चुनाव में धांधली का पर्दाफाश होने के बाद बवाल मच गया है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ता व समर्थक सड़कों पर उतर गए हैं। देशव्यापी प्रदर्शन में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) कार्यकर्ताओं की कई शहरों में पुलिस के साथ झड़पें हुई हैं। पाकिस्तान अखबार डॉन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार लाहौर में पीटीआई समर्थक विरोध दर्ज कराने के लिए शनिवार को प्रेस क्लब व पार्टी के जेल रोड कार्यालय के बाहर एकत्र हुए। उन्होंने जमकर नारेबाजी की और चुराए हुए जनादेश की बहाली की मांग की। वे पोलिंग एजेंट की मौजूदगी में फिर से मतगणना कराने और परिणामों में सुधार की भी मांग कर रहे थे। पीटीआई समर्पित उम्मीदवार रहे सलमान अकरम रजा को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि बाद में उन्हें छोड़]िदया गया। सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो क्लिप में पुलिसकर्मी जेल रोड पर पीटीआई कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले वकील को घसीटते हुए दिखाई दे रहे हैं। पीटीआई के एक अन्य उम्मीदवार रहे अली इजाज बहर को भी बुजुर्गों, महिलाओं और एक बच्चे के साथ गिरफ्तार किया गया। पंजाब प्रांत के कई सीटों में पुलिस ने पीटीआई के नेताओं, पूर्व उम्मीदवारों, कार्यकर्ताओं व समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार इमरान के आह्वान पर जमा हुए पीटीआई कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और खूब बवाल मचाया। पाकिस्तान में सियासी संकट गहरा गया है। पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने एक शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी की और से लगाए उन आरोपों की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित की है जिसमें कहा गया था कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के साथ रावलपिंडी में चुनाव में न्यायपालिका और निर्वाचन आयोग की राह पर धांधली की गई। रावलपिंडी के पूर्व आयुक्त लियाकत अली यसर ने आरोप लगाया कि शहर में जो उम्मीदवार हार रहे थे, उन्हें जिताया गया। उन्होंने दावा किया कि रावलपिंडी में 13 उम्मीदवारों को जबरदस्ती विजेता घोषित किया गया। उन्होंने बताया कि कुछ उम्मीदवार 70,000 वोटों से लीड कर रहे थे उन्हें भी हटाया दिखाया गया। उनका यह बयान ऐसे वक्त आया है जब इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने आठ फरवरी को हुए चुनाव में धांधली और पार्टी को मिले जनादेश को छीने जाने के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। समाचार डॉन में प्रकाशित एक खबर में बताया गया है कि रावलपिंडी के पूर्व आयुक्त ने कहा, मैं इस गड़बड़ी की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं और बता रहा हूं कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त और मुख्य न्यायाधीश इसमें पूरी तरह शामिल है। मुद्दे ने चुनाव परिणामों में हेरफेर की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उधर रावलपिंडी के नवनियुक्त आयुक्त सैफ अनवर ने आम चुनाव में अनियमितताओं को सिरे से खारिज कर दिया। -अनिल नरेन्द्र

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