Saturday, 28 September 2013

नैरोबी के आतंकी हमले में ब्रिटिश व अमेरिकी आतंकी?

केन्या की राजधानी नैरोबी में मुंबई जैसा आतंकी हमला मंगलवार को चौथे दिन भी नहीं थमा जबकि सोमवार को केन्या के राष्ट्रपति उहूरु ने कहा कि सभी  बंधक छुड़ा लिए गए हैं। उन्होंने दावा किया था कि वेस्टगेट मॉल को आतंकियों से मुक्त करा लिया गया है। माल पर सेना ने कब्जा कर लिया है लेकिन मंगलवार को मॉल में से फिर धमाके सुनाई दिए। आतंकी संगठन अल-शबाब ने दावा किया कि अब भी उसके पास कुछ बंधक है, लेकिन वह पूरी तरह सुरक्षित हैं। अल-शबाब ने धमकी दी है कि जब तक केन्या सोमालिया से अपनी सेनाएं नहीं हटा लेता  तब तक उसके हमले जारी रहेंगे। संगठन ने केन्या के अधिकारियों के दावे को गलत बताते हुए कहा है कि इस हमले में कोई अमेरिका या ब्रिटिश शामिल नहीं है। इसमें पहले कहा गया था पांच अमेरिकी तथा ब्रिटिश व्हाइट विडो इस हमले में शमिल रहे हैं। केन्या की विदेश मंत्री अमीना मुहम्मद ने कहा है कि हमलावर अमेरिका से आए थे। वे मूल रूप से अमेरिकी पांतों सिनेमोटा और मिंसूरी के थे। मॉल से बचकर भागे लोंगों में अब भी 65 लोगों की तलाश है। पुलिस का कहना है कि या तो वे सुरक्षित निकल गए हैं या फिर मॉल की ही पांच मंजिलों में कहीं छिपे हुए हैं। नैरोबी के एमपी शाह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में लुधियाना के डाक्टर मनविंद्र चौबीसों घंटे घायलों की जान बचाने में लगे रहे। इस हमले में मरने वालों की संख्या 62 तक पहुंच गई जिनमें तीन भारतीय भी शामिल हैं। हमले के तुरंत बाद अल शबाब ने ट्विटर पर हमलावरों में शामिल नौ लोगों की सूची जारी की थी।  इनमें से तीन अमेरिकी, दो सोमालियाई और एक ब्रिटेन का नागरिक है। कनाडा और फिनलैंड का भी एक आतंकी सूची में शामिल था। सीएनएन की खबर के मुताबिक अमेरिकी सरकार इस बात की जांच कर रही है कि हमलावरों में अमेरिकी नागरिक के शामिल होने की बात किस हद तक सही है। सभी अधिकारियों और सोमालियाई मूल के अमेरिकी नेताओं ने कहा है कि अल-शबाब ने अफीका में लड़ने के लिए अमेरिका के मिनी पोलिस शहर से युवाओं की भती की है।एक दिलचस्प बात यह भी उभर कर आ रही है कि हमले की पूरी योजना में एक ब्रिटिश महिला के शामिल होने का शक है। सूत्रों के मुताबिक 2005 में लंदन ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर हमला करने के दौरान मारे गए ब्रिटिश व्यक्ति की विधवा के इसमें शामिल होने के संकेत हैं। मॉल के अंदर से वीडियो से भी पता चलता है कि एक महिला भी हमलावरों में शामिल थी। हालांकि केन्या के आंतरिक मामलों के मंत्री जोसेफ ओले लेंकू ने इससे इंकार करते हुए कहा है कि सभी हमलावर पुरुष थे। लेंकू ने कहा कि यह हो सकता है कि कुछ हमलावर महिलाओं की तरह के कपड़े पहने हुए हों। अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को अमेरिका द्वारा पाकिस्तान के एबटाबाद में मारे जाने के बाद माना जा रहा था कि दुनिया का यह सबसे कुख्यात आतंकी संगठन कमजोर पड़ जाएगा। लेकिन अलकायदा आज पहले से भी ज्यादा खौफनाक रूप में सामने है। इसके अलग-अलग सगंठन दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों में खौफ का पर्याय बने हुए हैं ।

अनिल नरेन्द्र

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