Wednesday 22 March 2017

भारत में 2050 तक होंगे सबसे ज्यादा मुसलमान

अमेरिका स्थित प्यू रिसर्च सेंटर की एक रिपोर्ट में वर्ष 2010 से 2050 के बीच पूरे विश्व में मुस्लिमों की आबादी में लगभग 73 फीसदी की वृद्धि होने की बात कही गई है। अगर ऐसा होता है तो वर्ष 2050 में भारत विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। भारत 2050 तक इंडोनेशिया को पछाड़ कर दुनिया की सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश बन जाएगा। साथ ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आबादी हिन्दुओं की होगी। अमेरिकी एजेंसी प्यू रिसर्च सेंटर ने गत दिनों जारी रिपोर्ट में यह दावा किया है। दुनिया में अभी सबसे ज्यादा आबादी ईसाइयों की है। दूसरे नम्बर पर मुस्लिम, तीसरे पर नास्तिक और चौथे नम्बर पर हिन्दू हैं। प्यू की रिपोर्ट में 2010 से 2050 के दौरान अलग-अलग धर्मों को मानने वालों की आबादी के बारे में जो अनुमान दिया गया है उसके अनुसार दुनिया में हिन्दू और ईसाइयों की तुलना में मुस्लिम आबादी बढ़त दोगुनी के करीब होगी। रिपोर्ट के मुताबिक सदी के अंत तक दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी मुस्लिमों की होगी। इस दौरान मुस्लिम 73 फीसद बढ़ेंगे, जबकि ईसाई 35 फीसद और हिन्दू 34 फीसद बढ़ेंगे। दुनिया में 2050 तक मुसलमानों की जनसंख्या कुल आबादी का करीब 30 फीसद (2.8 अरब) और ईसाई आबादी 31 फीसद (2.9 अरब) होगी। 2010 में दुनिया में 1.6 अरब (करीब 23 फीसद) मुसलमान जबकि 2.17 अरब ईसाई थे। लेकिन अगर वर्ष 2050 के बाद भी मौजूदा ग्रोथ इसी हिसाब से बढ़ी तो मुस्लिमों की संख्या 2070 तक विश्व में सबसे ज्यादा हो जाएगी। अभी विश्व में सबसे अधिक आबादी ईसाइयों की है। लेकिन जनसंख्या वृद्धि की यही रफ्तार बरकरार रही तो जल्द ही वे दूसरे नम्बर पर पहुंच जाएंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 2050 तक मुस्लिमों की आबादी 30 करोड़ पर पहुंच जाएगी, लेकिन वह अल्पसंख्यक बने रहेंगे। इस अवधि में अमेरिका में भी मुस्लिमों की आबादी बढ़ेगी। मुसलमानों की जनसंख्या वृद्धि दर बाकी धर्मों से ज्यादा है। सबसे ज्यादा प्रजनन दर के कारण मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ सकती है। वैश्विक स्तर पर एक मुस्लिम महिला के औसतन 3.1 बच्चे होते हैं। जबकि बाकी धर्मों में यह औसत 2.3 का है। मुस्लिम जनसंख्या में सबसे ज्यादा युवा आबादी है। 2010 में युवा मुस्लिमों की औसत आयु 23 साल थी। गैर-मुस्लिम युवाओं की औसत आयु 30 साल थी। युवा आबादी का मतलब है मुस्लिमों की बढ़ी आबादी या तो बच्चे पैदा कर रही है या भविष्य में करेगी। लेकिन बौद्ध इकलौता धर्म है जिसकी आबादी घटने की बात कही गई है। रिपोर्ट के मुताबिक बौद्ध आबादी 2050 तक माइनस 0.3 फीसद घटने का अनुमान है। चीन, जापान और थाइलैंड जैसे देशों में बड़ी आबादी बौद्ध धर्म मानने वालों की है, लेकिन यह आबादी लगातार घट रही है।

-अनिल नरेन्द्र

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