Wednesday, 25 September 2013

क्या बाबा रामदेव को रेड अलर्ट की वजह से लंदन में रोका गया?

योगगुरू बाबा रामदेव को लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर रोकने और पूछताछ की वजह अभी तक साफ नहीं हुई है। गत शुक्रवार को बाबा रामदेव को लंदन हीथ्रो हवाई अड्डे पर रोककर उनसे आव्रजन और कस्टम अधिकारियों ने छह घंटे से ज्यादा वक्त तक पूछताछ की थी। अगले दिन शनिवार को भी पूछताछ का सिलसिला जारी रहा। शनिवार को बाबा एक ब्रिटिश सांसद कीथ वाज के साथ एयरपोर्ट पूछताछ के लिए पहुंचे। थोड़ी देर बाद ही उन्हें जाने को कह दिया गया। दो दिन की पूछताछ में अभी तक यह ठीक से पता नहीं चल सका कि इसका मकसद क्या था? सूत्रों के मुताबिक रामदेव से दूसरे दिन वीजा के बारे में सवाल किए गए। विषय था टूरिस्ट वीजा या बिजनेस वीजा। हालांकि पूछताछ की वजहों को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। इससे पहले रामदेव ने भी कहा कि उन्हें पूछताछ की कोई वजह नहीं बताई गई है। उन्होंने कहा कि इस दौरान भारत सरकार की ओर से उनकी मदद नहीं की गई। बाबा ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ रेड अलर्ट जारी कर ब्रिटिश अधिकारियों को भ्रमित किया गया था। बाबा ने दावा किया कि वह किसी गैर-कानूनी गतिविधि में शामिल नहीं हैं और न ही कोई गलत काम किया है। बाबा ने कहा कि उन्होंने कस्टम अधिकारियों से लगातार इस पूछताछ की वजह जाननी चाही। लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला। वे सिर्प यह कहते रहे कि इसका खुलासा नहीं किया जा सकता। बाबा रामदेव को इस तरह घंटों रोकना ठीक नहीं है। सवाल यह उठता है कि क्या भारत सरकार ने रेड अलर्ट जारी किया था? रेड अलर्ट तो आमतौर पर खतरनाक अपराधियों के खिलाफ जारी होता है? या फिर ब्रिटिश अधिकारियों ने बाबा अपने साथ कुछ दवाएं ले जा रहे थे उस पर एतराज किया? रामदेव ने आरोप लगाया कि पूरे मामले में उन्हें भारत सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिली। एयरपोर्ट के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान रामदेव ने कहा, `पूछताछ के दौरान मुझे बताया गया कि मेरे नाम को लेकर रेड अलर्ट जारी है।  जबकि ऐसा अलर्ट आतंकियों या अपराधियों के लिए ही जारी किया जाता है। मैं विस्तृत ब्यौरे का इंतजार करूंगा। लेकिन मुझे शक है कि मेरे बारे में भारत सरकार ने ब्रिटिश इमिग्रेशन अधिकारियों को गुमराह किया है।' पूरे मामले पर बीजेपी ने कड़ा एतराज जताया है। बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने इस मामले को बेहद गम्भीर करार दिया है और कहा  कि केंद्र सरकार को इसमें संज्ञान लेना चाहिए। नई दिल्ली में पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि योगगुरू को रोकने की वजहों का खुलासा नहीं किया गया है। लेकिन मुझे जहां तक जानकारी है बाबा के पास एक डायरी थी और उसमें मंत्र लिखे थे। इन मंत्रों की वजह से उन्हें रोका गया था। यह डायरी जब्त कर ली गई और उन्हें शनिवार को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया गया था। बहरहाल उनको रोकने की वजहों पर साफतौर पर कुछ भी नहीं कहा जा रहा है। पतंजलि योग पीठ स्वामी विवेकानन्द की 120वीं जयंती पर लंदन में एक समारोह का आयोजन कर रहा है। इसी समारोह में हिस्सा लेने के लिए रामदेव लंदन पहुंचे हैं। एक सूत्र का कहना है कि बाबा बिजनेस वीजा विजिटर वीजा पर आए थे और उनके पास कुछ दवाइयां भी थीं इसी वजह से पूछताछ हुई।

-अनिल नरेन्द्र

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