Friday 13 September 2013

राहुल बनाम मोदी ः 2014 चुनाव की बिसात बिछती जा रही है

लीडरशिप को लेकर दोनों कांग्रेस व भाजपा में 2014 की तस्वीर साफ होती जा रही है। भाजपा में बेशक अभी भी श्री नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने में थोड़ी समस्या हो क्योंकि भाजपा के पितामह लाल कृष्ण आडवाणी अभी से मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित करने का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि मुझे एतराज मोदी की उम्मीदवारी पर नहीं समय पर है। यह घोषणा 5 राज्यों की विधानसभा चुनाव के बाद होना चाहिए और विधानसभा चुनाव वहां के मुख्यमंत्रियों की परफार्मेंस पर ही लड़ा जाना चाहिए। पार्टी अध्यक्ष, संघ व अन्य नेता उन्हें मनाने में लगे हुए हैं पर देर-सबेर यह पक्का लग रहा है कि भाजपा की ओर से नरेन्द्र मोदी ही पीएम पद के उम्मीदवार होंगे। कांग्रेस में लीडरशिप की स्थिति साफ होती जा रही है। कांग्रेस  में उपाध्यक्ष राहुल गांधी 2014 लोकसभा चुनाव के प्रधानमंत्री पद के सबसे अच्छे उम्मीदवार हैं। सो 2014 की जंग नरेन्द्र मोदी बनाम राहुल गांधी होगी। कांग्रेस और भाजपा में नेतृत्व को लेकर सांप-सीढ़ी का खेल चल रहा है। जब से कांग्रेस ने देखा कि भाजपा नरेन्द्र मोदी को प्रोजैक्ट करने लगी है तब से पार्टी ने राहुल को मोदी की काट करने के लिए आगे लाना शुरू कर दिया। जब नरेन्द्र मोदी को भाजपा ने चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाकर उनका कद बढ़ाया तो कांग्रेस ने भी उन्हें पार्टी उपाध्यक्ष बनाकर बता दिया कि यदि भाजपा मोदी को आगे करेगी तो उनके पास राहुल हैं। फिर मोदी ने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज आकर अपना आर्थिक विजन सामने रखा तो राहुल ने देश के उद्योगपतियों को सम्बोधित कर वह साबित करने की कोशिश की कि उनके पास भी अर्थव्यवस्था को समझने की क्षमता है। तभी से दोनों नेताओं के बीच परस्पर वाकयुद्ध जारी है। जिस दिन मोदी जयपुर में हुंकार भर रहे थे उसी दिन दिल्ली में राहुल की एक अच्छी रैली हुई। इसमें राहुल खुलकर बोले। राहुल ने कहा कि कांग्रेस केवल विकास नहीं दे रही बल्कि अधिकार दे रही है। विकास व अधिकार में फर्प बताते हुए उन्होंने कहा कि अधिकार देना गारंटी के साथ विकास देना है। कांग्रेस चाहती है कि गरीब इन अधिकारों के बल पर खड़ा हो। राहुल ने कहा कि हमने संसद में भोजन की गारंटी देने की बात की तो विपक्ष ने कहा कि इससे पैसा जाया होगा। अगर गरीबों को भोजन देने से पैसा जाया होता है तो हम ऐसा ही करेंगे। मंगलवार को वह राजधानी के यमुना स्पोर्ट्स काम्पलैक्स में पुनर्वास कॉलोनियों में मालिकाना हक के कागजात बांटने पहुंचे थे। इस मौके पर राहुल ने आधा दर्जन लोगों को पुनर्वास कॉलोनियों में उनके प्लाट के मालिकाना हक के कागजात सौंपे। बुधवार को उदयपुर जिले के सतूम्बर में आदिवासी-किसान सम्मेलन में राहुल गांधी ने एक नई बात कही। इस मौके पर उन्होंने गरीब और आदिवासियों को कांग्रेस का नया नारा देते हुए कहा कि उसे कभी भी भूखा नहीं रहना पड़ेगा बल्कि वह पूरी रोटी खाएगा, 100 दिन काम करेगा और निशुल्क दवाई लेगा और कांग्रेस को सत्ता में लाएगा। उनका कहना था कि पहले पुराना नारा रहा कि आधी रोटी खाएंगे, कांग्रेस को लाएंगे। अब इसकी जरूरत नहीं है। राहुल गांधी ने मेवाड़ की धरा पर कांग्रेस को आदिवासियों और किसानों का सच्चा हमदर्द बताते हुए पूरी रोटी खाएंगे, 100 दिन काम करेंगे, कांग्रेस की सरकार बनाएंगे और देश का विकास करेंगे। जैसा मैंने कहा कि 2014 के चुनावी दंगल में दंगल होगा राहुल बनाम नरेन्द्र मोदी।

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