Tuesday, 20 March 2012

सचिन का कभी न टूटने वाला सैकड़ों का रिकॉर्ड

Vir Arjun, Hindi Daily Newspaper Published from Delhi
Published on 20 March 2012
अनिल नरेन्द्र
शुक्रवार का दिन इसलिए एक ऐतिहासिक दिन बन गया इसलिए नहीं कि उस दिन प्रणब मुखर्जी ने बजट पेश किया था बल्कि इसलिए कि उस दिन सचिन तेंदुलकर ने अपना महान शतक पूरा किया। पता नहीं इन बजटों के सचिन के शतकों से क्या संबंध है, क्योंकि उन्होंने पहले भी रेल बजट के दिन दोहरा शतक पूरा किया था। दिन की शुरुआत संसद में प्रणब मुखर्जी ने जनता को कठोर बजट का दर्द देने के साथ की। लेकिन शाम ढलते-ढलते सचिन के शतक ने इस दर्द को दूर कर दिया। बजट भाषण खत्म होने के बाद सभी अपने टीवी क्रीनों पर चिपक गए। सचिन के बल्ले से निकलने वाले एक-एक रन पर उनके फैंस की दिल की धड़कन तेज होती गई। मीरपुर के शेर-ए-बंगला स्टेडियम में जैसे ही सचिन का सौवां शतक पूरा हुआ देश झूम उठा। इस मैच में भले ही भारत हार गया हो लेकिन यह दिन दोनों देशों के लिए अपने-अपने कारणों से ऐतिहासिक बन गया। खेल में हार-जीत तो चलती रहती है। बेशक उस दिन बंगलादेश ने कमाल का खेल दिखाते हुए टीम इंडिया को हरा दिया पर शायद ही कोई क्रिकेट प्रेमी ऐसा हो जो यह चाहता हो कि सचिन 95-96 रन बनाकर आउट हो जाते और भारत मैच जीत जाता? इस मैच को अंतत सचिन के सौवें सैकड़ों के लिए याद किया जाएगा न कि बंगलादेश की जीत के लिए। राजनेता, राजनेता ही होते हैं। उस दिन भी वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी पीछे नहीं रहे। कहे कि पिछले साल जब भारतीय टीम ने 28 साल बाद क्रिकेट का वर्ल्ड कप जीता था तब भी मैं ही वित्त मंत्री था और आज जब सचिन ने सौवां शतक पूरा किया तब भी मैं ही वित्त मंत्री हूं। मतलब वित्त मंत्री होना टीम इंडिया के लिए लक्की साबित हुआ। अब देखना यह है कि वही लक फैक्टर मनमोहन सिंह को कितना नसीब होता है जिन्हें फिलहाल इसकी सख्त जरूरत है। कहा जाता है कि रिकॉर्ड बनते हैं टूटते हैं लेकिन कुछ रिकॉर्ड ऐसे होते हैं, जहां तक पहुंचना खासा मुश्किल होता है। सचिन के महाशतक का रिकॉर्ड भी कुछ ऐसा ही है। असल में इस तक पहुंचने के लिए किसी भी खिलाड़ी को लगातार दो दशक तक (कम से कम) अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत होगी और मौजूदा समय में ऐसा कोई खिलाड़ी नजर नहीं आ रहा है। सचिन के बाद रिकी पोंटिंग हैं जिन्होंने शयाद 71 सैकड़े बनाए हैं और अब वह रिटायरमेंट के करीब हैं। सचिन पर इस सौवें शतक का कितना बोझ रहा होगा, उनकी इस टिप्पणी से ही अन्दाजा लगाया जा सकता है जब यह शतक लगाने के बाद सचिन ने कहाöमुझे अब तक सौवें शतक का विश्वास नहीं हो रहा, लेकिन निश्चित तौर पर मेरे सिर पर से 50 किलो का बोझ हट गया है। सचिन को नया हेयर स्टाइल शूट किया है। सचिन ने अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर के दौरान कई बार हेयर स्टाइल और अपने लुक को बदला है लेकिन उनका नया हेयर स्टाइल शायद उनके सौवें अंतर्राष्ट्रीय महाशतक के लिए लक्की साबित हुआ। अब जब सचिन ने यह ऐतिहासिक कीर्तिमान पार कर लिया है मुझे लगता है कि वह खुलकर खेलेंगे, बिना किसी दबाव के और टैंशन के। वैसे उनके शुभचिन्तक भी उन्हें टैंशन फ्री नहीं रखना चाहते। एक साल चार दिन के इंतजार के बाद सौ सेंचुरी पूरी करते ही सचिन पर नया प्रेशर बनने लगा है। अब उन पर इंटरनेशनल वनडे मैचों में सेंचुरी की हाफ सेंचुरी लगाने का प्रेशर आएगा। बंगलादेश के खिलाफ बनाई गई सेंचुरी वनडे मैचों में उनकी 49वीं सेंचुरी है। इससे उनके फैंस की यह इच्छा स्वाभाविक ही है कि वह उनसे वनडे की 50वीं सेंचुरी भी पूरा करें और इस तरह टेस्ट के साथ-साथ वनडे में भी 50-50 सेंचुरी का रिकॉर्ड पूरा करें। सचिन को हम तहे दिल से बधाई देते हैं। अभी लम्बा सफर तय करना है सचिन को।
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