Tuesday 17 October 2023

हमास की सुरंगें

इजरायल का कहना है कि वह गाजा में जमीन के नीचे बिछी सुरंगों के जाल को अब निशाना बना रहा है जिसे हमास ने तैयार किया है। शनिवार को इजरायल पर हुए हमले के जवाब में इजरायल लगातार गाजा को निशाना बना रहा है। लेकिन इजरायल के लिए बड़ी सिरददा व चुनौती वो सुरंगें हैं जिनका इस्तेमाल हमास इजरायल पर हमले के लिए करता है। इजरायल सेना के प्रावक्ता ने कहा था, गाजा की ऊपरी परत पर आम लोग रहते हैं। वहीं इनके नीचे एक दूसरी परत है जिसका इस्तेमाल हमास करता है। हम इस वक्त उस दूसरी परत को निशाना बना रहें हैं जो गाजा में जमीन के नीचे हैं। इजरायली प्रावक्ता का कहना है कि ये आम लोगों के लिए बने कोईं बंकर नहीं हैं। ये सिर्प हमास और अन्य आतंकवादी संगठनों के लिए हैं ताकि वे इजरायली राकेटों से बचे रहें हैं और अपने ऑपरेशन की योजना बनाते रहे हैं ताकि इजरायल पर हमले जारी रहें। गाजा में सुरंगों के नेटवर्व के सबूत का आंकलन करना मुश्किल काम है। इजरायल हमास की इन सुरंगों को गाजा मैट्रो बोलता है। ऐसा माना जाता है कि ये सुरंगें सारे गाजा में अटी पड़ी हैं। साल 2021 में हुए संघर्ष के बाद इजरायली सेना ने कहा था उन्होंने गाजा में 100 किलोमीटर लंबी टेढ़ी-मेढ़ी सुरंगें तबाह कर दी हैं। लेकिन हमास ने दावा किया था कि उन्होंने गाजा में 500 किलोमीटर लंबी सुरंगे बनाईं हैं और इजरायली हमले में सिर्प 5 प्रातिशत सुरंगे ही तबाह हुईं हैं। गाजा सुरंग इन आंकड़ों को ऐसे समझिए कि पूरे लंदन शहर में फैली अंडरग्राउंड मैट्रो सिर्प 400 किलोमीटर है और उसमें से भी अधिकतर जमीन के ऊपर है। साल 2005 में गाजा से इजरायली सेना और यहूदी बाशिदे पीछे हट गए थे। उसके बाद वहां सुरंगों का निर्माण शुरू हो गया था। लेकिन दो साल बाद हमास के हाथ में गाजा का नियंत्रण आ गया और फिर सुरंगों के इस जाल में बेतहाशा इजाफा होने लगा। हमास के सत्ता में आते ही इजरायल और मिरत्र ने अपनी बार्डर व््रासिग पर सामान लोगों की आवाजाही सीमित कर दी थी। इसके जवाब में हमास ने सुरंगों पर ध्यान देना शुरू किया। हमास ने दावा किया है कि उनके पास 500 किलोमीटर की सुरंगे हैं। साल 2006 में चरमपंथियों ने इजरायल की सरहद को पार करने वाली एक सुरंग के जरिए इजरायल के भीतर घुसकर दो सैनिक मार डाले थे। गिलाड नाम के एक सैनिक को अगवा कर लिया था और उसे 5 साल तक बंदी बनाकर रखा गया। साल 2013 में इजरायली सेना ने गाजा पट्टी से अपने एक गांव तक 18 मीटर गहरी और 1.6 किलोमीटर लंबी सुरंग खोजी थी। उसके अगले साल इजरायल ने इन सुरंगों को नष्ट किया था। लेकिन चरमपंथियों के हमले में चार सैनिक भी मारे गए थे। गाजा के भीतर सुरंगों का मकसद आम सुरंगों से अलग है। हमास वहां लंबे समय तक रहना चाहता है। उनमें व्यवस्थाएं मौजूद रहती हैं ताकि वहां जीवन जिया जा सके। वहां उनके नेता छिपे रहते हैं। उनका कमांड और वंट्रोल सिस्टम भी वहीं है। इन सुरंगों का इस्तेमाल ट्रांसपोर्ट के अलावा कम्युनिकेशन के लिए भी किया जाता है, इसमें बिजली, लाइट और रेल ट्रैक तक की सुविधा होती है। आप इनमें चल फिर सकते हैं। हमास ने सुरंगें खोदने में महारथ हासिल कर ली है। उन्होंने सीरिया में विद्रोही लड़ाकों से इस कला को सीखा है। कहा जाता है कि गाजा में सुरंगें जमीन से 30 मीटर नीचे है और उनमें घुसने के लिए घरों के बेसमेंट में रास्ते हैं। सुरंगों में मस्जिद, स्वूल और अन्य सार्वजनिक जगहों से भी दाखिल हुआ जा सकता है।

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