Thursday, 30 March 2017

दिल्ली नगर निगम चुनाव ः दम दिखाने में कोई नहीं कम

आगामी दिल्ली नगर निगम चुनाव में दिल्ली की जनता क्या गुल खिलाएगी, इसका तो 25 अप्रैल को ही पता चलेगा, पर चुनाव जीतने के लिए सभी संबंधित दल युद्ध स्तर पर तैयारी कर रहे हैं और इसके लिए अलग से रणनीति बनाई जा रही है। दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर कांग्रेस व आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यालय और पंडित गोबिन्दवल्लभ पंत मार्ग पर भाजपा कार्यालय पर लगने वाली उम्मीदवारों की भीड़ अब नेताओं के घरों तक पहुंचने लगी है। आप ने निगम चुनाव के लिए अपने सभी 272 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। लेकिन जिस तरह से उम्मीदवार बदले गए हैं, उससे अन्य उम्मीदवारों को टिकट पाने की उम्मीद बढ़ी है। वहीं भाजपा और कांग्रेस भी एक-आध दिन में अपने उम्मीदवार घोषित कर देगी। पहली बार निगम चुनाव लड़ने जा रही स्वराज इंडिया पार्टी ने भी अपने ज्यादातर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। वाम दलों के अलावा बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (एका) ने भी इस बार जोर-शोर से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। कांग्रेस ने सबसे पहले 5 मार्च को रामलीला मैदान में अपने उपाध्यक्ष राहुल गांधी की सभा के माध्यम से चुनाव प्रचार का श्रीगणेश किया था। अब वह पंजाब के चुनाव अभियान काफी विद कैप्टन की तर्ज पर चाट पर चर्चा से चुनाव प्रचार शुरू करने की तैयारी कर रही है। वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को रामलीला मैदान में सभा करके भाजपा के चुनाव प्रचार का आगाज किया। आप के सर्वेसर्वा और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 31 मार्च से चुनाव प्रचार शुरू करने वाले हैं। पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे ने फिलहाल आप के आत्मविश्वास को धक्का पहुंचाया है। वहीं इन परिणामों ने कांग्रेस के हौसले बुलंद किए हैं। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भारी जीत दर्ज करने के बाद भाजपा हर हालत में दिल्ली जीतना चाहेगी। वर्तमान में भाजपा के 153 निगम पार्षद सत्ता पर काबिज हैं और यह संभव नहीं कि सभी के सभी को टिकट मिलेगा। भाजपा को भीतरघात पहुंचने का बड़ा खतरा है। जिस तरह दिल्ली की सत्ता में आप 67 विधायकों के जीतने के साथ रिकार्ड बनाकर एकतरफा सत्ता पर काबिज हुई थी, उसे देखकर क्या यह समझा जाए कि जनता में आपका भाव बरकरार है? इस दृष्टिकोण से भाजपा के समक्ष आप या कांग्रेस को कम नहीं आंका जा सकता है। आप विधायक जरनैल सिंह के इस्तीफे के बाद राजौरी गार्डन विधानसभा सीट पर नगर निगम चुनाव से पहले 9 अप्रैल को चुनाव होना है। इस सीट पर कांग्रेस ने गैर-पंजाबी मीनाक्षी चंदेला को अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा और आप ने इस सीट के लिए सिख उम्मीदवार उतारे हैं। नगर निगम चुनाव से ठीक पहले इस चुनाव से दिल्ली की जनता के मूड का पता चलेगा।
-अनिल नरेन्द्र


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