Wednesday, 20 December 2017

पंजाब निकाय चुनाव में कांग्रेस की बम्पर जीत

राहुल गांधी के अध्यक्ष पद संभालने के बाद कांग्रेस के लिए पहली खुशखबरी पंजाब नगर निकाय चुनावों में बम्पर जीत के रूप में सामने आई है। पंजाब में रविवार को तीन नगर निगमों और 32 नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के लिए मतदान हुआ। इस चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने भारी जीत दर्ज की है। पंजाब विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी का सफाया हो गया है। वहीं अकाली-भाजपा गठबंधन खाता खोलने में सफल रहे। जालंधर, अमृतसर और पटियाला नगर निगम सहित नगर काउंसिल में भी कांग्रेस ने एक दशक बाद वापसी की। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि रिजल्ट बहुत अच्छा आया है। इससे बेहतर परिणाम हो ही नहीं सकता। हमने क्लीन स्वीप किया है। स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब ने राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनने पर जीत का तोहफा दिया है। जालंधर में सभी 80 सीटों के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। कांग्रेस ने 66, भाजपा ने आठ, शिअद ने चार व आजाद उम्मीदवारों ने दो सीट पर जीत दर्ज की। आम आदमी पार्टी यहां खाता भी नहीं खोल पाई। पटियाला में 60 सीटों में से घोषित सभी 58 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की, जबकि अमृतसर में 85 परिणामों (जो घोषित हुए हैं) में से 69 पर कांग्रेसभाजपा+शिअद 12 सीटें व चार सीटों पर आजाद उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि इस जीत ने कांग्रेस की नीतियों पर मोहर लगा दी है। उन्होंने विरोधियों के घटिया प्रचार को करारी हार बताया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव राज्य सरकार की ओर से पिछले नौ महीने में लिए गए फैसलों का एक टेस्ट था। कांग्रेस पार्टी ने इसे पास कर लिया है। जनता ने सरकार की नीतियों पर मोहर लगाने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने चुनाव के दौरान किसी तरह की हिंसा से इंकार किया है। पंजाब में कांग्रेस की सरकार है और प्रदेश में अकाली-भाजपा गठबंधन बुरी तरह लड़खड़ा गया है। विधानसभा में गठबंधन की हार का जो सिलसिला शुरू हुआ था वह आगे बढ़ गया है। भाजपा को पंजाब के बारे में गंभीरता से विचार करना होगा। उन्हें अकाली दल से गठबंधन करके सिर्फ नुकसान ही हुआ है। वहीं राहुल गांधी की व्यक्तिगत स्थिति मजबूत हुई है।

-अनिल नरेन्द्र

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