Thursday 19 October 2023

गाजा खाली करने की डेडलाइन खत्म

इजरायली सेना का कहना है कि उसने गाजा पट्टी पर छोटे स्तर पर छापेमारी शुरू कर दी है। सेना के प्रावक्ता के अनुसार इसका उद्देश्य आतंकवादियों और हथियारों को नष्ट करना और बंधकों को छुड़ाना है। इजरायल ने गाजा के रहने वालों को चेतावनी दी है कि वह वादी गाजा के उत्तर का पूरा इलाका खाली कर दक्षिण की तरफ चले जाएं। इससे 11 लाख लोग प्राभावित होंगे। संयुक्त राष्ट्र के प्रामुख एटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि इतने बड़े पैमाने पर लोगों के पलायन से बेहद गंभीर मानवीय संकट पैदा हो सकता है। बीते सप्ताह इजरायल पर हमास के हमले में 1300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इसके बाद शुरू हुईं इजरायल की जवाबी कार्रवाईं में 2000 से ज्यादा फिलस्तनियों की जान जा चुकी है। इजरायली नेताओं ने चेतावनी दी है कि वह धरती से हमास का अस्तित्व हमेशा के लिए खत्म कर देंगे और गाजा फिर कभी पहले जैसा नहीं रहेगा। शनिवार को इजरायल के खिलाफ हुए हमास के बर्बर हमले में 1300 नागरिकों की मौत के बाद इजरायल के प्राधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने कहा है कि हम हमास के हर सदस्य को खत्म करेंगे। इसके लिए इजरायल ने हमास के खिलाफ सॉर्ड ऑफ आयरन नाम का अभियान शुरू किया है। इससे पहले गाजा में इस तरह के सैन्य अभियान को कभी अंजाम नहीं दिया गया था। लेकिन सॉर्ड ऑफ आयरन अभियान मिलना व्यावहारिक है? घनी आबादी वाले गाजा में इसे अंजाम देना इजरायली सेना के लिए कितना चुनौतीपूर्ण हो सकता है? और क्या इजरायली कमांडर इससे अपने उद्देश्यों को हासिल कर सवेंगे? अब तक इजरायल ने गाजा पट्टी पर हवाईं हमले किए हैं, जिसमें सैंकड़ों लोगों की जान गईं है और चार लाख से अधिक लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है और भागना पड़ा है। सेना के पास एक और अहम जिम्मेदारी उन 150 बंधकों को छुड़ाने की भी है जिन्हें शनिवार को हमले के दौरान हमास के लड़ाके किडनैप कर ले गए थे। इन्हें गाजा में कहां रखा गया है इस बारे में इजरायली सेना के पास शायद उतनी जानकारी नहीं है। इजरायली डिपेंस फोर्स (आईंडीएफ) के चीफ ऑफ स्टाफ अहरॉन हलीवा ने हमास को जड़ से उखाड़ पेंकने की कसम खाईं है और गाजा में इसके राजनीतिक प्रामुख पर निशाना साधा है। लेकिन माना जा रहा है कि इजरायल की इस कार्रवाईं के बाद गाजा हमेशा-हमेशा के लिए बदल जाएगा, जो बीते 16 सालों से हमास के शासन का गवाह बना हुआ है। इजरायली आमा रेडियो से जुड़े सैन्य विश्लेषक आमिर कहते हैं, मुझे नहीं लगता कि इजरायल हमास के सभी सदस्यों को खत्म कर सकता है, क्योंकि इसके पीछे की सोच कट्टर इस्लाम से प्रोरित है। लेकिन वो इस संगठन कोइतना कमजोर जरूर कर सकता है कि किसी तरह के अभियान को निकट भविष्य में अंजाम देने की इनकी क्षमता खत्म हो जाए। साल 2014 में गाजा शहर के उत्तरी हिस्से में इजरायली सेना और हमास लड़ाकों के बीच संघर्ष हुआ था। उस दौरान हमास के लड़ाकों से लड़ाईं में इजरायल की पैदल सेना को काफी नुकसान झेलना पड़ा था। सवाल यह है कि अंतर्राष्ट्रीय दबाव में इजरायल कब तक अपनी यह मुहिम जारी रख सकेगा। —— अनिल नरेन्द्र

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