Friday 6 October 2017

हाफिज सईद पाक के लिए बोझ है ः ख्वाजा आसिफ

पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि हक्कानी नेटवर्क और जमात-उद-दावा के संस्थापक हाफिज सईद जैसे तत्व पाकिस्तान के लिए बोझ हैं लेकिन पाकिस्तान को इनसे पीछा छुड़ाने के लिए वक्त चाहिए। न्यूयार्क में एशिया सोसाइटी के एक कार्यक्रम में आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान में ऐसे लोग हैं जो पाकिस्तान और क्षेत्र के लिए एक संकट बन सकते हैं। अमेरिकी टीवी पत्रकार स्टीव कोल के सवाल के जवाब में ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान को चरमपंथ मिटाने की कोशिशों को जारी रखना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जमात-उद-दावा के संस्थापक हाफिज सईद के संगठन पर प्रतिबंध लगाया गया है और उन्हें दरकिनार कर दिया गया है लेकिन इस बात से मैं सहमत हूं कि पाकिस्तान को इस दिशा में और कदम उठाने की जरूरत है। पाकिस्तान में इसी साल की शुरुआत में हाफिज सईद को नजरबंद किया गया था। वहीं पिछले कुछ समय से अमेरिका ने भी पाकिस्तान पर हाफिज सईद और हक्कानी नेटवर्क पर कार्रवाई के लिए दबाव बढ़ाया है। आसिफ ने कहाöये कहना बहुत आसान है कि पाकिस्तान हक्कानी नेटवर्क, हाफिज सईद और लश्कर--तैयबा की मदद कर रहा है। ये सब बोझ हैं। इनसे छुटकारा पाने के लिए पाकिस्तान को वक्त चाहिए क्योंकि इन्हें खत्म करने के लिए हमारे पास संसाधन नहीं हैं। ख्वाजा आसिफ ने चलो यह तो स्वीकार किया कि हक्कानी नेटवर्क और हाफिज सईद को पाकिस्तान से मदद मिल रही है। उन्होंने यह भी माना कि वह फिलहाल इनको समाप्त करने में सक्षम नहीं हैं। हक्कानी नेटवर्क और हाफिज सईद को लेकर बार-बार पाकिस्तान पर सवाल उठाए जाते हैं। ख्वाजा आसिफ ने अमेरिका पर पलटवार करते हुए कहा कि 70 और 80 के दशक में ये लोग अमेरिका के हीरो थे। व्हाइट हाउस में भी उन्हें खिलाया-पिलाया गया। अब जब वो दुश्मन बन गए तो अमेरिका के लिए ही नहीं बल्कि पाकिस्तान के लिए भी बोझ बन गए हैं। पाकिस्तान हाफिज सईद सरीखे लोगों से जान छुड़ाना चाहता है लेकिन इसमें वक्त लगेगा। हक्कानी नेटवर्क और हाफिज सईद पर कार्रवाई और अमेरिका से मिलने वाली अरबों डॉलर की मदद बंद करने पर पाकिस्तान पर दबाव बढ़ा है। इस पर ख्वाजा ने कहा कि अमेरिका जो पाकिस्तान को अरबों डॉलर दे रहा है वो अमेरिका को दी जाने वाली मदद के एवज में मिलते हैं। हमें लगता है कि पाकिस्तान में पिछले चार साल से कोई विदेश मंत्री नहीं था और खराब विदेश नीति की वजह से आज पूरी दुनिया में पाकिस्तान की थू-थू हो रही है। अब जब विदेश मंत्री आया है तो उसे लगता है कि पाकिस्तान विदेश नीति पर खुलकर अपना पक्ष रखे। पाकिस्तान के हुक्मरानों को अब लग रहा है कि पाकिस्तान को पहले अपने घर को ठीक करना होगा और ऐसा करने के लिए विदेश नीति में सुधार करना जरूरी है। पाकिस्तान में प्रधानमंत्री बदलने के बाद सरकार के स्तर पर पुनर्विचार में उसकी कमजोर विदेश नीति के बारे में सोच-विचार किया गया। नवाज शरीफ के जाने के बाद नई कैबिनेट में विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी ख्वाजा आसिफ को दी गई। वो पहले भी बयान दे चुके हैं कि पहले पाकिस्तान को अपने घर को ठीक करना होगा और विदेश नीति में सुधार की जरूरत है। पाकिस्तान में सरकारी स्तर पर काफी बदलाव आए हैं। पाकिस्तान सत्ता के गलियारों में भी इस बात को माना जा रहा है क्योंकि पिछले 15-16 सालों में बहुत नुकसान पाकिस्तान को उठाना पड़ा है। तालिबान और अलकायदा के मसले के बाद अब दाएश तथाकथित (इस्लामिक स्टेट) के मसले ने सिर उठाना शुरू कर दिया है तो अगर अपने घर और क्षेत्र को ठीक नहीं किया गया तो शायद पाकिस्तान के लिए मुड़ना मुश्किल हो जाएगा या उसकी नीतियों में बदलाव के लिए बहुत देर हो जाएगी। जिसकी वजह से पाकिस्तान की नई सरकार नए अंदाज में सामने आने की भरपूर कोशिश कर रही है।

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