Wednesday, 27 December 2017

महंगाई ने 15 माह का रिकार्ड तोड़ा

हम सरकार का ध्यान बढ़ती महंगाई की ओर आकर्षित करना चाहते हैं। महंगाई ने पिछले 15 माह का रिकार्ड तोड़ दिया है। खुदरा महंगाई नवम्बर माह में बढ़कर 4.88 प्रतिशत पर पहुंच गई जो 15 माह का सबसे उच्चतम स्तर है। पिछले साल अगस्त में महंगाई दर 5.05 प्रतिशत थी। नवम्बर 2016 में यह 3.63 प्रतिशत थी। प्रोटीन वाले अंडों के दाम पिछले साल नवम्बर की तुलना में 7.95 प्रतिशत बढ़े हैं। ईंधन में महंगाई नवम्बर में 7.92 प्रतिशत बढ़ी है, जो अक्तूबर में 6.36 प्रतिशत थी। सबसे ज्यादा असर सब्जियों पर हुआ। नवम्बर में सब्जियों की महंगाई 22.48 प्रतिशत की दर से बढ़ी जो अक्तूबर में 7.47 थी। हां दलहन की बात करें तो इसमें बहरहाल लगातार गिरावट आ रही है। पिछले साल नवम्बर की तुलना में दलहन में 25.53 प्रतिशत की गिरावट आई। एचडीएफसी बैंक के मुख्य अर्थशास्त्राr तुषार अरोड़ा ने कहा कि प्याज-टमाटर और अन्य सब्जियों की कीमतों में वृद्धि का अनुमान से ज्यादा असर पड़ा है। इससे पूरे वित्त वर्ष में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, माह के दौरान सालाना आधार पर प्याज के दाम 178.19 प्रतिशत बढ़े हैं। सीजन की अन्य सब्जियों की कीमतों में भी 59.80 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। अक्तूबर में इन सब्जियों के दाम 36.61 प्रतिशत बढ़े थे। प्रोटीन वाले उत्पादों मसलन अंडा, मांस और मछली की श्रेणी में मुद्रास्फीति 4.73 प्रतिशत रही। पिछले महीने यह 5.76 प्रतिशत थी। नवम्बर में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति बढ़कर 6.06 प्रतिशत हो गई, जो अक्तूबर में 4.30 प्रतिशत थी। विनिर्मित वस्तुओं की मुद्रास्फीति 2.61 प्रतिशत पर लगभग स्थिर रही। पिछले महीने यह 2.62 प्रतिशत थी। इससे पहले पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों के अनुसार नवम्बर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 4.88 प्रतिशत के 15 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई। उधर खनन और विनिर्माण क्षेत्र के कमजोर प्रदर्शन से अक्तूबर की औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) की वृद्धि दर घटकर 2.2 प्रतिशत आ गई है। यह तीन महीने का न्यूनतम स्तर है। पिछले साल अक्तूबर में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि 4.2 प्रतिशत थी। इस साल सितम्बर में यह 4.14 प्रतिशत थी। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्तूबर की सात माह की अवधि में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर महज 2.5 प्रतिशत रही। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में औद्योगिक वृद्धि 5.5 प्रतिशत थी।

-अनिल नरेन्द्र

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