Sunday, 3 April 2022

पाक फौज का डेढ़ लाख करोड़ का बिजनेस

पाकिस्तान की सत्ता में 70 साल से अधिक समय तक दखल रखने वाली वहां की फौज 50 से ज्यादा बड़े बिजनेस चलाती है। पाकिस्तान की संसद में रखे गए आधिकारिक दस्तावेज के अनुसार सेना का कुल बिजनेस लगभग डेढ़ लाख करोड़ रुपए से भी ज्यादा है। पाकिस्तान की सेना वहां का सबसे बड़ा बिजनेस हाउस है। इसके कारण सेना पाकिस्तान की सियासत में अपना पूरा दखल रखती है। पाकिस्तान के इतिहास में अब तक मेजर रैंक से ऊपर के 72 फौजी अफसरों को भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण सस्पेंड किया जा चुका है। इमरान सरकार के इस कार्यकाल में भी छह अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच चल रही है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पिछले हफ्ते एक जनसभा में तंज कसते हुए कहा था कि भारत की सेना में भ्रष्टाचार नहीं है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने सभी अंगों के लिए ट्रस्ट बनाया हुआ है। फौजी फाउंडेशन, आर्मी वैलफेयर ट्रस्ट और शाहीन फाउंडेशन एयरफोर्स और थलेसना के पूर्व कर्मियों के लिए है। बाहरिया फाउंडेशन नौसेना के पूर्व कर्मियों के लिए है। बिजनेस से होने वाले फायदे को शेयर होल्डर रिटायर्ड फौजियों में बांटा जाता है। सेना के पास पाकिस्तान के आठ शहरों में डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी (डीएचए) की कमान है। यह शहर हैंöइस्लामाबाद, रावलपिंडी, कराची, लाहौर, मुल्तान, गुजरांवाला, बहावलपुर, पेशावर और क्वेटा। कैंट एरिया के साथ प्रमुख शहरों के पॉश एरिया में सेना भूमि का आवंटन करती है। सेना के पास लगभग दो लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की जमीन है। क्रड़िट सुईस की अक्तूबर 2022 की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी सेना के लगभग 25 पूर्व अफसरों के स्विस बैंक में अकाउंट हैं। इससे लगभग 80 हजार करोड़ रुपए की अघोषित सम्पत्ति जमा है। इनमें आईएसआई के पूर्व चीफ रहे अख्तर अब्दुल रहमान खान के अकाउंट में 15 हजार करोड़ रुपए जमा हैं। अन्य अफसरों के भी खाते हैं। हाल ही में पनामा पेपर्स लीक में लेफ्टिनेंट जनरल शहतुल्ला शाह के लंदन में पांच हजार करोड़ रुपए की सम्पत्ति का खुलासा हुआ है। मुशर्रफ के राष्ट्रपति काल में शाह दूसे सबसे सीनियर अफसर थे। आईएसआई के पूर्व चीफ मेजर जनरल नुसरत नईम की 2700 करोड़ रुपए की ऑफशोर कंपनियां भी सामने आई। अफगानिस्तान में 1980 के दशक में मुजाहिद्दीन लड़ाकों के लिए अमेरिका से मिलने वाली मदद का बड़ा हिस्सा आईएसआई के प्रमुख रहे दुट ने हड़प लिया। सूत्रों के अनुसार असद दुट ने अफीम के कारोबार में पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के जुसूसों को भी उतार दिया। बाद में जांच में असद के स्विस बैंक में लगभग दो हजार करोड़ रुपए की अघोषित सम्पत्ति मिली। पाकिस्तानी सेना की क्वेटा कार्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल असीम सलीम बाजवा ने जनरल को पापा-जोंस कहा जाता था। उन्होंने अपने परिवार के लोगों के नाम पर अमेरिका के मशहूर पिज्जा चेन पापा जोंस में लगभग 22 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया था। पूर्व सेनाध्यक्ष अशफाक कमानी के दो भाई इस्लामाबाद के 15 हजार करोड़ के हाउसिंग स्कैंडल में लिप्त रहे।

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