Tuesday, 11 June 2024

30 लाख करोड़ रुपए का कथित घोटाला


जनादेश 2024 का एक बहुत अच्छा परिणाम यह आया है कि 2024 की लोकसभा में विपक्ष बहुत बड़ी संख्या में आया है। एक स्वतंत्र और स्वच्छ लोकतंत्र के लिए जहां एक स्थाई सत्तापक्ष जरूरी होता है, वहीं एक मजबूत विपक्ष भी होता है। मजबूत विपक्ष इसलिए जरूरी है ताकि वह सत्तापक्ष को मनमानी करने से रोक सके और संवैधानिक तौर तरीकों से चले। विपक्ष ने सवाल उठाने अभी से आरंभ कर दिए हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री व गृहमंत्री द्वारा दी गई शेयर खरीदने की सलाह और फिर चुनाव के बाद झूठे नतीजे (एग्जिट पोल) पूर्व सर्वेक्षण के कारण शेयर बाजार में सबसे बड़ा घोटाला हुआ है। इसमें निवेशकों के 30 लाख करोड़ रुपए डूब गए। उन्होंने कहा कि इस कृत्य में प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और नतीजा पूर्व सर्वेक्षण करने वालों की भूमिका की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन किया जाए। वहीं, राहुल गांधी के सवालों के बाद भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा नेता पीयूष गोयल ने कहा कि राहुल गांधी अभी भी लोकसभा चुनाव में मिली हार से उभर नहीं पाएं हैं और अब वह बाजार के निवेशकों को गुमराह करने की साजिश रच रहे हैं। गोयल ने दावा किया कि घरेलू निवेशकों ने वास्तव में पैसा बनाया, जबकि नुकसान विदेशी निवेशकों को उठाना पड़ा। राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, पहली बार हमने नोट किया कि चुनाव के समय प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और वित्त मंत्री ने शेयर बाजार पर टिप्पणी की... फिर एक जून को झूठे नतीजे (एग्जिट पोल) पूर्व सर्वेक्षण आए। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के आतंरिक सर्वेक्षण में 220 सीट मिल रही थी। लेकिन नतीजा पूर्व सर्वेक्षण में ज्यादा सीटें दिखाई गई। राहुल ने कहा, तीन जून को शेयर बाजार सारे रिकार्ड तोड़ देता है। चार जून को खटाक से नीचे चला जाता है। इस दिन हजारों करोड़ रुपए का निवेश किया गया। खुदरा निवेशकों के 30 लाख करोड़ रुपए डूब गए। इसमें प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और नतीजा पूर्व सर्वेक्षण करने वालों की भूमिका की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के पास जानकारी थी कि भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिल रहा है और वे जानते थे कि 3-4 जून को क्या होने वाला है। लेकिन भाजपा नेताओं की वजह से निवेशकों को करीब 30 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि इस वजह से हजारों लाखों करोड़ रुपए का चुने हुए लोगों को फायदा हुआ है। जब राहुल से सवाल किया गया कि क्या आप इस मामले में कोर्ट जाएंगे या थाने में? राहुलö जो भी हुआ, वह नार्मल नहीं है। वित्त मंत्री, गृहमंत्री और पीएम ने अडाणी जी के चैनल के जरिए इंटरव्यू देकर बाजार में निवेश का मैसेज दिया था। इसके बाद ही लोगों ने निवेश किया था। अभी तो हम जेपीसी की मांग कर रहे हैं। ताकि लोगों को इस मामले का पता चल सके। स्कैम हुआ है। पीएम और गृहमंत्री ने सीधे कहा कि पेपर मार्केट ऊपर जाएगा। पीएम ने साफ कर दिया कि शेयर खरीदना चाहिए। जब प्रधानमंत्री और गृहमंत्री इस तरह की बात करते हैं तो जनता में विश्वास बढ़ता है। इन्हें मालूम था कि 300-400 सीट का रिजल्ट नहीं है, फिर भी मार्केट को अस्थिर करने की कोशिश की। विपक्ष पहले से ज्यादा मजबूत हुआ है। ऐसे में हम दबाव डालेंगे। इससे दूसरा नतीजा आएगा। ये अडाणी मामले से बड़ा केस है। इसकी जांच होनी चाहिए।

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