Wednesday 11 April 2018

भारतीय रेलवे का तो भगवान ही मालिक है

भारतीय रेलवे का भगवान ही मालिक है। यहां तो बिन इंजन के ट्रेन चलती है। ओडिशा में लापरवाही की इंतहा हो गई। बोलांगीर जिले के टिलागढ़ में अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस बगैर इंजन के पटरी पर दौड़ पड़ी। यह घटना उस समय हुई जब बोलांगीर जिले के टिलागढ़ से कालाहांडी जिले कीथेसिंग की ओर जा रही 22 डिब्बों वाली इस एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन को दूसरी तरफ लगाने के लिए अलग किया गया था। सभी यात्री सुरक्षित हैं और सतर्प कर्मियों ने पटरी पर पत्थर लगाकर डिब्बों को रोक लिया। ईस्ट कोस्ट ओडिशा रेलवे (ईसीओआर) के एक प्रवक्ता ने बताया कि शनिवार रात बिना इंजन के पटरी पर दौड़ने के तुरन्त बाद ही दो कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया था और बाकी पांच को आज सुबह बर्खास्त किया गया। करीब 15 किलोमीटर पटरी पर इंजन के बगैर दौड़ी थी पुरी एक्सप्रेस। इंजन के बिना डिब्बे इसलिए चल पड़े थे क्योंकि वहां तैनात कर्मियों ने ट्रेन के पहियों पर शायद स्किड ब्रैक नहीं लगाए थे। नियमानुसार ट्रेन के पहियों पर स्किड ब्रैक लगाए जाने चाहिए। सावधान, अगर आप ट्रेन में सफर कर रहे हैं और दिल्ली से गुजरने वाले हैं तो सतर्प रहें क्योंकि यहां ट्रेनों में लूट, चोरी और झपटमारी की वारदातें बढ़ती जा रही हैं। चोर कुछ चुनिन्दा जगहों पर ट्रेन के यात्रियों को निशाना बना रहे हैं। दिल्ली में पिछले 15 दिनों में दो ऐसी वारदातें सामने आई हैं। एक में कुछ बदमाशों ने दिल्ली-अम्बाला के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेन में चाकू की नोक पर लूटपाट की जबकि दूसरी कालिंदी एक्सप्रेस में यात्रियों के साथ लूट के दौरान चाकूबाजी की गई। दोनों ही वारदातों में आरोपी वारदात को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए। ट्रेनों में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। 2013 में 760 वारदातें हुई जो 2014 में बढ़कर 1879 हो गई। 2015 में यह आंकड़े 3389 हो गया और 2016 में बढ़कर 4368 हो गया। वर्ष 2017 के आंकड़े अभी तैयार किए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इस बार संख्या पांच हजार का आंकड़ा पार कर गई है। दिल्ली जोन में भी लगातार वारदातें बढ़ रही हैं। इसके चलते अब कई स्टेशनों के बीच जवानों को ट्रेनों में तैनात किया जा रहा है। रेलवे टिकटों की कीमत में लगातार बढ़ोत्तरी करती जा रही है और सुरक्षा के लिए उचित कदम नहीं उठा रही। रेलवे की इस लापरवाही का चोर फायदा उठा रहे हैं और नतीजा यह है कि रेल यात्रा करना अब जोखिम-भरा हो गया है। उम्मीद है कि रेलमंत्री व अधिकारी यात्रियों की सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान देंगे और उचित कदम उठाएंगे।

-अनिल नरेन्द्र

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