Tuesday 28 November 2023

बाबा रामदेव की सफाईं

बाबा रामदेव की सफाईं सुप्रीम कोर्ट द्वारा पंतजलि को अपनी दवाओं से बीमारियों को ठीक करने के बारे में दावे करने को लेकर दी गईं चेतावनी के बाद बुधवार को योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि वे अपना पक्ष रखने के लिए पहली बार कोर्ट में पेश होंगे और तथ्यों के साथ अपनी बात रखेंगे। उन्होंने हरिद्वार में कहा कि नामचीन फार्मा वंपनियां और ड्रग माफिया पतंजलि योगपीठ आयुव्रेद भारतीय संस्वृति और सनातन संस्वृति को बदनाम करने के लिए लगातार 30 वर्षो से साजिश करते आ रहे हैं। वे भारतीय कानून और अदालत का पूरा सम्मान करते हैं। अब अपनी बात अदालत के सामने तथ्यों के साथ रखेंगे और आखिर में जीत हमारी होगी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को चेतावनी दी थी कि वह भ्रामक विज्ञापन बंद करें नहीं तो वह उन पर एक करोड़ रुपए का जुर्माना लगाएगा। बाबा रामदेव ने कहा अब अपनी बात अदालत के सामने तथ्यों के साथ रखेंगे और आखिर जीत हमारी ही होगी। उन्होंेने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को गैर-जिम्मेदाराना संगठन करार देते हुए कहा कि उच्चतम न्यायालय यदि हमें भी इस संबंध में अपना पक्ष रखने का मौका देगा तो मैं स्वयं न्यायालय के सामने पूरे तथ्यों, क्लीनिकल साक्ष्यों और वैज्ञानिक शोध पत्रों के साथ पेश होने को तैयार हूं। हम इस बारे में पूरी तरह से कानूनी लड़ाईं लड़ने को तैयार हैं। हम आज भी अपने दावे पर अडिग हैं और अगर न्यायालय इसके लिए हमें करोड़ों रुपए के जुर्माने के साथ फांसी पर भी लटकाए तो हम इसके लिए भी तैयार हैं। बता दें कि पतंजलि का सालाना टर्न ओवर 45,000 करोड़ रुपए है। वंपनी ने आने वाले समय में एक लाख करोड़ के टर्न ओवर का लक्ष्य रखा है। वंपनी के इस लक्ष्य से अप्रात्यक्ष रूप से लाखों लोगों को रोजगार मिल सकता है। पतंजलि जल्द ही अपने उत्पादों के बारे में कईं बड़े पैसले ले सकती है। रामदेव ने कहा, पतंजलि योग और आयुव्रेद के साथ लोगों के बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज व राष्ट्र सेवा का जन आंदोलन चला रहा है। यहां निजी हित को कोईं स्थान नहीं है। सब वुछ समाज व सेवा व राष्ट्र के लिए है। इसी तरह से पतंजलि को डिजाइन किया गया। पतंजलि और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बहुत दिनों से लड़ाईं चल रही है। सब एलोपैथिक पद्धति के खिलाफ खुलकर बोलते हैं। डाक्टरों के खिलाफ भी अपशब्द कहते हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने पतंजलि द्वारा विभिन्न गंभीर बीमारियों को ठीक करने का दावा करने वाले भ्रामक दावों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। यह जंग जारी है। देखना है कि बाबा रामदेव की चुनौती का सुप्रीम कोर्ट अब क्या जवाब देता है।

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