Friday, 24 September 2021

धांधली के आरोपों के बीच जीती पुतिन की पार्टी

रूस में ब्लादिमीर पुतिन की एक बार फिर देश के मुखिया के रूप में मजबूत पकड़ होगी। संसदीय चुनावों में पुतिन की पार्टी यूनाइटेड रशिया एक बार फिर लगभग बड़ी जीत हासिल कर चुकी है। हालांकि इस बार मत प्रतिशत में कुछ कमी जरूर आई है। 80 प्रतिशत मतों की गिनती के बाद शुरुआती नतीजों में पुतिन की पार्टी को करीब 50 प्रतिशत वोट मिले हैं जबकि विपक्षी कम्युनिस्ट पार्टी को 20 प्रतिशत मत ही मिले हैं। सत्ताधारी पार्टी ने रविवार शाम को चुनाव होने के कुछ घंटे पहले ही जीत का दावा कर दिया था। इस चुनाव में पुतिन के प्रमुख और मुखर आलोचकों को हिस्सा लेने से रोक दिया गया था। आलोचकों ने चुनाव में जबरन मतदान कराने और मतपत्र से छेड़खानी तथा फर्जीवाड़े के आरोप लगाए लेकिन चुनाव आयोग ने इन दावों को खारिज कर दिया। इस चुनाव में सत्ताधारी पार्टी के 20 प्रतिशत प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा है। अब तक जो नतीजे आ चुके हैं उनसे रूस का राजनीतिक परिदृश्य बदलने की संभावना नहीं है। 68 वर्षीय पुतिन 1999 से प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति के रूप में सत्ता में हैं और 2024 में अगले राष्ट्रपति चुनाव से पहले केमलिन पर अब भी उनका ही वर्चस्व होगा। संसद में आमतौर पर पुतिन की पहल का समर्थन करने वाली कम्युनिस्ट पार्टी के समर्थन में आठ प्रतिशत का इजाफा देखा गया है। मौजूदा संसदीय चुनाव को 2024 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले सत्ता पर पुतिन की पकड़ मजबूत करने के रूप में देखा जा रहा है। -अनिल नरेन्द्र

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