Friday 27 October 2023

नरक से होकर आईं हूं

हमास के कब्जे से रिहा होने के बाद 85 साल की इजरायली नागरिक योचेवेद लिफशिट्ज कहती हैं, मैं नरक से होकर आईं हूं। दो हफ्ते तक बंधक रही, लिफशिट्ज और एक अन्य महिला नूरित कूपर को हमास ने सोमवार शाम को रिहा किया। रिहा होने के बाद लिफशिट्ज ने बताया कि हमास के बाइक सवार बंदूकधारियों ने उनका और उनके पति का अपहरण कर लिया था और उन्हें गाजा के नीचे बनी सुरंगों के मकड़जाल में ले गए थे। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान उन्हें छड़ी से पीटा गया। लेकिन ज्यादातर बंधकों के साथ अच्छा बर्ताव किया गया। एक वीडियो में उन्हें रिहाईं से पहले हमास के बंदूकधारियों से हाथ मिलाते हुए दिखाया गया। इन्हें गाजा और मिरत्र के बीच रफा व््रासिग पर अंतर्राष्ट्रीय रेड व््राॉस को सौंपा गया। वह बंदूकधारी को शलोम कहते हुए नजर आती हैं। इस हिब्रू शब्द का अर्थ है - शांति। लिफाशिट्ज और उनके पति का 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल के किब्राव्ज से अपहरण कर लिया गया था। हमास ने किबुत्ज में तड़के हमला करके कोहराम मचा दिया था। यहां के हर चार में से एक व्यक्ति की जान चली गईं है या फिर उन्हें अगवा कर लिया गया है। इनमें बच्चे भी शामिल हैं। रिहाईं के चंद घंटों के बाद तेल अवीव के एक अस्पताल में पत्रकारों से बात करते हुए लिफशिट्ज ने बताया कि अपहरण के बाद उनके साथ क्या-क्या हुआ। उन्होंने बताया कि गाजा ले जाते समय उन्हें छड़ी से पीटा गया जिससे उन्हें चोटें आईं और सांस लेने में भी दिक्कत हुईं। उनकी बेटी शारोन पत्रकारों को अनुवाद करके बता रही थीं कि उनकी मां के साथ क्याक् या हुआ 85 साल की लिफशिट्ज ने कहा कि उन्हें वुछ किलोमीटर तक पैदल चलने को कहा गया जहां जमीन काफी गीली थी। शारोन ने कहा कि उनकी मां को गाजा के नीचे सुरंगों के एक बहुत बड़े नेटवर्व में ले जाया गया जो देखने में मकड़ी की जाल की तरह लग रहा था। वह बताती हैं कि उनकी मां समेत 25 बंधकों को सुरंग में ले जाया गया। इसके बाद बुजुर्ग लिफशिट्ज और किबुत्ज के 5 अन्य लोगों को अलग कमरे में ले जाया गया। एक अन्य बंधक का गाजा में इलाज किया गया जिसे वहां ले जाते समय बाइक का एक्सीडेंट होने के कारण चोटें आ गईं थीं। लिफशिट्ज कहती हैं कि वो इस बात का ख्याल रख रहे थे कि हम बीमार न पड़ें। हर दूसरे-तीसरे दिन डाक्टर की सुविधा दी जाती थी जो जरूरी दवाएं मुहैया कराते थे। शारोन ने बताया कि उनकी मां को वही खाना दिया जाता था जो हमास के गार्ड खाते थे। इसमें खमीरी ब्रेड, चीज और खीरा शामिल था। जब एक पत्रकार ने लिफशिट्ज से पूछा कि आपने बंदूकधारी से हाथ क्यों मिला तो उन्होंने जवाब दिया कि बंधक बनाने वालों ने उनके साथ अच्छा बर्ताव किया और बाकी बंधक भी अच्छी हालत में है। अब तक हमास ने वुल चार बंधक छोड़ें हैं इनमें अमेरिकी-इजरायली मां-बेटी जूडिय और नताली रानन भी शामिल हैं। जिन्हें शुव््रावार को रिहा किया गया था। इजरायल का कहना है कि हमास ने अभी भी 200 लोग बंधक बनाए हुए हैं। माना जा रहा है कि सोमवार रात को रिहा नूरित वूपर के पति भी इन बंधकों में शामिल हैं। इस बीच हमास शासित स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि सात अक्टूबर से अब तक गाजा में 5,791 मौतें हुईं हैं और 700 लोग तो पिछले 24 घंटों में ही मारे गए हैं।

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