डेरा प्रमुख राम रहीम को साध्वी यौन शोषण मामले
में दोषी करार दिए जाने के बाद पंचकुला में हिंसा भड़काने और देशद्रोह के आरोप में
हनीप्रीत समेत 15 लोगों के खिलाफ एसआईटी ने मंगलवार
को सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। स्पेशल इंवेस्टिंगेशन टीम ने
1200 पन्नों में हनीप्रीत के गुनाहों की गाथा लिखी है। कैमरे के सामने
घड़ियाली आंसू बहाने वाली हनीप्रीत का सबसे बड़ा सच भी सामने आ गया है। देश द्रोही
हनीप्रीत का इरादा गुरमीत राम रहीम के साथ विदेश में जाकर बसना भी था। वो विदेश में
रहकर भारत को विश्व के नक्शे से मिटाने का सपना पाले हुए थी। ये खुलासा खुद उसने अपने
काबूलनामे में किया है। हनीप्रीत का कबूलनामा पुलिस ने 15 अन्य
आरोपियों के खिलाफ दायर की गई चार्जशीट के साथ कोर्ट में पेश किया जिसके मुताबिक हनीप्रीत
ने पंचकुला हिंसा और गुरमीत राम रहीम को फरार करवाने की साजिश रचने का जुर्म कबूल कर
लिया है। हनीप्रीत ने कहा कि उसने हिंसा, आगजनी, तोड़फोड़ और खून-खराबा इसलिए करवाया था ताकि पुलिस का
ध्यान बाबा से हट जाए और वह अपने प्लान के मुताबिक बाबा को लेकर नेपाल चली जाए और वहां
से विदेश में जाकर कहीं बस जाए। इस काम के लिए हनीप्रीत ने 17 अगस्त को ही तैयारी कर ली थी। इसके लिए एक बैठक बुलवा कर डेरे के बड़े कारिंदों
की बाकायदा ड्यूटी लगाई थी जिसमें किराए पर गुंडे लाने की जिम्मेदारी पंचकुला में डेरा
इंचार्ज चम्कौर सिंह को सौंपी थी। सभी लोगों की ड्यूटियां लगाने के बाद प्लान बताया
गया कि गुरमीत राम रहीम को कस्टडी से छुड़वाकर उसके साथ नेपाल के रास्ते विदेश भाग
जाऊंगी। हनीप्रीत ने बताया कि इसी योजना के तहत में अपना और पिताजी का पासपोर्ट,
डेरा गोपनीय, प्रापर्टी के दस्तावेज, कई बैंकों की चेक बुक और क्रेडिट कार्ड लेकर साथ आई थी। ये सारा सामान एक अटैची
में रखा था, जो 25 अगस्त को भी साथ थी और
उसी कार में रखा गया था जिसमें गुरमीत राम रहीम को पंचकुला लाया जा रहा था। लेकिन बाबा
के साथ विदेश में बसने का प्लान कामयाब नहीं हो पाया और हनीप्रीत अटैची के साथ
25 अगस्त की ही रात वापस डेरा में लौट आई। वह 27 अगस्त को दस्तावेजों की अटैची लेकर जयपुर को रवाना हुई। उससे पहले उसने अपना
लैपटॉप और एप्पल मोबाइल फोन विपसना इंसा को सौंपा था। चालान में एसआईटी ने आदित्य इंसा
के न पकड़े जाने का भी जिक्र किया है।
-अनिल नरेन्द्र
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